पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

पराली जलाने पर रोक के लिए मुस्तैदी से कार्य करें अधिकारी : डीसी अशोक गर्ग

सिरसा, 9 नवंबर।

पराली जलाने के दोषी व्यक्ति पर तुरंत करें एफआईआर दर्ज


                  उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि सभी अधिकारी पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए अपनी जिम्मेदारी को मुस्तैदी से निभाएं और यह सुनिश्चित करें कि जिला में एक भी स्थान पर पराली में आग न लगने दी जाए। जो भी व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करता पाया जाता है उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई जाए और चालान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश किया है कि वे लगातार पटवारियों, ग्राम सचिवों व सरपंचों के सम्पर्क में रहें। फसल कटाई सम्पन्न होने तक सभी अधिकारी एक्शन मोड में रहें, गांवों का औचक निरीक्षण करें। अगर किसी किसान के खेत में पराली जलती मिले तो संबंधित व्यक्तियों पर तुरंत एफआईआर दर्ज करें।


                      वे शुक्रवार को लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में जिला में पराली जलाने की घटनाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालावंाली निर्मल नागर, एसडीएम ऐलनाबाद संयम गर्ग, एसडीएम डबवाली डा. विनेश कुमार, नगराधीश कुलभूषण बंसल, जिला राजस्व अधिकारी राजेंद्र कुमार, सभी तहसीलदार, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, सचिव मार्केट कमेटी व कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे।


                      उन्होंने कहा कि कंबाइन हारवेस्टर पर चालू हालत में एसएमएस (सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम) लगा होना सुनिश्चित करेंगे। एसएमएस युक्त कंबाइन से कटाई करने पर शेष बचे फसल अवशेष को आग लगाने की आवश्यकता नहीं रहती है। उन्होंने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली का किराया कृषि विभाग तथा डीजल का खर्च संबंधित किसान द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं की बैठकों में किसानों को फसल अवशेष जलाने से भूमि उर्वरता पर पडऩे वाले दूष्प्रभावों के बारे में बताएं तथा फसल अवशेष प्रबंधन के कृषि यंत्रों की भी लगातार जानकारी दें। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली न जलाने के संबंध में और अधिक जागरूक करने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से सरपंचों व नंबरदारों के सहयोग से गांवों में जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति पराली जलाने की सूचना प्रशासन को देगा उसे एक हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा तथा सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम भी गुप्त रखा जाएगा।


                      संवेदनशील चिन्हित 30 गांवों पर रहेगी अधिकारियों की कड़ी नजर

 पराली जलाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा 30 गांव चिह्निïत किए गए हैं जिनमें सिरसा उपमंडल के गांव भावदीन, नरेलखेड़ा, पतली डाबर, जोधकां, सिकंदरपुर, बाजेकां, रसूलपुर, झोरडऩाली, चामल, मंगाला, मल्लेकां, माधोसिंघाना, ऐलनाबाद उपमंडल के गांव रानियां, ओटू, अभोली, करीवाला, बणी, भड़ोलियांवाली, अमृतसर / प्रतापनगर, बाहिया, हारणीखुर्द, जीवन नगर, ठोबरियां, ममेरां, कुत्ताबढ़, तलवाड़ाखुर्द, उपमंडल कालांवाली के गांव रोड़ी, उपमंडल डबवाली के गांव लोहगढ, अबूबशहर तथा गांव देसूजोधा शामिल है।

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Jattha of devotees planted sapling at PU

Chandigarh November 8, 2019

Jattha of 20 devotees of National Integrated Forum  of artitists and activists (NIFAA) supported by Shiromani Gatka Fedration of India (SGFI) visited Panjab University today carrying soil from Shri Nankana Sahib, Pakistan and holy water (Jal) from Shri Panja Sahib, Pakistan as a part of Guru Nanak Sadbhawna Yatra to celebrate 550th Parkash (Birth) Anniversary of Shri Guru Nanak Dev ji. They planted trees near Shri Gurudwara Sahib Sector-14 in the presence of Prof. Karamjit Singh, Registrar, Prof. Parvinder Singh, Controller of Examinations, Mrs Renuka B.Salwan, Director of Public Relatuions, Mr. Anil Thakur, Horticulture Division. The soil and holy water (Jal) which they were carrying was mixed while planting the saplings.

