पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

Holistic Approach Needed towards Environmental Preservation

Chandigarh June 6, 2021

For Detailed News-

The ecological footprints of modern human society and its practices are huge. Thus, we need a holistic approach of environmental protection that entails a merger between environmental protection and economic development. said  Prof Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University while presiding over the webinar on “Need for Connecting Industry and People to Nature: Role of Engineers” expressed that the Ancient Indian wisdom of “green, clean, resilient” path is even more relevant today as we pursue poverty reduction and development in an increasingly fragile environment. 

 The webinar was organised by Panjab University Alumni Association in collaboration with PU Chemical Engineers Alumni Association (PUChETAA) to celebrate World Environment Day.  Prof Raj Kumar recommended that the efforts should be made towards the ideal scenario where natural resources can regenerate themselves and be used without compromising the life cycle of production, highlighting the pivotal role of industry in protecting the environment. He expressed his concern towards rapid industrialisation, population growth coupled with changing lifestyles which are increasing the severity of the environmental problems. He made an impassioned plea to all the attendees to be the harbingers of sustainability and become the change agents and be true Karmayogis. Lauding the role of industry, he pleaded with them to undertake an Energy Audit periodically to assess energy usage to reduce wastage and be more efficient and also to benchmark against best practices worldwide. He urged all to plant at least one tree to celebrate World Environment day and contribute towards environment sustainability. 

https://propertyliquid.com

Prof VR Sinha, DUI opined that the environmental protection challenges require multipronged strategies and community participation. By creating opportunities and efficiencies in all social and economic areas of resource utilisation and distribution as well as involvement of all can help achieve sustainable development goals. He made an earnest appeal to all to work wholeheartedly towards developing the planet a better place to live in for our future generations. 

Dean Alumni Relations, PU Prof Anupama Sharma highlighted the objective of the panel discussion to sensitise and motivate individuals to think about the way they consume; for businesses to develop greener models; for farmers and manufacturers to produce more sustainably and for youth to build a greener future. The three pillars of Industry 4.0 i.e. digitization, automation, and integration  needs to have the fourth pillar of environmental sustainability also. She also highlighted a few initiatives by Panjab University in the direction of environmental protection. 

Chief Guest Sh. Aseem Sharma, IFS expressed the need for a long term perspective for developing a tradeoff between industrial economic development and environmental preservation. This mandates resource consumption through a resilience perspective with continuous innovation for developing greener technologies and processes. He stressed on the term “Environ-mend” to highlight the efforts towards environmental restoration. 

Treasurer, PUCHETA Sh Rakesh Aggarwal moderated the panel discussion.  

Sh. Sukhraj Soni, Business Head, Spray Engg. Devices Ltd., outlined numerous Energy-saving opportunities in industry which can be addressed by either technological or process changes. Technological changes include replacing old machinery with energy-efficient equipment and improving insulation in physical plants. Process changes include shifting production schedules so that more electricity is used during off-peak demand times. 

Highlighting cement industry perspective and initiatives, Sh. Ashok Demla, President and MD, Humbolt Wedag India informed that in response to environmental concerns, many businesses have made changes in their product materials, ingredients and packaging. He shared the best practices in the cement industry to reduce the carbon footprints in recent times which has changed the perspective of the cement industry from most polluting to most advanced. Advances in technology have resulted in the production of more sustainable materials and production methods, thereby reducing carbon footprints. 

Sh. Sanjeev Handa, Director Projects, EIL highlighted the need to ensure healthy ecosystems that enhance livelihoods and productivity, counteract climate change and prevent the collapse of biodiversity. Without conserving and protecting these resources, sooner rather than later, companies will have no raw materials to use in production. He stressed that we need to usher in an era with sustainability as the cornerstone. He underlined flagship programmes of the government for cleaning major rivers like Ganges and Yamuna.

Prof. Amrit Pal Toor, Chairperson, Dr. SSBUICET Sh. Sanjeev Gupta, Secretary, PUChETAA also expressed their views. 

The webinar was  attended by faculty, students, alumni members and leading experts from industry. 

