*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

पूरे प्रदेश में पराली जलाने एवं अन्य कारणों से उत्पन्न हुए भयावह प्रदूषण को देखते हुए जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाये है।

पंचकूला, 4 नवंबर-

पूरे प्रदेश में पराली जलाने एवं अन्य कारणों से उत्पन्न हुए भयावह प्रदूषण को देखते हुए जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाये है। उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने धान की फसल के अवशेष यानी पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। भारतीय दण्ड प्रक्रिया नियमावली 1973 की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्होंने यह निर्देश जारी किये हैं। इन आदेशों की उल्लघंना करने वाले किसानों पर जुर्माना लगाया जायेगा। 

उक्त निर्देश जारी करते उन्होंने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है जिससे मानव व अन्य जीवों के स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। विशेषकर अस्थमा व अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को इस धुंए के कारण अधिक दिक्कत पेश आती है। उन्होंने कहा कि किसान धान की पराली को जलाने की बजाए इसका वैज्ञानिक स्तर पर प्रबंधन करें। इसके लिए कृषि विभाग द्वारा 8 तरह के उपकरण 50 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो छोटे किसान यह उपकरण अपने स्तर पर खरीदने की स्थिति में नहीं है उनकी सुविधा के लिए जिला में 7 कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित किये गये है जोकि गांव बतौर, रायपुररानी, भगवानपुर, बिहौड, व भरौली में है। इन सैंटरों से कोई भी किसान किराये पर उपकरण लेकर पराली का वैज्ञानिक प्रबंधन कर सकता है। इसके साथ साथ इस वर्ष कृषि विभाग द्वारा 42 रोटावेटर, 24 जीरो ड्रिल, 2 सर्ब मास्टर और 1 रिवरसिबल एमबी प्लो, 1 स्ट्रा चोपर, 1 स्ट्रा मनैजमैंट सिस्टम अनुदान पर दिया गया है। 

जिला उप कृषि निदेशक वजीर सिंह ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिये जिला में 20 सितंबर से 5 अक्तूबर तक फसल अवशेष सीआरएम यानी फसल अवशेष प्रबधंन पखवाड़ा भी मनाया गया था, जिसमें किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जागरूक किया गया था। उन्होंने बताया कि अभी तक 18 जगहों पर फसल अवशेष जलते पाये गये है, जिसमें से 14 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाही अमल में लाई गई है और शेष के मुकदमा दर्ज करवाया जायेगा। 

Watch This Video Till End….

*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपभोक्ता शिकायत निवारण

पंचकूला, 4 नवंबर-     

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के चेयरमैन एवं सदस्य मंच की कार्यवाही 5 नवम्बर को प्रातः 11.00 से दोपहर 2.00 बजे तक कार्यकारी अभियंता के कार्यालय, 517-518, पॉवर कॉलोनी, इंडस्ट्रीयल एरिया, फेस-2, पंचकूला  में की जाएगी।  

इस संबंध में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मंच के सदस्य, उपभोक्ताओं की सभी प्रकार की समस्याओं की  सुनवाई करेंगे। इन समस्याओं में बिलिंग, वोल्टेज, मीटरिंग से सम्बंधित शिकायतें, कनैक्शन काटने और जोडने बिजली आपूर्ति में बाधाएं, कार्यकुशलता, सुरक्षा, विश्वसनीयता में कमी और हरियाणा बिजली विनियामक आयोग  के आदेशों की अवहेलना आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान मंच द्वारा बिजली अधिनियम की धारा 126 तथा धारा 135 से 139 के अन्तर्गत बिजली चोरी और बिजली के अनधिकृत उपयोग के  मामलों में दंड तथा जुर्माना और धारा 161 के अन्तर्गत जांच एवं दुर्घटनाओं से सम्बंधित मामलों की सुनवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से अपील की कि वे अपनी शिकायतों के निवारण के लिए इस अवसर का लाभ उठाएं।

Watch This Video Till End….