Guru Nanak Sadbhawna Yatra is being organised in four phases on the routes travelled by Shri Guru Nanak Dev Ji in his lifetime to spread his message of peace, hormony and goodwill amongst all humans. This yatra started from the birth place of Shri GuruNanak Dev Ji in Nankana Sahib, Pakistan and travelled through Pakistan, Iraq, Afganistan, India, Nepal, Bangla Desh and Sri Lanka. On this route, NIFAA has planned to plant 55000 saplings at 100 important places throughout the routes adding the holy water (Jal) and the soil in each plant. In return, they are also collecting soil from all places of travel for putting the same in the saplings which they will plant at Kartarpur Sahib, Pakistan and Sultanpur Lodhi, India as symbol of peace and harmony.

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सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मद्देनजऱ पंजाब सरकार द्वारा पवित्र नगरी सुल्तानापुर लोधी में करवाए जा रहे

श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मद्देनजऱ पंजाब सरकार द्वारा पवित्र नगरी सुल्तानापुर लोधी में करवाए जा रहे समागम के दौरान मुख्य पंडाल गुरू नानक दरबार में आज चौथे दिन भी प्रसिद्ध कीर्तनकारों, कथाकारों और ढाडी जत्थों ने गुरमत संगीत के द्वारा संगत को गुर इतिहास से अवगत करवाया । मुख्य पंडाल में लगातार चल रहे गुरमत संगीत के मद्देनजऱ भारी संख्या में संगत मुख्य पंडाल गुरू नानक दरबार की तरफ रूख कर रही है और जैसे- जैसे गुरू नानक देव जी के प्रकाश पर्व वाला दिन (12 नवंबर) नज़दीक आ रहा है, संगत की संख्या बढ़ती जा रही है। इस दौरान स्वास्थ व  परिवार कल्याण मंत्री पंजाब श्री बलबीर सिंह सिद्धू और खेल मंत्री पंजाब राणा गुरमीत सिंह सोढी ने भी श्रद्धालू के तौर पर मुख्य पंडाल में उपस्थिती दी।

आज लगातार चौथे दिन मुख्य पंडाल गुुरू नानक दरबार में कीर्तनी जत्थों, कथाकारों और ढाडी जत्थों ने रूहानी गुरमत संगीत के द्वारा समय बांधा । इस अवसर पर भाई हरबंस सिंह नामधारी ने कीर्तन के द्वारा संगतों को गुरू कीर्तन सुनाकर लोगों को भक्तिरस के साथ जोड़ा, तत्पश्चात भाई सविन्दर सिंह ने कीर्तन के द्वारा उपस्थिती दी। भाई दविन्दर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब ने मुख्य पंडाल में उपस्थित संगत को गुरबाणी कीर्तन सुनाकर  शब्द गुरू के साथ जोड़ा और भाई अमरजीत सिंह ने आसा दी वार का कीर्तन किया। इसके उपरांत भाई जसपाल सिंह के जत्थे ने बाबा नानक के जीवन वृतांत को ढाडी वारों के द्वारा पेश किया और भाई हरप्रीत सिंह के जत्थे ने भी काव्य पाठ वारों के द्वारा संगतों को निहाल किया । श्री भैनी साहिब से आए बच्चों के कीर्तनी जत्थे और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के डॉ. अलंकार सिंह ने रागबद्ध कीर्तन करके संगतों को निहाल कर दिया, जबकि कथावाचक जसविन्दर सिंह ने कथा विचार के साथ समय बाँधा। इस अवसर पर मंच संचालन करते हुए भाई जसविन्दर सिंह ने गुरू साहिब के 550वें प्रकाश पर्व को कीमती और सौभाग्यशाली बताते हुए मुख्य पंडाल में उपस्थित संगत को गुरू साहिब के किरत करो, नाम जपो, वंड छको के उपदेशों पर अमल करने का निमंत्रण दिया।

