राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , पंचकूला में   रक्तदान शिविर का आयोजन

मेरा पानी-मेरी विरासत योजना से किसानों का फसल विविधीकरण की ओर बढ़ रहा रूझान

सिरसा, 14 जुलाई।

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प्रदेश सरकार द्वारा फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने, भूजल स्तर में सुधार जल संरक्षण के लिए गंभीरता से कदम उठाते हुए किसान हित में कई कारगर योजनाएं क्रियांवित की गई हैं। फसल विविधीकरण की दिशा में किसान भी रुचि ले रहे हैं और जल बचाव मुहिम में अपना योगदान दे रहे हैं। मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत किसान धान की अपेक्षा कम पानी वाली फसलों को महत्व दे रहे हैं और अधिक पैदावार के साथ अधिक मुनाफा भी कमा रहे हैं। इन्ही किसानों में गांव खारियां के किसान सज्जन कुमार व गांव बाहिया के किसान हरी सिंह फसल विविधीकरण को अपना जल संरक्षण में योगदान दे रहे हैं और दूसरे किसानों को भी प्रेरित कर रहे हैं।


गांव खारियां के किसान सज्जन कुमार का कहना है कि उसने फसल विविधीकरण अपना कर जल की बचत के साथ-साथ अपनी आय में भी बढोतरी की है। किसान सज्जन कुमार ने 17 एकड़ में किन्नु का बाग तथा चार एकड़ में ग्वार की फसल कास्त की। किसान सज्जन कुमार का कहना है कि उसने कृषि विभाग द्वारा प्रोत्साहित करने पर धान की बजाय फसल विविधीकरण को अपना और कृषि विशेषज्ञों की सलाह अनुसार खेती की, जिससे उसने पहले से अधिक पैदावार ली और आय में भी बढ़ोतरी हुई।


गांव बाहिया के प्रगतिशील किसान हरी सिंह ने धान की फसल की बजाय दो एकड़ में नींबू का बाग, डेढ एकड़ में आर्गेनिक गेहूं की बिजाई करके न केवल जल बचाते हुए भूजल स्तर में सुधार में अपना योगदान दिया बल्कि अपनी आमदनी भी बढ़ाई। इसके साथ-साथ किसान हरी सिंह दूसरे किसानों को भी फसल विविधीकरण अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और जल संरक्षण मुहिम में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

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किसान सज्जन कुमार व हरी सिंह का कहना है कि जल संरक्षण सभी की सामूहिक जिम्मेवारी है, अगर आज हम जल संरक्षण करेंगे तो अपनी आने वाली पीढ़ी को यह अमूल्य उपहार दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि जल को बचाना व संरक्षित करना हर व्यक्ति की जिम्मेवारी है, क्योंकि आज किया गया जल बचाव ही कल के खुशहाल जीवन का आधार बनेगा। इसी सोच के साथ इन किसानों ने पानी के महत्व को समझते हुए अपनी भूमि पर धान की फसल की जगह दूसरी फसलों की बिजाई कर रहे हैं। यदि किसान धान की फसल छोड़कर अन्य वैकल्पिक फसल की बिजाई करें तो इससे गिरते भू-जल स्तर को भी बचाया जा सकेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ होगी।

– सरकारी योजनाओं का लाभ उठा कर किसान कर सकते हैं आय मे बढोतरी : उपायुक्त अनीश यादव


– धान की जगह वैकल्पिक फसल की कास्त पर मिलेगा योजना का लाभ : उपायुक्त

उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत सरकार द्वारा किसानों को वैकल्पिक फसलों की बिजाई करने पर प्रोत्साहन स्वरुप सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। कृषि विभाग द्वारा अधिक फसल उत्पादन व किसानों की आय में बढोतरी के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियांवित की जा रही है। किसान किसी भी प्रकार की समस्या आने पर कृषि वैज्ञानिकों से राय ले सकते हैं।


उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार जो किसान धान फसल की बजाए वैकल्पिक फसल जैसे मक्का, कपास, अरहर, मूंग, ग्वार, तिल, मूंगफली, मोठ, उडद, सोयाबीन व चारा तथा प्याज की फसल की कास्त करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस योजना में बाजरा की फसल बिजाई पर कोई प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिस किसान ने पिछले वर्ष खरीफ 2020 में धान बोया था लेकिन इस वर्ष खरीफ में किला खाली छोड़ता है तो वह भी इस स्कीम के लाभ का हकदार माना जाएगा। यदि किसी किसान ने पिछले वर्ष फसल विविधीकरण के अंर्तगत खरीफ 2020 में प्रोत्साहन राशि ली है और खरीफ 2021 में भी वह फसल विविधीकरण करता है तो वह भी लाभ का पात्र माना जाएगा। योजना का लाभ लेने के लिए किसान 15 जुलाई तक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाएं।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , पंचकूला में   रक्तदान शिविर का आयोजन