*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

समय पर इलाज से अंग कटने से बचा जा सकता है: डा. एच.के.बाली

News 7 World Exclusive:

पैरीफैरल वेस्कूलर बीमारी हार्ट अटैक से चार गुणा अधिक जानलेवा: डा. एच.के.बाली

पंचकूला, 4 नवंबर : पैरीफैरल आर्टरी की बीमारी तथा शुगर के कारण पैर खराब होने की बीमारी के बारे जागरूकता पैदा करने के लिए पारस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल  पंचकूला के डाक्टरों की टीम ने मीडिया के साथ बातचीत की। अस्पताल के कार्डियक साइंस के चेयरमैन डा. एच.के.बाली जिनका दिल की बीमारियों के इलाज में 30 वर्ष का अनुभव है तथा 15000 से अधिक कार्डियक इंटरवैशन कर चुके हैं, ने कहा कि पैरीफैरल वेस्कूलर बीमारी रक्त की नाडिय़ोंं से संबंधित बीमारी है। यह दुनिया भर में 15 प्रतिशत से 20 प्रतिशत लोगों को है।

डा. बाली ने बताया कि इस बीमारी में पैरों-हाथों को रक्त की सप्लाई करने वाली नाडिय़ां सिकुड़ जाती हैं तथा रक्त की सप्लाई घट जाती है या बिल्कुल बंद हो जाती है। यह बीमारी आम तौर पर टांगों पर असर डालती है तथा कई बार बाजूओं पर भी असर होता है। कई लोग प्राथमिक लक्षण के समय इस तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते। हाथ-पैर में दर्द या सुनेपन को वह कई बार उम्र का तकाज़ा कहकर नजरअंदाज कर देते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज करने से गैंगरीन हो सकती है तथा जिस कारण शरीर का अंग कटवाना पड़ता है।

शुगर व ब्लड सर्कूलेशन रूकावट के कारण भारत में हर वर्ष 80000 हाथ-पैर काटे जाते हैं: डा. एच.के.बाली

डा. एच.के.बाली ने यह भी बताया कि पैरीफैरल वेस्कूलर बीमारी पहले टांगों के बाहर असर डालती हैं। इससे चलने के समय तकलीफ होती है तथा कई बार लेटने के समय भी दर्द रहता है तथा फिर अलसर (फोड़ा) बन जाता है, आखिर में गैंगरीन हो जाती है। पैरीफैरल वेस्कूलर बीमारी अपने आप में कोई बीमारी नहीं, बल्कि यह दिल की बीमारियों कैरीब्रोवेस्कूलर के लिए संकेतक है, जिस कारण मौत भी हो सकती है। इस बीमारी की आधे मरीजों में दिल की बीमारियों वाले लक्षण ही होते हैं। इसका कारण धूम्रपान, बल्ड प्रैशर, हाईपर कलोस्टे्रल तथा परिवारिक हिस्ट्री हो सकता है। इस बीमारी में खून की नाडिय़ों के अंदर चिकनाई आदि जम जाती है , जिस कारण हाथ-पैरों को रक्त की पूरी सप्लाई नहीं हो पाती तथा नाडिय़ां सिकुड़ जाती हैं। इससे हाथ-पैर को आक्सीजन भी पूरी नहीं मिलती। जागरूकता तथा अनुभवी डाक्टरों की कमी के कारण 80000 भारतीय अपने अंग गवा बैठते हैं। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के कारण 90 प्रतिशत केसों में अंग कटवाने से बचा जा सकता है, इसलिए शिक्षा तथा समय पर इलाज की जरूरत है।

देश में शुगर के 70 मिलीयन मरीज हैं, जो 2030 तक 98 मिलियन हो जाएंगे: डा. कपिल छत्तरी

पारस अस्पताल के दिल के रोगों के सीनियर कंस्लटैंट डा. कपिल छत्तरी ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि पीवीडी के इलाज के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि यदि चलने-फिरने के समय बहुत ज्यादा दर्द नहीं है, तो इसका इलाज रक्त पतला करने वाली दवाईयों, शुगर कम करके तथा रक्त सप्लाई में इजाफा करके किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आराम की अवस्था में भी दर्द होने तथा अलसर हो जाने की सूरत में तुरंत इलाज की जरूरत पड़ती है।

शुगर के मरीजों के पैरों के पंजे काले होना सिर्फ गैंगरीन का लक्ष्ण नहीं, यह दिल की बीमारी के कारण भी हो सकते हैं: डा. कपिल छत्तरी

डा. कपिल ने बताया कि एंजीयोग्राफी/एंजीयोप्लास्टी से इलाज करके हाथ-पैर काटे जाने से बच सकते हैं। सर्जरी करके भी अंग काटे जाने से बचा जा सकता है। इसके बाद जान बचाने के लिए अंतिम विकल्प अंग काटना ही रह जाता है।

Watch This Video Till End….