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सिविल सर्जन डा0 योगेश शर्मा ने बताया कि जिन बच्चो का जन्म दिनांक 10.10.2002 को या उससे पहले हुआ है और उनका जन्म पंजीकृत है लेकिन जन्म रिकार्ड में बच्चे का नाम नहीं लिखा हुआ

पंचकूला,8 नवम्बर- सिविल सर्जन डा0 योगेश शर्मा ने बताया कि जिन बच्चो का जन्म दिनांक 10.10.2002 को या उससे पहले हुआ है और उनका जन्म पंजीकृत है लेकिन जन्म रिकार्ड में बच्चे का नाम नहीं लिखा हुआ ऐसे लोग अपने बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र के जन्म रिकार्ड के नाम के खाली कालम में 31.12.2019 तक बच्चे का नाम लिखवा सकते है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से दिया गया ये अन्तिम अवसर है। इसके बाद 15 साल से अधिक आयु के बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र मे नाम दर्ज नहीं हो पायेगा।


उन्होंने बताया कि नगर निगम पंचकूला/जिला रजिस्ट्रार पंचकूला के जन्म पंजीकृत रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजो की आवश्यकता हैं।

  1. बच्चे के माता-पिता दोनों की तरफ से एक अंडरटेकिंग।
  2. सम्ंबधित बच्चे का शिक्षा प्रमाण पत्र व आधार कार्ड।
  3. सम्ंबन्धित बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र।
    उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे के शिक्षा प्रमाण पत्र व जन्म प्रमाण पत्र में जन्म तिथि एक समान होनी चाहिए।
    15 साल तक बच्चे का नाम दर्ज कराना जरूरी
    उन्होने कहा कि सरकार की ओर से बच्चे के जन्म का पंजीकरण बिना नाम के ही जन्मतिथि से ही पंजीकृत हो जाता है। बच्चे के नाम के खाली कालम मे नाम लिखवाने के लिए सरकार अभ्भिावकों को 15 साल का समय देती है कि वो सोच समझ कर अपने बच्चे का नाम जन्म रिकार्ड में लिखवा ले। लेकिन अभिभावक इस बारे में लापरवाही बरतते है जिससे उन्हे बाद में बडी भारी दिक्कतों का सामना करना पड सकता है। इसलिए सभी अभिभावकों को जागरूक किया जाता हैं कि वे अपने बच्चों के पंजीकृत जन्म रिकार्ड के बच्चे के नाम के खाली कालम मे बच्चे का नाम पंजीकरण तिथि से 15 वर्ष की आयु से पहले लिखवा ले।

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हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ज्योति बैंदा ने कहा कि आयोग आगामी 20 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस को बाल अधिकारो के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस रूप में मनाएगा।

पंचकूला,8 नवम्बर हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ज्योति बैंदा ने कहा कि आयोग आगामी 20 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस को बाल अधिकारो के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस रूप में मनाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे आमतौर पर खुद को अभिव्यक्त करने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग करते हुए अपने आसपास की दुनिया से बाहर निकलते हैं। चित्रकला और पेंटिंग बच्चोे मे संचार कौशल को बढ़ाने के लिए सबसे सशक्त माध्यम है।
उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए हरियाणा के सभी 22 जिलों में एक पोस्टर मेकिंग और स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों, चाइल्ड केयर इंस्टीटयूशंस (सीसीआई) के बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आमंत्रित है।