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

जिला का रिकवरी रेट हुआ 95.84 प्रतिशत, रविवार को 137 कोरोना संक्रमित हुए ठीक

सिरसा, 06 जून।

For Detailed News-


सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल ने बताया कि रविवार को जिला में 137 कोरोना रोगी स्वस्थ हुए हैं तथा 45 नए कोरोना के मामले आए हैं। अब जिला का रिकवरी रेट 95.84 प्रतिशत हो गया है। जिला में अब तक तीन लाख 75 हजार 641 व्यक्तियों के सैंपल लिए जा चुके हैं।

https://propertyliquid.com


उन्होंने बताया कि जिला में अब तक कुल 28 हजार 646 कोरोना संक्रमण के मामले आ चुके हैं, जिनमें से 27 हजार 455 ठीक चुके हैं। जिला में इस समय 754 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हैं। रविवार को 45 नए कोरोना संक्रमण के केस सामने आए हैं जिनमें सिरसा शहरी क्षेत्र में पांच, डबवाली शहरी क्षेत्र में चार, ऐलनाबाद में छह तथा कालांवाली में चार कोरोना संक्रमण के नए केस सामने आए हैं। इसके अलावा ओढां में छह, नाथूसरी चौपटा में छह, माधोसिंघाना में छह, रानियां में तीन, चौटाला में तीन तथा बड़ागुढ़ा में दो कोरोना संक्रमण के नए केस सामने आए हैं।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

स्वच्छता के साथ-साथ आमजन को कोरोना से बचाव के लिए भी किया जा रहा है जागरूक : जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल

सिरसा, 06 जून।

For Detailed News-


नगर परिषद / नगर पालिका द्वारा कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शहर के रिहायशी इलाकों, सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, चौक-चौराहों और कंटेनमेंट जोन में प्रतिदिन सैनिटाइजेशन का कार्य के साथ-साथ सभी वार्डों की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रविवार को नगर परिषद द्वारा स्थानीय ऑक्सीजन प्लांट, नागरिक अस्पताल, बस स्टैंड, शिवपुरी, पीर बस्ती, थेहड़ मोहल्ला, गली मुख्तयार सिंह थानेदार वाली, जनकल्याण कॉलोनी, गुरुनानक नगर, एकता नगर (ए, बी, सी, डी, ई ब्लॉक), तारा बाबा कुटिया एरिया, जेजे कॉलोनी, नाथ मोहल्ला, लॉर्ड शिवा कॉलोनी एरिया, गांव रामनगरिया व बाजार एरिया आदि क्षेत्रों को सैनिटाइज किया गया।

https://propertyliquid.com


जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल ने कहा कि स्वच्छता, कोविड-19 के नियमों जैसे सामाजिक दूरी को अपना कर, मास्क के प्रयोग से कोरोना को हराया जा सकता है। हर नागरिक जिम्मेवारी से संक्रमण से बचाव उपायों की पालना करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजेशन एक अहम उपाय है, इसी को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद द्वारा शहर में वार्ड अनुसार जहां गली मोहल्लों में सैनिटाइज किया जा रहा है वहीं कूड़ा उठाने वाले वाहनों के माध्यम से आमजन को स्वच्छता बनाए रखने व कोविड नियमों की पालना के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में स्वच्छता का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है, इसलिए जिलावासी स्वयं की स्वच्छता के साथ-साथ शहर की स्वच्छता बनाए रखने में अपना पूर्ण सहयोग करें। आमजन गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग एकत्रित करे और नगर परिषद के डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों में डालें। अपने आसपास गंदगी न जमा होने दें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन की हिदायतों व बचाव नियमों की पालना करें।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

कोविड-19 : रिकवरी रेट में लगातार सुधार, ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में आई कमी

सिरसा, 06 जून।

For Detailed News-

– जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने रविवार को सात व्यक्तियों को उपलब्ध करवाए ऑक्सीजन सिलेंडर : उपायुक्त अनीश यादव
– अबतक 472 जरूरतमंद रोगियों को उपलब्ध करवाएं ऑक्सीजन सिलेंडर