उपायुक्त विनय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला रोड सेफ्टी कमेटी और सुरक्षित स्कूल वाहन पाॅलिसी को लेकर लघु सचिवालय के सभागार मे बैठक हुई।

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पंचकूला, 13 जुलाई- उपायुक्त विनय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला रोड सेफ्टी कमेटी  और सुरक्षित स्कूल वाहन पाॅलिसी को लेकर लघु सचिवालय के सभागार मे बैठक हुई। बैठक में स्कूल वाहनों और जिले की सड़कों पर संवेदनशील जगहा और दुर्घटनाओं को रोकने को लेकर चर्चा हुई।


बैठक में आरटीए, हरियाणा रोडवेज, पीडब्ल्यूडी, यूएचवीपीएनएल, एचएसवीपी, नेशनल हाईवे, एनएचएआई, डिस्ट्रीक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, सिविल सर्जन, डीईओ, फोरेस्ट डिपार्टमेंट, रेडक्राॅस, हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर माकेंटिंग बोर्ड आदि विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।


उपायुक्त ने ट्रेफिक पुलिस, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी के  अधिकारयों से जिले की सड़कों के संवेदनशील मोड और ज्यादा दुर्घटनाओं वाले जगहों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि तीनों विभाग आपस में तालमेल कर जल्दी ही संवेदनशील स्थानों पर काम करके सड़कों को दुरूस्त करें ताकि दुर्घटनायें न हो। उन्होंने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस व आरटीए  को भी स्कूल बसों की चैकिेंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने नगरै निगम को जिले की सड़कों पर लाईट व्यवस्था दुरूस्त करने को कहा।

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इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, एसडीएम कालका राकेश संधु, आरटीए अमरिंद्र सिंह,  एसीपी ट्राफिक रमेश गुलिया,  नगर निगम के कार्यकारी अभियंता संजीव गोयल, हरियाणा शहरी विकास के कार्यकारी अभियंता एन के पायल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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पंचकूला जिला के लिये पर्यावरण योजना को अंतिम रूप देने के लिये बैठक आयोजित

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पंचकूला, 13 जुलाई- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की माॅनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष व पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश श्री प्रीतम पाल की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के सभागार में जिला के लिये पर्यावरण योजना को अंतिम रूप देने के लिये बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह व माॅनिटरिंग कमेटी के तकनीकी विशेषज्ञ बाबू राम भी उपस्थित थे जबकि कमेटी की सदस्या व सेवानिवृत आईएएस अधिकारी श्रीमती उर्वशी गुलाटी ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से बैठक में भाग लिया।


बैठक के दौरान कमेटी के अध्यक्ष श्री प्रीतम पाल ने नगर निगम पंचकूला द्वारा पंचकूला शहर में व नगर परिषद कालका द्वारा कालका व पिंजौर में पर्यावरण की दृष्टि से किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की व संबंधित अधिककारियों को उचित दिशा निर्देश दिये। बैठक में ठोस कचरा के प्रबंधन, संग्रहण व पृथक्करण, प्लाॅस्टिक वेस्ट के संग्रहण व उपयोगिता, बरसाती नालों की साफ सफाई, बागवानी के वेस्ट से कंपोस्ट तैयार करने तथा बायो मैडिकल कचरा के संग्रहण व निस्पादन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।


श्री प्रीतम पाल ने निर्देश दिये कि पंचकूला में पाॅल्ट्री फार्म के प्रबंधन को भी पंचकूला जिला के पर्यावरण योजना मे ंशामिल किया जाये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण योजना में पोल्ट्री फार्म की वजह से होने वाली मक्खियों की समस्या को दूर करने के लिये किये जाने वाले उपायो का विस्तृत रूप  से उल्लेख किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सेक्टर-23 डंपिंग ग्राउड के आस पास सौंदर्यकरण की दृष्टि से पौधा रोपण भी किया जाये।

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श्री प्रीतम पाल ने कहा कि वर्तमान में शुद्ध वातावरण की एहमियत और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि वातावरण जितना शुद्ध होगा उतना ही हम बीमारियों से बच सकेंगे। उन्होंने लोगो ंसे आह्वान किया कि वे प्रतिदिन जितना वातावरण को दूषित करते है उन्हें उससे ज्यादा शुद्ध भी करना चाहिये। उन्होंने कहा कि वे पौधारोपण करके व धरती व पानी को दूषित होने से बचाकर पर्यावरण को साफ सुथरा रखने में अपना अमूल्य योगदान कर सकते है। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियो ंसे भी इस दिशा में मजबूत इच्छा शक्ति व संवेदशीलता से कार्य करने की अपील की।