श्रीमती बैंदा ने बताया कि प्रतियोगिता दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहले चरण में प्रत्येक जिले में तीन विजेताओं को चुना जाएगा और बाल दिवस यानी 14 नवंबर, 2019 को सम्मान समारोह में इन विजेता बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। दूसरे चरण में इन 22 जिलों के विजेता बच्चो की राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा होगी। चेयरपर्सन, ज्योति बैंदा अपनी टीम के साथ सभी जिलों से तीन विजेता प्रविष्टियों का चयन करेंगी। पुरस्कार समारोह 20 नवंबर, 2019 को होगा। विजेताओं को प्रमाण पत्र के साथ नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।


जिला स्तर पर प्रथम स्थान पर आने वाले विजेता को 1100 रुपये, द्वितीय स्थान को 700 रुपये व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेता को 500 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा।


राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आने वाले विजेता को 5100 रुपये, द्वितीय स्थान को 4100 रुपये व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेता को 3100 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा।

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नगर निगम व जिला प्रशासन द्वारा गांव जलौली में बने शहीद कैप्टन रोहित कौशल के स्मारक पर सोमवार,11 नवम्बर को श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा।

पंचकूला,8 नवम्बर – हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर निगम व जिला प्रशासन द्वारा गांव जलौली में बने शहीद कैप्टन रोहित कौशल के स्मारक पर सोमवार,11 नवम्बर को श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए नगर निगम के प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा विधानसभा के अघ्यक्ष, जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति इस समारोह में भाग लेगें। ज्ञातव्य है कि कैप्टन रोहित कौशल 10 व 11 नवंबर 1995 को जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे। वे कंपनी कंमाडर थे, जिन्होंने बड़ी वीरता एवं निडरता से उग्रवादियों को सामना किया तथा सीने में गोलियां लगने के बाद भी दो उग्रवादियों को ढेर कर दिया था। भारत सरकार ने उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत शौर्य अवार्ड (सेना मैडल) से सम्मानित किया। शहीद कैप्टन रोहित की शहादत से न सिर्फ देश व अपने माता-पिता को गौरवांवित किया, बल्कि वे देश व प्रदेश के युवाओं के प्रेरणास्रोत भी बने। शहीद कैप्टन रोहित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और 27 वर्ष की आयु में आज के दिन शहीद हुए थे। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता सौभाग्यशाली हैं, जिनके बेटे ने देश के लिए कुर्बानी दी और वह पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणादायी बने। उन्होंने कहा कि हमें देश के ऐसे वीरों पर नाज है।


शहीद के पिता एसएस कौशल ने बताया कि रोहित को स्वाध्याय का बहुत शौक था। उन्होंने 12 उम्र की आयु तक विभिन्न विषयों की 400 से अधिक पुस्तकें इकट्ठी कर अपने नाम से रोहित लाइब्रेरी बना ली थी। वे बांसुरी, गिटार और कैसियों बखूबी बजाते थे तथा उन्हें गाने का भी शौक था।

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पुलिस उपायुक्त ने शुक्रवार को आकस्मिक मृत्यु बीमा कवर के तहत दिवंगत एक्जम्प्टी सब इंस्पेक्टर (ईएसआई) विनोद कुमार (सेवानिवृत्त) की धर्मपत्नी श्रीमति पूनम को 17 लाख रुपये का चेक सौंपा।

पंचकुला, 8 नवंबर – पुलिस उपायुक्त, कमलदीप गोयल ने शुक्रवार को आकस्मिक मृत्यु बीमा कवर के तहत दिवंगत एक्जम्प्टी सब इंस्पेक्टर (ईएसआई) विनोद कुमार (सेवानिवृत्त) की धर्मपत्नी श्रीमति पूनम को 17 लाख रुपये का चेक सौंपा।


यह राषि एचडीएफसी बैंक के साथ आकस्मिक मृत्यु बीमा कवर के तहत किए गए एक समझौते के तहत प्रदान की गई।