जिला में लगातार कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हो रही है और रिकवरी रेट में भी लगातार सुधार हो रहा है। कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या कम होने के साथ-साथ ऑक्सीजन स्पोर्ट वाले रोगियों के आवेदन करने की संख्या में भी कमी आई है। कोरोना काल में होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाने की सुविधा शुरु की गई, जोकि बहुत ही कारगर सिद्ध हो रही है। जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा अबतक होम आइसोलेट कोरोना व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 472 रोगियों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। रविवार को सात जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए।


उपायुक्त ने बताया कि नागरिक सुविधा का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। कोरोना महामारी के दौर में होम आइसोलेट कोरोना व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने आमजन से कहा है कि वे कोविड-19 हिदायतों की गंभीरता से पालना करें और किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी व सजगता बेहद जरूरी है, सावधानी व बचाव उपायों को अपना कर ही कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लगाया जा सकता है। इसलिए नागरिक बेवजह घर से बाहर न निकलें, अतिआवश्यक होने पर ही घर से निकलते समय मास्क का सही तरीके से प्रयोग करें और सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखें।

https://propertyliquid.com


जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा रविवार को सात जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए, जिनमें सिरसा में रानिया रोड निवासी नीलम रानी, रोड़ी बाजार निवासी अभय कुमार, गांव चामल निवासी कृष्णा बाई, गांव माधोसिंघाना निवासी प्रीतम कौर, गांव अहमदपुर दारेवाला निवासी बृज लाल, गांव बकरियांवाली निवासी अजय कुमार व गांव बुढ़ाभाणा निवासी शगन लाल को सिलेंडर उपलब्ध करवाए।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

कोरोना संक्रमण के नए मामले आने पर प्रभावित क्षेत्रों में 23 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए : उपायुक्त अनीश यादव

सिरसा, 06 जून।

For Detailed News-


उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण से नए मामले सामने आने पर प्रभावित क्षेत्रों में 23 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है तथा इनके आसपास के क्षेत्रों को बफर जोन घोषित किया गया है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन व बफर जोन में सभी प्रबंधों व व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए संबंधित एसडीएम को ओवरऑल इंचार्ज बनाया गया है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन व बफर जोन में प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों की गंभीरता से पालना सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा यह भी ध्यान रखा जाए कि इन क्षेत्रों में रह रहे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो व सुविधाएं सरलता से उपलब्ध हो। कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी प्रभावित क्षेत्रों में ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं।


उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि ऐलनाबाद में वार्ड नंबर दो गोगा मेड़ी वाली गली, वार्ड नंबर तीन नजदीक धानुका बुक स्टोर विजय डेंटल वाली गली, वार्ड नंबर नौ नजदीक सतलुज पब्लिक स्कूल/अटल पार्क व गली ब्यूटी टेलर वाली, वार्ड नंबर 13 ममेरा बाईपास, वार्ड नंबर 15 अर्जुन धर्मकांटा नजदीक कर्ण पैलेस, पुलिस स्टेशन फैमिली कैंपस (कंट्रोल रूम कार्यालय नगर पालिका ऐलनाबाद, हेल्पलाइन नंबर 01698-220352, 93066-78952), गांव ढाणी लखजी (कंट्रोल रूम राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी लखजी, हेल्पलाइन नंबर 94163-79718), गांव धोलपालिया वार्ड नंबर चार (कंट्रोल रूम राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल धोलपालिया, हेल्पलाइन नंबर 94669-08683), गांव रत्ताखेड़ा (कंट्रोल रूम राजकीय प्राइमरी स्कूल रत्त्ताखेड़ा, हेल्पलाइन नंबर 98126-33308) में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसी प्रकार मंडी डबवाली में वार्ड नंबर नौ बाबा रामदेव वाली गली, फ्रेंडस कॉलोनी वार्ड नंबर 17 नजदीक आत्मा राम एएसआई मकान, वार्ड नंबर आठ ए-वन धर्मकांटा, वार्ड नंबर 11 जय भारत वाली गली (कंट्रोल रूम कार्यालय मार्केट कमेटी डबवाली, हेल्पलाइन नंबर 01668-222784), वार्ड नंबर छह नजदीक डीएवी स्कूल चौटाला रोड़ (कंट्रोल रूम फायर ब्रिगेड कैंपस मंडी डबवाली, हेल्पलाइन नंबर 01668-223719), गांव रिसालियाखेड़ा (कंट्रोल रूम राजकीय कन्या प्राइमरी स्कूल रिसालियाखेड़ा, हेल्पलाइन नंबर 94166-20113), गांव अहमदपुर दारेवाला (कंट्रोल रूम राजकीय प्राइमरी स्कूल अहमदपुर दारेवाला, हेल्पलाइन नंबर 94165-95707), गांव सक्ताखेड़ा (कंट्रोल रूम राजकीय प्राइमरी स्कूल सक्ताखेड़ा, हेल्पलाइन नंबर 98128-63236), गांव लौहगढ़ (कंट्रोल रूम राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल लौहगढ़, हेल्पलाइन नंबर 98128-63236) व गांव खुइयां मलकाना (कंट्रोल रूम राजकीय हाई स्कूल खुइयां मलकाना, हेल्पलाइन नंबर 94161-28623) में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।