कमेटी की सदस्या व सेवानिवृत आईएएस उर्वशी गुलाटी ने कहा कि पंचकूला में वायु की गुणवत्ता बाकी जिलों के मुकाबले बेहतर है। उन्होंने कहा कि पंचकूला राज्य की शो विंडो है और यहां लागू की जा रही योजनायें दूसरे जिलों के लिये एक रोल माॅडल होनी चाहिये।


पंचकूला का पर्यावरण प्लान होगा माॅडल प्लान-उपायुक्त


उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने सेवानिवृत न्यायाधीश प्रीतम पाल की अध्यक्षता वाली माॅनिटरिंग कमेटी को आश्वासन दिया कि पंचकूला का पर्यावरण प्लान माॅडल प्लान होगा ताकि दूसरे जिले भी उसे अपना सके। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पंचकूला दूसरे जिलों के लिये मार्गदर्शक का काम करेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पंचकूला के पर्यावरण प्लान को अंतिम रूप देकर स्वीकृति के लिये भेजा जायेगा। उन्होंने माॅनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष व पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट से सेवानिवृत न्यायाधीश प्रीतम पाल, कमेटी की सदस्या व सेवानिवृत आईएएस उर्वशी गुलाटी व तकनीकी विशेषज्ञ बाबू राम का धन्यवाद किया व कहा कि बैठक में उनके द्वारा दिये गये सुझावों को जिला पंचकूला के पर्यावरण प्लान में शामिल किया जायेगा।


कमेटी के सुझावों पर श्री विनय प्रताप सिंह ने संबंधित अधिकारियों को उपचारित अपशिष्ट जल के पुन प्रयोग को लेकर एक विस्तृत योजना बनाने के निदे्रश दिये ताकि उसे पंचकूला के पर्यावरण प्लान में शामिल किया जा सके। उन्होंने सीईओ जिला परिषद को निर्देश दिये कि वह जिला के गांवो ंमें ठोस व तरल कचरा के प्रबंधन व निपटान को लेकर योजना शीघ्र प्रस्तुत करें। उन्होंने निगम निगम आयुक्त को शहर में कम से कम पांच प्रमुख स्थान चयनित करने के निर्देश दिये जहां स्क्रीन के माध्यम से शहर की वायु गुणवत्ता को दर्शाया जा सके। उन्होंने कहां कि वह इस कार्य को काॅरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत करवाने के लिये भी संभावना तलाशे।


बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, नगर निगम आयुक्त धर्मवीर सिंह, एसडीएम कालका राकेश संधु, नगराधीश सिमरजीत कौर, सीईओ जिला परिषद निशु सिंगल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की संपदा अधिकारी ममता शर्मा, सेक्रेटरी आरटीए अमरिंद्र सिंह, सिविल सर्जन डाॅ मुक्ता व अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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जिला में कोरोना का पाॅजिटीविटी रेट केवल 0.29 प्रतिशत -उपायुक्त

– नागरिक अस्पताल में ओपीडी सेवायें दुबारा शुरू- विनय प्रताप सिंह
— महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा के तहत रियायतें बढ़ाने का निर्णय लिया गया -उपायुक्त

पंचकूला, 13 जुलाई- पंजाब के राज्यपाल यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक श्री वीपी सिंह बदनौर ने आज चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेेंसिंग के माध्यम से ट्राई सिटी में कोविड-19 के संबंध में पंचकूला, चंडीगढ़ व मौहाली के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, जीएमसीएच सेक्टर-16 व जीएमसीएच सेक्टर-32 के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर जानकारी ली।
बैठक में पंचकूला उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने श्री बदनौर को अवगत करवाया कि जिला में पिछले दो सप्ताह के दौरान कोरोना के मामलों में भारी कमी आई है और पाॅजिटीव मामलों की औसत 5 से कम रही हैं।


  उन्होंने बताया कि सेक्टर-6 नागरिक अस्पताल में ओपीडी सेवायें दुबारा शुरू कर दी गई है तथा प्रतिदिन लगभग 2200 मरीज सुबह व सायं ओपीडी में आ रहे है। इसके अलावा प्रतिदिन लगभग 750 आरटीपीसीआर सेंपल लिये जा रहे है। उन्होंने बताया कि यह संतोष की बात है कि जिला में कोरोना का रिकवरी रेट 98.7 प्रतिशत है और पाॅजिटीविटी रेट 0.29 प्रतिशत तक रह गया है।


उपायुक्त ने बताया कि जिला में मिक्योरमाईकोसिस (ब्लेक फंगस) के पांच सक्रिय मामले है, जिसमें से केवल एक मरीज पंचकूला का है। श्री विनय प्रताप सिंह ने बताया कि कल से राज्य सरकार द्वारा महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा के तहत रियायतें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि विवाह शादियों, अंत्येष्टि/दाह संस्कार में 100 व्यक्तियों को एकत्रित होने की अनुमति दी गई है। कार्यक्रमों के दौरान कोविड -19 उपयुक्त व्यवहार मानदंडों और सामाजिक दूरी की सख्त पालन करनी होगी। उन्होंने बताया कि स्पा को आवश्यक सोशल डिस्टेंसिंग मानदंड, नियमित स्वच्छता और कोविड उपयुक्त व्यवहार मानदंडों का पालन करते हुये 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सुबह 6ः00 बजे से रात 8ः00 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है।


उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय/कॉलेजों को छात्रों के लिए डाउट क्लास, प्रयोगशालाओं में व्यावहारिक कक्षाएं, व्यावहारिक परीक्षाओं और ऑफ लाइन परीक्षाओं के लिए आवश्यक सामाजिक दूरियों के मानदंडों, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण हरियाणा एवं राष्ट्रीय कौशल विकास निगम और स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी एसओपीज की कड़ाई से पालना सुनिश्चित करते हुये अनुमति दी गई है।


       इसी प्रकार कोचिंग संस्थानों, पुस्तकालयों और प्रशिक्षण संस्थानों ( निजी या सरकारी) को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी एसओपी और आवश्यक सामाजिक दूरियों के मानदंडों, कोविड उपयुक्त व्यवहार मानदंड दिशानिर्देशों की सख्त पालना के साथ खोलने की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 16 जुलाई 2021 से 9वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिये कक्षायें आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि इसके लिये अभिभावकों की सहमति ली जायेगी।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डाॅ मुक्ता, पीएमओ डाॅ सुवीर सक्सेना भी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , पंचकूला में   रक्तदान शिविर का आयोजन

जिले में ’महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा’ के तहत लॉकडाउन एक और सप्ताह यानि 19 जुलाई, 2021 तक बढ़ाया गया।

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पंचकूला, 13 जुलाई- जिलाधीश एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन विनय प्रताप सिंह द्वारा  जिला में महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा के तहत लाॅकडाउन की अवधि को कुछ अतिरिक्त रियायतो के साथ आगामी 19 जुलाई  2021 की सुबह पांच बजे तक बढ़ा दिया गया है।

        राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, दिल्ली के कुलपति को 23 जुलाई, 2021 को जिला पंचकुला में कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (ब्स्।ज्) 2021 आयोजित करने की अनुमति दी गई है। इसका संचालन करते समय, कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों के संबंध में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी संशोधित एसओपीज का कड़ाई से पालन किया जाएगा।


        विवाह शादियों, अंत्येष्टि/दाह संस्कार में 100 व्यक्तियों को एकत्रित होने की अनुमति दी गई है। कार्यक्रमों के दौरान कोविड -19 उपयुक्त व्यवहार मानदंडों और सामाजिक दूरी की सख्त पालन करनी होगी। हालाँकि, शादियाँ घर और कोर्ट के अलावा अन्य जगहों पर भी हो सकती हैं।


        खुले स्थानों में, 200 व्यक्तियों तक को कोविड -19 के नियमों का पालन करते हुये एकत्रित होने की अनुमति दी गई है।
        स्पा को आवश्यक सोशल डिस्टेंसिंग मानदंड, नियमित स्वच्छता और कोविड उपयुक्त व्यवहार मानदंडों का पालन करते हुये 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सुबह 6ः00 बजे से रात 8ः00 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है।

        स्विमिंग पूल को केवल ऐसे एथलीटों/तैराकों के लिए खोलने की अनुमति दी गई है जो किसी प्रतियोगिता के लिए अभ्यास कर रहे हैं। इस दौरान सामाजिक दूरी, नियमित स्वच्छता और कोविड उपयुक्त व्यवहार मानदंडों का पालन करना होगा।  


        सिनेमा हॉल (मॉल में और स्टैंड अलोन) को अधिकतम 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी गई है, जिसमें आवश्यक सामाजिक दूरियों व कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार मानदंडों के साथ साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी एसओपी की पालना सुनिश्चित की जायेगी।


        विश्वविद्यालय/कॉलेजों को छात्रों के लिए डाउट क्लास, प्रयोगशालाओं में व्यावहारिक कक्षाएं, व्यावहारिक परीक्षाओं और ऑफ लाइन परीक्षाओं के लिए आवश्यक सामाजिक दूरियों के मानदंडों, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण हरियाणा एवं राष्ट्रीय कौशल विकास निगम और स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी एसओपीज की कड़ाई से पालना सुनिश्चित करते हुये अनुमति दी गई है।


        कोचिंग संस्थानों, पुस्तकालयों और प्रशिक्षण संस्थानों ( निजी या सरकारी) को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी एसओपी और नियमित स्वच्छता के लिए आवश्यक सामाजिक दूरियों के मानदंडों, कोविड उपयुक्त व्यवहार मानदंड दिशानिर्देशों की सख्त पालन के साथ खोलने की अनुमति दी गई है।


        औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को छात्रों के लिए डाउट क्लास, व्यावहारिक कक्षाओं के लिए आवश्यक सामाजिक दूरियों के मानदंडों का कड़ाई से पालन करते हुये खोलने की अनुमति दी गई है। इन आदेशों के क्रियान्वयन के लिए हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किये जायेंगे।


जारी आदेशों के अनुसार सभी दुकानों को सुबह 9 बजे से लेकर रात्रि 8 बजे तक खुलेंगी।

 साथ ही कोविड-19 के नियमों की पालना करते हुए सुबह 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक मॉल भी खोले जा सकेंगे।

रेस्टोरेंट, बार (होटल अथवा मॉल में स्थित हैं) सुबह 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ खोलने की इजाजत है, लेकिन कोविड गाइडलाइन की अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी।

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होटल, रेस्टोरेंट व फास्ट फूड प्रतिष्ठानों से होम डिलीवरी की अनुमति रात्रि 10 बजे तक रहेगी।

जिला में स्थित धार्मिक स्थल एक समय में 50 लोगों की उपस्थिति के साथ खुल सकते हैं और उक्त अवधि में एक दूसरे से उचित सामाजिक दूरी की पालना, मास्क का उपयोग व अन्य स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना होगा।

कॉर्पोरेट ऑफिसों में सभी कर्मचारी आ सकते हैं, जिसमें कोविड गाइडलाइन की गंभीरता से पालना करनी होगी।

गोल्फ कोर्स के क्लब हाउस, रेस्टारेंट, बॉर में भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलने की अनुमति सुबह 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक की रहेगी तथा कोविड गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करनी होगी।

 जिम सुबह 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलने की अनुमति रहेगी तथा कोविड गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करनी होगी।

सभी उत्पादन इकाइयों, प्रतिष्ठानों, उद्योगों को कार्य करने की अनुमति है, हालांकि उन्हें कोविड-19 के तहत निर्धारित मानदंडों की कड़ाई से पालन करनी होगी।

स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स व स्टेडियम को काॅन्टेक्ट स्पोर्टस को छोड़कर खेल गतिविधियों के लिए खोलने की अनुमति प्रदान की गई है लेकिन दर्शकों की अनुमति नहीं होगी। जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी खेल परिसर में सामाजिक दूरी, नियमित सेनिटाइजेशन व कोविड नियमों की पालना सुनिश्चित करेंगे।

इन आदेशों को प्रभावी रूप से लागू करवाने के लिए नगर निगम आयुक्त/जिला नगर आयुक्त सुनिश्चित करेंगे कि नगरपालिकायें इन आदेशों व दिशा निर्देशों का दुकानदारों में प्रचार प्रसार करेंगी।

 पुलिस उपायुक्त इन आदेशों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये इंस्पैक्शन टीम का गठन करेंगे।

इसके अलावा उपमंडल अधिकारी (ना0) पंचकूला व कालका प्रतिदिन गतिविधियों पर निगरानी रखने और आदेशों की सख्त पालना सुनिश्चित करने के लिये अपने अपने अधिकार क्षेत्रों में इंचार्ज होंगे।

सभी इंन्सीडेंट कमांडर अपने-अपने इलाकों में इन आदेशों को लागू करने के लिये उतरदायी होंगे।

इन आदेशो की उल्लघ्ंाना करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 और आई पी सी की धारा 188 के तहत कार्यवाही की जाये।

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व्यक्तिगत रूचि लेकर करें योजनाओं का क्रियान्वयन, धरातल स्तर पर दिखे योजनाओं के परिणाम : उपायुक्त अनीश यादव

ऐलनाबाद, 13 जुलाई।

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– योजनाओं के लक्ष्यों को निर्धारित समय अवधि में करें पूरा, पटवारी कास्ट वैरिफिकेशन कार्य को जल्द करें पूरा
-जल शक्ति अभियान के तहत गांवों में तालाबोंं की सफाई के साथ-साथ किया जाए पौधारोपण
-उपायुक्त ने किया ऐलनाबाद का दौरा, अधिकारियों के साथ बैठक कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश


उपायुक्त अनीश यादव ने मंगलवार को उपमंडल ऐलनाबाद का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एसडीएम कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की और प्रदेश सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पटवारियों को कास्ट वैरिफिकेशन कार्य में तेजी लाते हुए निर्धारित समय अवधि में लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने जमीन म्यूटेशन, ई-गिरदावरी, राजस्व संबंधी कोर्ट केस आदि के साथ-साथ स्वामित्व योजना, जल शक्ति अभियान के कार्य प्रगति की भी समीक्षा की। इस अवसर पर एसडीएम दिलबाग सिंह, नायब तहसीलदार ऐलनाबाद अजय कुमार, नायब तहसीलदार रानियां सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।


