उपायुक्त ने जनवरी माह में संभावित धुंध की स्थिति को देखते हुए यातायात पुलिस को जिला में विभिन्न चिन्हित दुर्घटना संभावित प्वाइंट्स पर निगरानी बढाने के दिये निर्देश
– जीरकपुर-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर गड्ढे होने की शिकायत का लिया कड़ा संज्ञान, 15 दिन में मांगी कार्रवाही की रिपोर्ट
– छात्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए महाविद्यालयों में किया जाये विशेष शिविरों का आयोजन-उपायुक्त
पंचकूला, 22 दिसंबर- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने जनवरी माह में संभावित धुंध की स्थिति को देखते हुए यातायात पुलिस को जिला में विभिन्न चिन्हित दुर्घटना संभावित प्वाइंट्स पर निगरानी बढाने व लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिये।
श्री महावीर कौशिक आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति और सुरक्षित स्कूल वाहन पाॅलिसी की आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री महावीर कौशिक ने कहा कि वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटना के मामलों में 20 प्रतिशत कमी लाने का लक्षय रखा गया है। उन्होंने कालका, पिंजौर, रायपुरानी व पंचकूला में दुर्घटना संभावित प्वाइंटस के बारे में चर्चा की और यातायात पुलिस को यहां होने वाली दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगा कर निवारक उपाय अपनाने के निर्देश दिये।
उपायुक्त ने जीरकपुर-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह गड्ढे होने की शिकायत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को रोड की मरम्मत कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। इस पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पैचवर्क का कार्य प्रगति पर है और इसे आगामी 10 दिनों में पूरा कर लिया जायेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव महेशपुर में सर्विस लेन पर वाहनों के गलत तरीके से पार्किंग की वजह से लगने वाले जाम से लोगों का निजात दिलवाने के लिए उपायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, नगर निगम और पुलिस विभाग को एक संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश दिये ताकि यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि तीनो विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि लोगों द्वारा नियमों के अनुसार वाहनों की पार्किंग की जा रही है। उन्होंने यातायात पुलिस को निर्देश दिये कि सर्विस लेन में गलत तरह से वाहन पार्किंग करने पर चालान किए जायें।
श्री महावीर कौशिक ने कहा कि प्रत्येक सड़क निर्माण एजंसी जैसे-लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़कें), नगर निगम, हयियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, हरियाणा राज्य ओद्यौगिक आधारभूत संरचना विकास निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा 5-5 किलोमीटर की रोड स्ट्रैच को एक्सीडेंट रहित माॅडल रोड के रूप में विकसित किया जाना है। सभी रोड निर्माण एजंसी ऐसे रोड स्ट्रैच को चिन्हित कर इस पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य शुरू करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि महाविद्यालयों के छात्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए यातायात पुलिस के सहयोग से महाविद्यालयों में विशेष शिविरों का आयोजन किया जाये। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार पुलिस व प्रशासन के सहयोग के लिए नियुक्त किए गए सड़क सुरक्षा वालंटियर्स को भी रेडक्रास सोसायटी की ओर से प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाये ताकि वे दुर्घटना के मामलों में पीड़ितों को प्राथमिक उपचार दे सकें।
बैठक में उपायुक्त ने सड़क दुघर्टना की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाने वाली एंबुलेंस सेवा के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में पीड़ित तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस के रिस्पांस टाईम को और कम किया जाना चाहिए ताकि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को जल्द से जल्द उपचार मिल सके। उन्हें बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिक अस्पताल पंचकूला के साथ-साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध है। दुर्घटना होने पर 108 नंबर डायल करके किसी भी समय इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
सुरक्षित स्कूल वाहन पाॅलिसी की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला में सभी स्कूल खुल गए हैं। अतः सभी स्कूली बसों की चैकिंग कर ये सुनिश्चित किया जाये कि बसों में सभी प्रकार की सुरक्षा उपायों जैसे-फस्ट एड बाॅक्स व फायर सिलेंडर इत्यादि की व्यवस्था की गई हो।
इस अवसर पर एसडीएम ऋचा राठी, कालका नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी निशा शर्मा, एसीपी रमेश गुलिया और मुकेश जाखड़, जीएम रोडवेज रविंदर पाठक, व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी और रोड सेफ्टी वालंटियर्स भी उपस्थित थे।