https://propertyliquid.com


उपायुक्त ने अधिकारियों को कोरोना वायरस के आस-पास के क्षेत्रों में इसके फैलाव को रोकने के लिए संदिग्धों की स्क्रीनिंग, संदिग्ध मामलों का परीक्षण, थर्मल स्कैनिंग, क्वारंटाइन, सोशल डिस्टेंस आदि कार्यों के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इन क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन, खाद्य सामग्री की सुचारू आपूर्ति, बिजली व पानी की सुचारु सप्लाई, कंटेनमेंट जोन में रहने वालो लोगों का डाटा आरोग्य सेतु एप पर अपलोड करने, पशुधन के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने आदि कार्यों के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को हिदायतें जारी की गई है। इसके अलावा माइक्रो कंटेनमेंट जोन में सभी प्रकार की गतिविधियों व आवागमन पर रोक लगा दी गई है। केवल आपातकालीन सेवाओं के लिए ही बाहर जाया जा सकता है।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

जिला रेडक्रॉस सोसायटी पंचकूला द्वारा सेक्टर 15 स्थित वृद्ध आश्रम में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।

For Detailed News-

पंचकूला 5 जून- जिला रेडक्रॉस सोसायटी पंचकूला द्वारा सेक्टर 15 स्थित वृद्ध आश्रम में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर हरियाणा रेडक्रॉस राज्य शाखा के महासचिव डीआर शर्मा ने पौधारोपण किया गया और वृद्धों से जाना।


महासचिव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिला रेडक्रॉस शाखा पंचकुला सचिव सविता अग्रवाल के नेतृत्व में आम जन के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है। यह शाखा जिला प्रशासन के साथ मिलकर घर घर तक ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचना हो या गरीब व असहाय मजदूरों तक सुखा राशन पहुंचना हो, सभी कार्य सुचारू रूप से चलाए जा रहे है। जिला रैडक्रास शाखा बधाई की पात्र है जो वास्तव में जिला के लोगों की सहायक बनकर कार्य कर रही है।


उन्होंने वृद्ध आश्रम के सभी बुजुर्गों से बात की और उनका हालचाल पूछते हुए उन्हें दी जा रही सुविधाओं से बारे बातचीत की। वृद्ध आश्रम में साफ सफाई देख कर उन्होंने प्रसन्नता भी जताई। वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गो ने कहा कि उनकी देखभाल के लिए रेडक्रास उन्हें घर से बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है।