उपायुक्त ने पटवारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कास्ट वैरिफिकेशन कार्य में तेजी लाई जाए और इसी माह में कार्य को पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री स्वयं इसकी लगातार मोनिट्रींग कर रहे हैं। इसलिए इस कार्य को गंभीरता से लें और किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। इस कार्य में लगे सभी पटवारी व्यक्तिगत रूचि लेकर कास्ट वैरिफिकेशन डाटा को डिजिटाइजड करवाएं। कास्ट वैरिफिकेशन कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है, इसलिए सभी पटवारी इस कार्य को प्राथमिकता से लेते हुए कास्ट वैरिफिकेशन डाटा को डिजिटाइजड करवाएं। यदि किसी प्रकार की कोई दिक्कत आती है, तो उस बारे अवगत करवाएं।


उन्होंने कहा कि म्यूटेशन, ई-गिरदावरी, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, परिवार पहचान पत्र आदि के कार्यों में तेजी लाई जाए और कार्य को समबद्घ अवधि में पूरा किया जाए। किसी भी कार्य में पैडेंसी न रहे। उपायुक्त ने कहा कि स्वामित्व योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें लोगों को मालिकाना हक दिया जाता है। योजना के तहत नक्शा प्राप्त होने के साथ ही रजिस्ट्रेशन कार्य किया जाए, ताकि जल्द से जल्द योजना के लक्ष्यों को पूरा किया जा सके। इस कार्य में किसी प्रकार की दिक्कत या परेशानी आती है, तो उस बारे उच्च अधिकारियों को अवगत करवाकर तुरंत समाधान करवाएं, ताकि उक्त कार्य भी समयबद्ध अवधि में पूरा हो सके।

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उपायुक्त ने कहा कि जल शक्ति अभियान के तहत दिए गए लक्ष्यों को भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए। अभियान के तहत गांवों में तालाबों की साफ-सफाई करवाई जाए। इसके साथ ही गांव में पौधारोपण कार्य को भी शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं के संबंध में जो भी लक्ष्य उन्हें दिया जाता है, उसे प्राथमिकता के साथ पूरा करें, ताकि योजनाओं का लाभ आमजन को मिल सके और धरातल स्तर पर परिणाम दिखे।

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किसान 31 जुलाई तक करवा सकते हैं खरीफ फसल का बीमा : उपायुक्त

सिरसा, 13 जुलाई।

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उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वर्ष 2021 के दौरान खरीफ सीजन में धान, मक्का, बाजरा व कपास फसलों का बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2021 है। खरीफ सीजन में इस योजना के तहत किसानों को धान, मक्का, बाजरा व कपास के लिए क्रमश: 713.99 रुपये, 356.99 रुपये, 335.99 रुपये तथा 1732.50 रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रीमियम देना होगा। उन्होंने बताया कि फसल की बीमित राशि धान, मक्का, बाजरा व कपास के लिए क्रमश: 35,699.78 रुपये, 17,849.89 रुपये, 16,799.33 रुपये तथा 34,650.02 रुपये प्रति एकड़ निर्धारित की गई है।


उन्होंने बताया कि यह योजना सभी किसानों के लिए वैकल्पिक है, इसलिए यदि ऋणी किसान इस योजना में शामिल नहीं होना चाहते तो वे 24 जुलाई, 2021 तक अपने बैंकों में लिखित आवेदन करके योजना से बाहर हो सकते हैं। यदि ऋणी किसान स्कीम से बाहर होने के लिए तय तिथि तक संबंधित बैंक में आवेदन नहीं करता तो बैंक किसान की फसलों का बीमा करने के लिए अधिकृत या बाध्य होंगे। उन्होंने बताया कि गैर-ऋणी किसान ग्राहक सेवा केंद्र या बीमा कंपनी के प्रतिनिधि से अपनी फसल का बीमा करवा सकता है। यदि कोई किसान पहले से नियोजित फसल को बदलता है तो उसे अंतिम तिथि से कम से कम दो दिन पहले (29 जुलाई तक) फसल बदलाव के लिए बैंक में सूचित करना होगा।

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उन्होंने बताया कि बीमा कंपनियों ने भी किसानों की सहायता के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर अपने कर्मचारी नियुक्त किए हैं। स्कीम में किसानों की शिकायतों के निपटान के लिए राज्य व जिला स्तर पर शिकायत निवारण समितियों का गठन किया गया है। अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 पर अथवा अपनी बैंक शाखा या बीमा कंपनी से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा योजना का पूरा विवरण कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एग्रीहरियाणा डॉट जीओवी डॉट आईएन पर उपलब्ध है।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , पंचकूला में   रक्तदान शिविर का आयोजन

Tree Plantation at PU

Chandigarh July 13, 2021

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A Tree Plantation drive was organised by the International Hostel and Florence Nightingale Girls Hostel 8, Sec 25 (South Campus), Panjab University.