*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

IGNOU – Post B. Sc. Nursing Entrance Test on 9th November, 2019

Chandigarh:

Indira Gandhi National Open University (IGNOU) is conducting Entrance Test for Post B. Sc. Nursing on 

Saturday, 9th November, 2019 (10:00 AM to 12:30 PM) for admission in Post B. Sc. Nursing Programmes for January, 2020 Session. 

The Entrance Test is being organized at 47 Examination Centres of IGNOU across the country accommodating 4626 candidates. 

Under Chandigarh Regional Centre the Entrance Test will be organized at Lajpat Rai Bhawan, Sector – 15B, Chandigarh accommodating 209 candidates.

The Hall-Tickets have already been UPLOADED ON the University website www.ignou.ac.in . The candidates are advised to download the hall ticket by entering their username and password and report to the Examination Centre.  In case candidates are unable to download the Hall-Ticket, they can contact the Regional Centre and obtain a print out of the hall ticket from the Regional Centre.

Candidates must report at the Examination Centre 45 minutes before commencement of the Entrance Test. Due to operational reasons request for change of examination centre will not be entertained

Watch This Video Till End….

*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

महिला स्वयं सहायता समूहों ने दिलाई पराली न जलाने की शपथ

सिरसा, 4 नवम्बर।

गांव शाहपुर बेगु व रत्ताखेड़ा में ग्रामीणों को दिया पराली न जलाने का संदेश


              हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सचालित महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने खंड सिरसा के गांव शाहपुर बेगु व खंड डबवाली के गांव रत्ताखेड़ा में प्रभात फेरी निकाल कर ग्रामीणों को पराली न जलाने का संदेश दिया।


              हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयानंद जांगड़ा ने बताया कि महिलाओं ने प्रभात फेरी निकाली व पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा पराली जलाने से पैदा हो रहे धूएं के कारण मानव को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। इस तरह का प्रदूषण फैला कर हम अपने और समाज का बहुत नुकसान कर रहे हैं। पराली जलाने से न केवल मनुष्य या पशुओं के जीवन पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने बताया कि धान की पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है, सबसे अधिक वायु प्रदूषित होती है। वायु में उपस्थित धुएं से आंखों में जलन एवं सांस लेने में दिक्कत होती है। प्रदूषित कणों के कारण खांसी, अस्थमा जैसी बीमारियों को बढ़ावा मिलता है, प्रदूषित वायु के कारण फेफड़ों में सूजन, संक्रमण, निमोनिया एवं दिल की बिमारियों सहित अन्य कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ-साथ किसानों के पराली जलाने से भूमि की उपजाऊ क्षमता लगातार घट रही है। इस कारण भूमि में पोषक तत्वों में कमी आई है और मित्र कीट नष्ट होने से शत्रु कीटों का प्रकोप बढ़ा है, जिससे फसलों में विभिन्न प्रकार की नई बिमारियां उत्पन्न हो रही हैं। इस अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने ग्रामीणों को पराली न जलाने की शपथ भी दिलवाई। इस मौके पर खंड कार्यक्रम प्रबंधक जगदीप सिंह, भजन लाल भी मौजूद थे।

Watch This Video Till End….