महासचिव ने यह भी आश्वासन दिया की हरियाणा रेडक्रॉस राज्य शाखा द्वारा एक एंबुलेंस जल्द जिले में मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा चलाए गए ड्राईव थ्रू वेक्सिनेशन में रैडक्रास के स्वयं सेवकों ने स्वैच्छिक रुप से बड़ा ही सराहनीय योगदान दिया है।

https://propertyliquid.com


इस मौके पर रैडक्रास सचिव सविता अग्रवाल, सहायक सतीश चंद, सुपरवाईजर गंभीर सिंह, स्वयं सेवक नीलम कौशिक भी उपस्थित रहे।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पंचकूला के नागरिकों को सैक्टर 23 में घग्गर किनारे आॅक्सीवन वाटिका के रूप में नायाब तोहफा प्रदान किया।

For Detailed News-

पंचकूला 5 जून- विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पंचकूला के नागरिकों को सैक्टर 23 में घग्गर किनारे आॅक्सीवन वाटिका के रूप में नायाब तोहफा प्रदान किया। इसका शुभारम्भ हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने करनाल से वीसी के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में किया। इसका सीधा प्रसारण दिखाया गया। वन मंत्री श्री कंवरपाल भी इस कार्यक्रम से जुड़े।


मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 50 से अधिक स्थानों पर पंचवटी वृक्षारोपण का उदघाटन किया और पंचकूला में लगभग 100 एकड़ भूमि पर आॅक्सीवन वाटिका का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने प्राणवायु देवता पैंशन योजना का भी शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने पेड़ लगाने वाले किसानों को 7 हजार रुपए प्रति एकड़ तथा एग्रो फोरेस्ट्री के तहत 10 हजार रुपए लगातार तीन साल तक देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर शहर में 5 एकड़ से लेकर 100 एकड़ भूमि पर आॅक्सीवन वाटिकाओं में आॅक्सीजन देने वाले प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश के 134 स्थानों पर पंचवटी भी लगाई जाएगी। प्रदेश के सभी गांवों की लगभग 8 लाख एकड़ पंचायती भूमि में से 10 प्रतिशत भूमि पर आॅक्सीवन प्लांट लगाए जाएगें। उन्होंने कहा कि पानी और पर्यावरण हमारी विरासत है। इसके लिए धान के स्थान पर अन्य फसलों की बिजाई करने पर 7 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाती है। उसी तर्ज पर जो किसान पेड़ लगाएगें उन्हें 7 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन स्वरुप प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि एग्रो फोरेस्ट्री के रुप में पौधे लगाएगें उन्हें 10 हजार रुपए की राशि लगातार तीन साल तक प्रदान की जाएगी।

https://propertyliquid.com


उन्होंनेे कहा कि पीपल एवं वट का वृक्ष लम्बी अवधि तक आॅक्सीजन देते है। प्रदेश में किए गए सर्वे अनुसार लगभग अढाई हजार पेड़ 75 साल से अधिक आयु के पाए गए है। ऐसे पेड़ों की सुरक्षा के लिए प्राणवायु देवता पैंशन योजना क्रियान्वित की गई है। इस योजना के तहत उन्हें अढाई हजार रुपए की सालाना पैंशन दी जाएगी। इस राशि से ऐसे पेड़ों के नीचे बैठने लिए बैंच लगाने के अलावा पानी आदि का प्रबंध किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पैंशन की तर्ज पर भविष्य में यह राशि बढाई जाएगी।


हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि घग्गर पार लोगों के लिए यह आॅक्सीवन वाटिका नायाब तोहफा है। उन्होंने पंचकूला वासियों को दिए इस नायाब तोहफे के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। इसके शुरू होने से लोगों को बिना पैसे के आॅक्सीजन मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान आॅक्सीजन की कमी महसूस हुई तो सरकार ने ऐसे आॅक्सीजन प्लांट का निर्णय लिया गया ताकि रेजिडेंटस को पूरी मात्रा में आॅक्सीजन मिल सके। उन्होंने नागरिकों से पेड़ लगाने का अनुरोध करते हुए कहा कि उतने ही पेड़ लगाए जिनकी वे सही परवरिश कर सकें। उन्हांेने कहा कि हमें पेड़ लगाने और उसकी बच्चों की तरह सही सुरक्षा एवं देखभाल करने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए।