इस अवसर पर डीसीपी ने कहा कि दिवंगत ईएसआई विनोद कुमार ने पुलिस में बेहतरीन सेवाएं दी। उन्हें पुलिस विभाग में उनकी बहादुरी और सेवाओं के लिए लंबे समय तक याद किया जाएगा।

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सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

Research can be a return on investment for economic growth of India

Chandigarh November 8, 2019

The fifth day of the International Brain Research Organization (IBRO) -Asia Pacific Regional Committee (APRC) supported seminar on the theme ‘Blood-Brain-Barrier: From Basic Physiology to Neurological Disorders’ started with a lecture from Prof. A. B. Pant, CSIR-IITR, Lucknow. He highlighted the significance of ethical standards in the field of research. He also emphasized that key to research is planning, performing, reporting and monitoring of research data.

Prof. A. K. Mishra, DRDO-INMAS, New Delhi discussed the role of educational growth of the Indian students and also emphasized on the importance of bringing basic sciences to the front line in the area of research. Educating researchers about having a strong methodology and making them realize to prevent the misuse of Intellectual Property Rights (IPR) will translate into development of research. Good and ethical research can be in future a return on investment for the country and promote economic growth for India.

Prof. Suresh Kumar Sharma, Department of Statistics, Panjab University, Chandigarh, discussed about the statistical tools and techniques that can help researchers in higher reproducibility of their data. He also talked about various software and tools that can help researchers in analyzing their research data.

The session ended with a talk from Prof. Amal Chandra Mondal, Jawaharlal Nehru University, New Delhi on the structure and function of blood brain barrier. He also talked about the ways molecules transport across the blood brain barrier.

The day ended with poster evaluation of the participants.  

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Town Vending Committee Meeting held

Chandigarh, November 8:- A meeting of Town Vending Committee was held in the office of MCC under the chairmanship of Sh. K.K. Yadav, IAS, Commissioner, MCC attended by other members of committee namely Sh. Shailender Singh, Chief Engineer, Sh. Dilbag Singh, Town Planner, UT, Chandigarh, Sh. V.N. Sharma, member TVC, Sh. Vivek Trivedi, SDO, NULM and other concerned officers of MCC.

During the meeting the following issues were discussed:

·        The registered Non-Essential Service Providers (N-ESP) street vendors, who have paid their monthly fees till September, 2019 by 30.09.2019 and cleared all their dues will be eligible for draw of lots scheduled to be held on 13&14.11.2019.

·        The concerned officials apprised to the TVC members that total 73 vendors have been issued notices of No Vending Zones from sector 1 to 14.

·        The sub committee apprised the TVC members that it has resolved all 11 complaints received till final date.

·        Town planner alongwith Architect, UT, will visit in sector 19 to increase the vending sites and explore feasibility of new sites.

·        Public notice regarding N-ESP street vendors will be issued on 10th November, 2019  as per under mentioned schedule:-

PartDatesTimeSectors/ Areas
Part-I13.11.201910.00 AM7,8,9,10,11,15,16,21,23,24,28,29,31,35,36,38,40,41, 42, 44,45,46,47,48,49,50,51,52, IT Park & Maloya
Part –II14.11.201910.00 AM53,56 & Dhanas

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पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

हरियाणा में फिल्म पॉलिसी के संबंध में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक ने की राज्य के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग अब फिल्म शूटिंग की मंजूरी मिलना होगा आसान

ऑनलाइन आवेदन के बाद सात दिन में मिल जाएगी मंजूरी

पंचकूला, 8 नवम्बर-  हरियाणा में फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने फिल्म शूटिंग की मंजूरी के लिए ऑनलाइन सेंट्रल पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल पर आवेदन के बाद सात कार्यदिवस के अंदर-अंदर फिल्म की मंजूरी प्रदान की जाएगी। इसी संबंध में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीरपाल सरों ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी नगराधीश, डीआईपीआरओ तथा डीआईओ को दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिलो में नगराधीश को नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा डीआईपीआरओ सदस्य सचिव होंगे। सभी को जल्द की यूजर आईडी दी जाएगी जिसके माध्यम से उन्हें इस प्रक्रिया को पूरा करना है।