*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

गौपाषटमी के उपलक्ष्य पर पंचकूला गौशाला ट्रस्ट एवम गायत्री परिवार पंचकुला द्वारा 108 कुंडीय गौ संवर्धन गायत्री महायज्ञ

पचंकुला: 04 नवंबर 2019

News 7 World Exclusive:-

गौपाषटमी के उपलक्ष्य पर पंचकूला गौशाला ट्रस्ट एवम गायत्री परिवार पंचकुला द्वारा 108 कुंडीय गौ संवर्धन गायत्री महायज्ञ चौथे दिन भी माता मनसा देवी गौधाम में 01नवंबर से शुरू हुआ इस महायज्ञ की आज पूर्ण आहूति हुई अखिल विश्व गायत्री परिवार शांति कुजं हरिद्वार श्रेदय डाक्टर ओम प्रकाश शर्मा जी द्धारा गायत्री व गऊ माता पर विस्तार से प्रवचन द्वारा बताया कि गऊ और गायत्री भारतीय संस्कृति का आधार है गायत्री ने ऋषियों को पोषित किया और गऊ ने पूरे भारत को पोषित किया गायत्री मंत्र सूर्य मंत्र है जितने भी गृह नक्षत्र है वह सूर्य के आस पास घूमते रहते है गायत्री मंत्र की उपासना अति अवश्यक है संगीतकार श्री गणेश कुमार शर्मा टोली नायक श्री सुरेंद्र नाथ वर्मा सहायक श्री देवेश शर्मा गायक तपेशवर सांडिलय वादक श्री मनोहर तांडी सारथी श्री सुनील जी ने भजन गाकर समय बांध दिया यज्ञ में पंचकूला चंडीगढ़, मोहाली, आस पास के गांव बरवाला बतौड रैहोड जलौली, सुलतानपुर,भरेली ,भैंसा टिब्बा, सकेतडी,एम डी सी पंचकुला से कई सैकड़ों सैकड़ों दंपति जोडों ने हिस्सा लिया 110 भाई बहनो द्वारा गुरु मंत्र दीक्षा ली महायज्ञ विश्व कल्याण एवं शांति के लिए जा रहा है जिसमे शांति कुंज हरिद्वार से विद्वानो कि टोली के द्वारा कर्मकाण्ड करवाया किया है इस महायज्ञ में भागीदारी निशुल्क है सभी यज्ञ में शामिल परिजनो के लिए अटूट लंगर लगाया यह कार्य क्रम गौशाला अध्यक्ष श्री कुल भूषण गोयल की अध्यक्षता में हो रहा हैयज्ञ मे पहुँचे सभी अतिथि श्रोताओं का पंचकूला गौधाम के अध्यक्ष श्री कुल भूषण गोयल व गायत्री परिवार पंचकूला के मुख्य संरक्षक श्री सुरेंदर सिंह तोमर ने तह दिल से धंयवाद किया तोमर ने सभी शामिल श्रोताओं व यजमानों से कहा कि कोई भी मैंबर महायज्ञ के पश्चात अपने अपने घरों में यज्ञ करवा सकता है गायत्री परिवार नि :शुल्क करेगा यज्ञ द्धारा युवाओ को नशे से दुर रहने तथा यज्ञ संस्कार से जोडा जाएगा। यज्ञ द्वारा वातावरण शुद्ध होता है महायज्ञ में श्री नरेश कुमार मितल , श्री कुल भूषण गोयल,कुसुम गुप्ता,अजय कौशिक ,श्री मंगत राम शर्मा, श्री कुलदीप सिंह राम कुमार शर्मा अग्रवाल सभा मनीमाजरा के अध्यक्ष पवन कुमार सिगंला श्री उधम सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह तोमर, यतिंदर पाल शर्मा श्री रविंदर कुमार ,पंकज शर्मा, मैन पाल राणा, व अन्य गण मन्यों ने हिस्सा लिया भव्य दीप यज्ञ किया जिसमें 24 हजार दीप प्रज्वलित किए दीपयज्ञ में केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री श्री रत्न लाल कटारिया, गेल इंडिया की डायरेक्टर बंतो कटारिया श्री मति अंजली बंसल जी ने सपरिवार हिस्सा लिया

Watch This Video Till End….