उन्होंने कहा कि मानव के लिए हर दिन पर्यावरण का द्योतक है। प्रदूषण कम करने और पर्यावरण को बढावा देने व मानव कल्याण के लिए हमें पर्यावरण के प्रति सचेत एवं जागरूक रहना है। घग्गर नदी के लगभग अढाई किलोमीटर लम्बाई के इस आॅक्सीवन प्लांट से लोगों को शुद्ध वातावरण मिलेगा। इसके अलावा वन विभाग द्वारा लगभग 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं जिसमें 2 करोड़ आॅक्सीजन पौधे लगाए जाएगें।

श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने पीपल का पेड़ लगाया। इसके अलावा उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, महाप्रबंधक हरियाणा वन विकास निगम सुरेश दलाल, एपीसीसीएफ के सी मीणा, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने भी आॅक्सीजन प्लांट लगाए। इस मौके पर एसडीएम रीचा राठी, तहसीलदार पुण्यदीप शर्मा, डीआईओ सतपाल शर्मा सहित वन विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

पर्यावरण चुनौतियों का सामना करने में विश्व का नेतृत्व करने में सक्षम भारत !

For Detailed News-

पंचकूला 5 जून – केंद्रीय जल शक्ति व सामाजिक न्याय अधिकारिता, मंत्री श्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि हमारे भारत में पेड़-पौधे पीपल, तुलसी, पृथ्वी,सूर्य, वायु सबको देवता मानकर उनकी पूजा करने का रीति-रिवाज बरसों से चलता आ रहा है। तीन क्षेत्र जहां भारत ने पर्यावरण को बचाने में अपनी प्रतिभा दिखाई है जल संरक्षण, सौर ऊर्जा,बायोफ्यूल,। आज बायोफ्यूल के क्षेत्र में 2014 से पहले एक से डेढ़ प्रतिशत इथनोल की खपत जहां 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से आज 320 करोड़ लीटर इथनोल खरीदी गई है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 21 हजार करोड़ रुपए का बायोफाइल खरीदा जिससे इथनोल बनाने वाली गन्ना मिलों की आर्थिक हालात में काफी सुधार आया जिससे देश के किसानों को गन्ने का मूल्य कम समय में मिलने लगा और जैविक फ्यूल के प्रयोग से प्रदूषण में कमी आई |
रतनलाल कटारिया ने बताया कि 2014 में देश के सात एयरपोर्ट सौर ऊर्जा का प्रयोग करते थे परंतु आज यह संख्या बढ़कर 50 से अधिक हो गई है। इंटरनेशनल सोलर एलाइंस (ISA) जिसका मुख्यालय गुड़गांव में है | प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर 121 देश (ISA) के सदस्य बने है इसी तरह अन्य बड़े देशो को पर्यावरण को बचाने के लिए पहल करनी चाहिए |


आज भारत सौर ऊर्जा के निर्माण में भारत चौथे स्थान पर है, वही नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन का 100 मेगावॉट से सौर ऊर्जा 60 मेगावॉट, वायु ऊर्जा 10 मेगावॉट पावर के लक्ष्य के बहुत करीब पहुंच चुका है । माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2030 तक 450 मेगावॉट का लक्ष्य दिया है |


रतनलाल कटारिया ने कहा कि आज हवा के साथ-साथ स्वच्छ जल प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह दोनों चीजें लोगों को मिल पा रही हैं , जवाब है नहीं l दरअसल, इंसानों और मवेशियों की बढ़ती आबादी के चलते पृथ्वी पर पानी की मौजूदगी घटी है I वर्षा जल संसाधन का केवल 4 फ़ीसदी हिस्सा भारत के पास है ! ऐसे में अगर हमने पानी बचाने उसका दोबारा उपयोग करने और बर्बादी रोकने के लिए नई तकनीकों का उपयोग नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी बूंद-बूंद के लिए परेशान होगी |

https://propertyliquid.com


रतनलाल कटारिया ने कहा कि जनवरी 2021 में अमेरिका के राष्ट्रपति जोई बिडेन ने प्रशासन पर्यावरण नीति में पदभार ग्रहण करने के बाद कुछ नियमों तथा कार्यक्रमों को शामिल किया, बिडेन प्रशासन का मुख्य लक्ष्य 2050 तक जलवायु को शुद्ध करने के लिए शून्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन प्राप्त करना है इस पहल का स्वागत है ।