श्री सरों ने स्पष्ट किया कि आवेदन करने वाले को कहीं भी व्यक्तिगत रूप से हाजिर नहीं होना है। उसे केवल ऑनलाइन पीआर हरियाणा की वेबसाइट पर फिल्म सैल पर जाकर आवेदन करना है। आवेदन के सात दिन के बाद मंजूरी पत्र भी उसे ऑनलाइन ही उपलब्ध हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि आवेदन में संबंधित 18 विभागों को अपने-अपने स्तर पर ऑनलाइन ही सारी कार्यवाही करनी है। अगर कहीं मंजूरी नहीं दी जा सकती तो उसका कारण बताकर उसे रद्द किया जा सकता है लेकिन बिना कारण कोई भी आवेदन रद्द नहीं किया जा सकता।

निर्माता को मिल सकती है 1 से 3 करोड़ तक की प्रोत्साहन राशि

पंचकूला। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीरपाल सरो ने बताया कि कोई फिल्म निर्माता हरियाणा की पृष्ठभूमि पर फिल्म बनाता है या हरियाणा के युवाओं को कलाकार के तौर रखता है अथवा अन्य तकनीकी स्टाफ के तौर पर उनसे काम लेता है तो उसे प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए भी इसी साइट पर आवेदन करना होगा। यह राशि एक करोड़ से लेकर तीन करोड़ तक हो सकती है। इस संबंध में पीआर हरियाणा की वेबसाइट पर फिल्म पॉलिसी दी गई है। उसमें हर प्रक्रिया को स्पष्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर 2018 को हरियाणा फिल्म पॉलिसी को कैबिनेट से मंजूरी के बाद गुरुग्राम से लांच किया गया था। इसमें कई ऐसे प्रावधान किए गए हैं जिससे फिल्म निर्माताओं को हरियाणा में फिल्म बनाने के लिए आकर्षित किया जा सके। राज्य में हरियाणा फिल्म प्रमोशन बोर्ड बनाया गया है। इस बोर्ड के चेयरमैन हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के निवासी मशहूर फिल्म निर्माता सतीश कौशिक हैं। 


पिंजोर-कालका और पंचकूला में हैं कई अच्छी लोकेशन

पंचकूला। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीरपाल सरो ने बताया कि फिल्म निर्माताओं के लिए हरियाणा राज्य में लगभग 40 स्थान ऐसे हैं जो फिल्म के लिहाज से बहुत ही आकर्षक हैं। इन क्षेत्रों में पंचकूला जिले में फिल्माकन के लिए मनोरम स्थानों की भरमार है। मोरनी और टीकर ताल की छटा देखते ही बनती है। मोरनी स्थित ऐतिहासिक नाहन के राजा के किले का सुदंर जीर्णोधार किया गया है। किले से सुदूर फैली घाटियां बहुत ही सुदंर लगती है। और कश्मीर सा नजार प्रस्तुत करती हैं। टीकर ताल भी डल झील जैसा सुदंर लगता है। यहाँ पर म्यूज्यिम से लेकर मनोंरंजन तक के सभी साधन उपलब्ध है। पिंजोर के बाग की छटा में कई लेयर की चटानों से इस बाग का सांैर्दय अप्रतिम नजर आता है। सुदंर पिंजोर से लेकर नारनौल तक ऐतिाहासिक धरोहरों से लेकर समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाले इस प्रदेश की तरफ आने वाले समय में फिल्म उद्योग बहुत अधिक संक्चया में युवाओं के रोजगार के अवसर पर उपलब्ध कराएगा। 

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