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

मिशन अंत्योदय के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

सिरसा, 4 नवम्बर।


              मिशन अंत्योदय के तहत औढ़ा खण्ड कार्यालय में महिला स्वयं सहायता समूहों की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।


              हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयानंद जांगड़ा ने बताया कि अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर के दिशा निर्देशानुसार मिशन अंत्योदय के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों की प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में महिलाओं को गांव में सर्वे के बारे में पूर्ण जानकारी दी गई। इस सर्वे के माध्यम से गांव में विभागों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का आंकलन किया जायेगा जिसके लिए महिलाओं को सही प्रकार से डाटा फीड करने के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि सर्वे के तहत प्रत्येक विभाग द्वारा गांवों में दी जा रही सुविधाओं के लिए का डाटा एकत्रित किया जाएगा और ऑनलाइन अपलोड होगा, तत्पश्चात गांवों की ग्रेडिंग की जाएगी।


              उन्होंने बताया कि मिशन अंत्योदय के तहत सर्वे को अच्छी प्रकार से करवाने के लिए जिला स्तर पर जिला रिर्सोस पर्सन व खंड स्तर पर खंड रिर्सोस पर्सन को लगाया गया है। सर्वे का कार्य सभी गांव में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सर्वे के उपरान्त डाटा को ग्राम सचिवों व खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी के द्वारा सत्यापित करवाकर मिशन अन्त्योदय पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। प्रशिक्षण में खंड कार्यक्रम प्रबंधक जगदीप सिंह, देवेंद्र शर्मा व अन्य मौजूद रहे।

Watch This Video Till End….

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

पराली जलाने वालों के खिलाफ दर्ज करवाएं एफआईआर : मुख्य सचिव

सिरसा, 4 नवम्बर।


              हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने निर्देश दिए कि पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश के लिए गंभीरता से कार्य किए जाए और पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।


श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा सोमवार को वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों व कृषि विभाग के अधिकारियों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रदूषण का बढता स्तर बेहद गंभीर विषय है, प्रदूषण से न केवल मानव जीवन को स्वास्थ्य नुकसान के साथ-साथ पशुओं में भी बीमारी फैलने का अंदेशा रहता है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण का सबसे ज्यादा नुकसान छोटे बच्चों को झेलना पड़ रहा है। प्रदूषण से होने वाले नुकसान की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारी गांव स्तर पर अभियान चला कर किसानों को पराली न जलाने के बारे में जागरूक करें। इसके अलावा समय-समय पर निरीक्षण कर प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।


              मुख्य सचिव ने कहा कि जिला स्तर पर अभियान चला कर पराली जलानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके चालान काटे जाए और एफआईआर दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले की सूचना सही पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति को एक हजार रुपये देकर सम्मानित करें। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि गांवों में बने कॉमन हायरिंग सैंटर में भी विजिट कर पता लगाए कि कितने किसान पराली न जला कर फसल अवशेष प्रबंधन मशीनों का उपायोग कर रहे हैं। उनके बारे में भी लोगों को बता कर जागरूक करें। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से प्रदूषण की समस्या के साथ-साथ दिन प्रति दिन उत्पादकता में भी कमी हो रही है।


              वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने भी सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए कि पराली जलाने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें तथा उपमंडलाधीशों की टीम गठित कर विजिट करें तथा कहीं भी पराली जलाई हुई है उन पर एफआईआर करें। विजिट के दौरान कोई भी किसान नई तकनीक से फसल अवशेष प्रबंधन कर रहा है जिससे पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता, उनको सम्मानित करें तथा लोगों के सामने उदाहरण के रूप में पेश करें।


              इस अवसर पर उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें तथा अधिक से अधिक एफआईआर दर्ज करवाएं। उन्होंने आमजन से अपील की कि पराली व कूड़ा कर्कट जलाकर पर्यावरण को प्रदूषित न करें जिले को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सरकार व प्रशासन का सहयोग करें तथा पराली जलाने वालों की सूचना प्रशासन को उपलब्ध करवाएं।

Watch This Video Till End….