रतनलाल कटारिया ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय की ओर से शुरू किए जाने वाले अभियान ‘कैच द रेन’ को सफल बनाना होगा | इस अभियान का मूलमंत्र है : “पानी जब भी जहां भी गिरे, उसे बचाना है” जल स्त्रोतों की सफाई, वर्षा जल का संचयन करना हैं तथा प्रदूषण से बचाना है |


इन सभी कार्यों को करते हुए जीवन शैली के बड़े बदलाव, जिन्हें अपनाकर हम पर्यावरण को बचा सकते हैं जैसे:
1.सिंगल यूज प्लास्टिक

  1. बढ़ती हुई जनसंख्या दबाव
  2. एक पेड़ लगाकर हम एक टन CO2 कम कर सकते हैं
  3. घर में वाटर रिचार्जिंग हो तो प्राकृतिक आपदाएं भी रुकेगी तथा 2 लाख लीटर बारिश का पानी हर साल 200 वर्ग मीटर का एक घर वाटर रिचार्ज कर जमीन में पहुंचा सकता है !
पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

शनिवार को 1347 लाभार्थियों ने करवाई वैक्सीनेशन

सिरसा, 05 जून।

For Detailed News-


सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल ने बताया कि शनिवार को 1347 लाभार्थियों ने कोरोना की डोज लगवाई तथा अब तक जिला में दो लाख 68 हजार 799 लाभार्थियों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि 18 से 44 आयुवर्ग के 38 हजार 607 लाभार्थियों, 45 से 60 वर्ष आयुवर्ग के 68 हजार 982 लाभार्थियों ने कोरोना की पहली तथा 15 हजार 191 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के 96 हजार 600 लाभार्थियों ने पहली तथा 32 हजार 768 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है।

https://propertyliquid.com


उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है और किसी तरह का इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसलिए नागरिक बिना किसी भय व संकोच के वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं और अपनी आयुवर्ग के अनुसार वैक्सीनेशन करवाएं। वैक्सीनेशन के साथ-साथ नागरिक बचाव उपायों की भी पालना अवश्य करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वे अपनी नैतिक जिम्मेवारी समझ कर बचाव उपायों व एसओपी गाइडलाइन की अनुपालना करें तभी कोरोना संक्रमण से बचाव संभव है। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए नागरिकों का सहयोग जरूरी है, इसलिए आमजन जरा भी ढील न बरतें और टेस्टिंग व वैक्सीनेशन अवश्य करवाएं।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

Plantation Drive on World Environment Day by Microbiology,PU

Chandigarh June 5, 2021

For Detailed News-

The Department of Microbiology, Panjab University, Chandigarh has always been committed towards its social responsibilities and keeping up with this the department along with the Department of Biotechnology, Panjab University, Chandigarh organized a plantation drive on 5th June, 2021 in and around their premises wherein different saplings were planted.

The plantation drive was carried out to mark the occasion of World Environment Day which is celebrated every year throughout the world on 5th of June. Prof. V.R. Sinha ,Dean University Instructions, Panjab University and Prof. R.C. Sobti ,Former Vice Chancellor, Panjab University were the guest on the occasion.

https://propertyliquid.com

Dr. Deepak K. Rahi, Chairman of Department of Microbiology along with his faculty members Prof. S.K. Soni, Dr. Naveen Gupta, Mr. Khem Raj Thakur, Dr. Kashmir Singh, Chairman of Department of Biotechnology and other faculty members participated in the event. Mr. Anil Thakur, S.D.O (Horticulture) was also present during the plantation drive. Other staff members of the department Mr. Ramesh Jain, Mr. Baljinder Singh, Mr. Ramesh Yadav and Mr. Kashmir Singh also attended the event. The plantation drive was carried out by following all the necessary COVID-19 associated SOPs and guidelines.