          Shri C D Singh (I.F.S.), Deputy Director General and Shri K Z Bhutia (I.F.S.), Deputy Inspector General of Forest (Central) at Ministry of Environment, Forest & Climate Change, Government of India, graced the occasion as Chief Guests. Dean Student Welfare, Prof. S K Tomar, Dean Student Welfare (Women) Prof. Meena Sharma and Associate Dean Student Welfare Prof. Ashok Kumar presided over the function.

          Shri C D Singh and Shri K Z Bhutia appreciated the plantation drive initiated by the Panjab University and carried out by the Horticulture department in association with various hostels and departments of PU. They lauded the efforts made by PU in increasing its Green cover by planting numerous trees, and stated that tree plantation played a very important role in saving the environment from the adverse effects of the climate change. They stressed upon the need to sensitize the youth of today towards the ill effects of climate change and the advantages of tree plantation. The students were encouraged to plant more trees and adopt them as well.  

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          Prof. Tomar in his address expressed his gratitude towards the dignitaries present on the occasion and also, appreciated the efforts of the Wardens which included Dr Harveen Kaur,  International Hostel and Dr Simran Kaur,  GH 8, in organizing this event meticulously. Other present included Wardens, officials and students of various hostels.

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , पंचकूला में   रक्तदान शिविर का आयोजन

Poster making Competition by UIFT, PU

Chandigarh July 13, 2021

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University Institute of Fashion Technology and Vocational Development(UIFT&VD), Panjab University held a poster making competition for fashion students of Panjab University and other Colleges and Universities. This event was held at UIFT&VD via virtual mode for creating awareness on topics of sustainability, going green and advocating the theme of Living in A Plastic-Free Paradise- a pledge to protect our environment.

          Dr. Anu H. Gupta, Chairperson and Dr. Nikita, organiser of the event, invited hand-made and digital poster entries from students of Panjab University. The students were required to creatively display the plight upon usage of plastic and benefits of a plastic-free life. Entries were received from B.Sc. and M.Sc. students of Sarooprani Government College (Amritsar), SBBSMGC sukhanand (Moga), Hindu Kanya Mahavidyalaya (Jind), Govt. Home Science College (Chandigarh), IIS Deemed to be University (Jaipur) and UIFT&VD, PU, Chandigarh.

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          Top 3 positions have been bagged by Nitika Sharma, Kritika Wadhwa and Divya Sharma of UIFT&VD. All participants will be awarded a certificate. It is essential to sensitise people against using plastic for a better future.

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , पंचकूला में   रक्तदान शिविर का आयोजन

“हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत एक क्रांतिकारी कदम -गृह मंत्री अनिल विज

मुख्यमंत्री ने “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत- गृह मंत्री
 इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च, जिसमें कॉल सेंटर, सॉफ्टवेयर के साथ- साथ 630 नई इंनोवा गाड़ियां भी खरीदी- अनिल विज
 इस प्रणाली में चार भाषाओं के जानकार कर्मियों को किया तैनात, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और हरियाणवी शामिल- गृह मंत्री अनिल विज
 कोविड के दौरान हरियाणा पुलिस का कार्य सराहनीय- अनिल विज

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पंचकूला, 12 जुलाई- हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि आज किसी भी प्रदेश की तरक्की औद्योगिकीकरण की वजह से होती है औद्योगिकरण उसी प्रदेश में पनपता है, जहां की कानून व्यवस्था अच्छी हो, इसलिए आज हम आम आदमी की बहाली के लिए एक कदम और आगे बढ़ा रहे हैं और इस कड़ी में हरियाणा के लोगों को आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत की। यह प्रणाली 13 जुलाई प्रातः 8ः00 बजे से पूरे राज्य में शुरू हो जाएगी।


श्री विज आज यहां पंचकूला में “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर  पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता भी उपस्थित थे

श्री विज ने अपने जीवन को याद करते हुए बताया कि उनकी 52 साल की पब्लिक लाइफ़ हो चुकी है और जब कभी भी कोई घटना या दुर्घटना हुई, तो आदत के अनुसार वे वहां पहुंचे हैं और लोगों ने एक ही शिकायत उनसे की है कि पुलिस समय पर नहीं आई। इसी प्रकार, इंडियन सिनेमा ने भी पुलिस की छवि को खराब करने का काम किया है और फिल्मों में हमेशा यही दिखाया जाता रहा है, कि पुलिस हमेशा घटना के काफी देर तक पहुंचती है। लेकिन आज हम हरियाणा में एक क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहे हैं और आज इसी कड़ी में “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत की जा रही  है।