*MCC enhances WhatsApp complaint number 9915762917 with feedback mechanism to strengthen public services*

दिल्ली: राजधानी में कल से ऑड-ईवन नियम लागू हो जाएगा, दिल्ली में 4 से 15 नवंबर के बीच ऑड-ईवन नियम चलेगा

दिल्ली:

अगर आप कार से सोमवार को दिल्ली की सड़कों पर उतरने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि राजधानी में कल से ऑड-ईवन नियम लागू हो जाएगा। राजधानी दिल्ली में 4 से 15 नवंबर के बीच ऑड-ईवन नियम चलेगा। यानी कि ऑड तारीख वाले दिन सिर्फ ऑड नंबर की गाड़ियां और ईवन तारीख वाले दिन ईवन नंबर की गाड़ियां ही राजधानी की सड़कों पर उतर सकेंगी. नियम का उल्लंघन करने वालों पर 4000 रुपये का जुर्माना लगेगा। ये नियम सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लागू रहेगा।

ऑड-ईवन नियम के दायरे से दोपहिया वाहनों को बाहर रखा गया है। वहीं इस बार सीएनजी गाड़ियाों को भी ऑड-ईवन के दायरे में रखा गया है। दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन नियम के लिए अपने दफ्तरों के समय में बदलाव किए हैं।21 विभाग सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक काम करेंगे। वहीं कुछ विभाग सुबह 10:30 से शाम 7 बजे तक काम करेंगे।

क्या है ऑड-ईवन

महीने के ऑड (विषम) अंक की तारीख पर राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर सिर्फ ऑड अंक से खत्म होने वाले रजिस्ट्रेशन संख्या वाले वाहनों को चलाने की ही अनुमति होगी। वहीं,  ईवन (सम) अंक की तारीख पर सिर्फ सम अंक से खत्म होने वाले खत्म होने वाले रजिस्ट्रेशन संख्या वाले वाहनों को चलाने की ही अनुमति होगी।

Watch This Video Till End….

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

पंचकुला: उगते सूर्य को अघ्र्य देने के साथ संपन्न हो गया छठ पर्व

पंचकुला:

सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का पर्व छठ पूजा का रविवार सुबह सूर्योदय के बाद अघ्र्य देने के साथ ही समापन हो गया। इसके बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत भी पूर्ण हो गया। व्रत रखने वाले लोगों ने अघ्र्य देने के बाद पारण कर अपना व्रत खोला। छठ पूजा का प्रारंभ 31 अक्टूबर को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हुआ था। 1 नवंबर को खरना था, उस दिन शाम को गुड़ वाला खीर खाकर लोगों ने निर्जला व्रत रखा था। 2 नवंबर को छठ वाले दिन शाम को डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया गया। घग्गर नदी पर तेज पानी के बीच श्रद्धा का माहौल देखते ही बन रहा था। महिला और पुरुष सुबह चार बजे ही घग्गर नदी में खड़े हो गये थे और लगभग साढ़े 6 बजे सूर्य उगने पर उसे अघ्र्य दिया। पूर्व पार्षद हरेंद्र सिंह सैनी और गौतम प्रसाद ने महिलाओं के पांव छूकर आर्शीवाद लिया और लोगों को बधाई दी। 


वहीं गांव अभयपुर में आयोजित छठ पर्व की रौनक भी देखते ही बन रही थी। पूर्व पार्षद सुभाष निषाद ने बताया कि फिर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सूर्योदय के समय यानी आज सूर्य देव को अघ्र्य दिया गया। व्रती लोगों ने संतान के दीर्घ और सुखी जीवन की कामना की। वहीं, जिनको संतान की चाह है, उन लोगों ने छठी मैया और सूर्य से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मांगा। सेक्टर 19 में पूर्वांचल समिति की ओर से आयोजित छठ पर्व में लोगों का उत्साह देखने लायक था। इंद्रजीत सिंह यादव, ओमपाल यादव, ओम शुक्ला ने बताया कि ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, सृष्ट िकी अधिष्ठात्री प्रकृति देवी के एक प्रमुख अंश को ‘देवसेना’ कहा गया है। छठी मैया की पूजा करने से लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। नियम पूर्वक व्रत करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है। ऐसी मान्यता है कि छठी मैया और सूर्य देव की पूजा से सैकड़ों यज्ञ का फल प्राप्त होता है। 

Watch This Video Till End….