गृह मंत्री श्री विज ने हरियाणा के लोगों को वचन देते हुए कहा कि हरियाणा के लोगों की मांग और पीड़ित तक पुलिस की गाड़ी 15 से 20 मिनट में पहुंचेगी और अपराधियों के हौसले पस्त होंगे।विज ने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च आया है जिसमें कॉल सेंटर, सॉफ्टवेयर के साथ- साथ  630 नई इंनोवा गाड़ियां भी खरीदी गई है। इन गाड़ियों में से प्रत्येक पुलिस थाने को दो-दो गाड़ियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं।  मुख्यमंत्री ने आज इन गाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर दिया है और आज शाम तक ये गाड़ियां अपने गन्तव्य स्थान तक पहुँच जाएगी।  उन्होंने बताया कि कल यानि 13 जुलाई प्रातः 8 बजे से ये प्रणाली शुरू हो जाएगी।


श्री विज ने बताया कि “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ में चार भाषाओं के जानकार कर्मियों को तैनात किया गया है जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और हरियाणवी शामिल है क्योंकि हरियाणा बहुभाषी प्रदेश है यहां कई भाषाओं में काम करने वाले लोग रहते है। उन्होंने कहा कि हरियाणवी भाषा को भी इसमें शामिल किया गया है और हमारी सरकार ने ही हरियाणावी की कदर और चिंता पहली बार की है इसलिए हरियाणा के किसी भी कोने से इन चार भाषाओं में कोई भी कॉल आती है तो उसे अटेंड किया जाएगा। इसके अलावा, हम विदेशी भाषा की व्यवस्था भी करने जा रहे हैं ताकि किसी भी कॉल को अटेंड करने से छोड़ा ना जा सके।  श्री विज ने बताया कि इस प्रणाली के तहत किसी भी फोन कॉल, एसएमएस पर शिकायत सुनी जाएगी और शिकायत करने वाले का कॉल सेंटर में लोकेशन पता लगेगी और उससे नजदीक वाली गाड़ी को घटना पर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन गाड़ियों में फस्र्ट ऐड, स्ट्रेचर इत्यादि का भी प्रावधान किया गया है और इसके अलावा इस गाड़ी में ऐसी व्यवस्था भी की गई है जो सीन का अवलोकन करने के पश्चात एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को जरूरत अनुसार कमांड देने का भी काम करेगी। श्री विज ने बताया कि आपदा की सुविधा को जोड़ने पर भी इस नंबर सेवा पर विचार किया जा रहा है।

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श्री विज ने कहा कि हरियाणा पुलिस विभाग अब हाईटेक होने जा रहा है क्योंकि इस प्रणाली के तहत पारदर्शिता बढ़ेगी और यह रिकॉर्डेड भी होगी। इस प्रणाली की वजह से जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी क्योंकि इसकी निगरानी सिस्टम करेगा और सिस्टम किसी से भेदभाव नहीं करता है। उन्होंने कहा कि हर महीने समीक्षा भी की जाएगी और एक महीने में कितनी गाड़ियां कितने समय पर घटनास्थल पर पहुंची और इस सिस्टम में जिलों को भी जोड़ा जाएगा।उन्होंने कहा कि इससे कानून व्यवस्था में सुधार आएगा और कानून व्यवस्था को एक बहुत बड़ा बूस्ट भी मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के आने से आम आदमी भी अपने आप को सुरक्षित मान सकता है क्योंकि पुलिस उसके पीछे – पीछे चल रही है जो उस तक पहुंचने में केवल 15 मिनट का समय लेगी और कोई भी व्यक्ति राज्य में निर्भीक होकर अपना काम-धंधा कर सकता है।


गृह मंत्री अनिल विज ने कोविड की दूसरी लहर का जिक्र करते हुए कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान एक दिन ऐसा भी था, जब संक्रमण के 15 से 16 हजार केस राज्य में आया करते थे और यह अब घटकर 56 हो गए हैं। इसके पीछे पुलिस के जवानों की दिनरात की मेहनत है। उन्होंने कहा कि हमने नियम- कायदे बनाये, गैदरिंग के लिए समय सीमा तय की और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा पुलिस के जवानों ने दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना इस संक्रमण को रोकने में अपने अहम भूमिका निभाई। श्री विज ने कहा कि इस दौरान बहुत से कर्मचारी संक्रमित हुए और शहीद भी हुए, लेकिन इस अदृश्य दुश्मन से लड़ने के लिए पुलिस ने अपनी एक बड़ी भूमिका अदा की है।

श्री विज ने कहा कि इस प्रणाली के शुरू होने पर हरियाणा के वासियों को इसका दिल से स्वागत करना चाहिए क्योंकि हरियाणा पुलिस हमेशा अपनी जान की परवाह किए बिना प्रदेशवासियों की सेवा, सुविधा और सुरक्षा के लिए लगी रहती है।


इस मौके पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस ढेसी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा,  मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एएस चावला , उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एस डी एम ऋचा राठी, मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डीनेटर रमनीक सिंह मान
सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।