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सोने की कीमतों में आया उछाल

मंगलवार के कारोबार में सोने की कीमत में तेज रिकवरी देखने को मिली है।

दिन का कारोबार खत्म होने पर सोना 140 रुपये के उछाल के साथ 32,970 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ है।

ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक सकारात्मक वैश्विक संकेत और स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से ताजा खरीदारी के कारण कीमतों में तेजी देखने को मिली है।

सोने की ही तर्ज पर चांदी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली है।

आज के कारोबार में चांदी 235 रुपये की मजबूती के साथ 38,960 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई है।

आज के कारोबार में चांदी की कीमतों में तेजी की वजह औद्योगिक इकाईयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से तेज उठान रही है।

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केकेआर टीम से फैंस को काफी उम्मीदें -IPL

इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन में कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम से फैंस को काफी उम्मीदें हैं। टीम में अनुभव और युवा जोश का मिश्रण है।

केकेआर की टीम 23 मार्च से शुरू हो रहे इस टी-20 लीग में तीसरी बार विजेता बनने के इरादे से मैदान में उतरेगी।

केकेआर को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही युवा पेसर कमलेश नागरकोटी और शिवम मावी के रूप में तगड़ा झटका लगा है, जो चोटिल होने की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं।

केकेआर की टीम ने पिछले 11 सीजन में से 6 बार प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है।


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पाकिस्तानी सेना को चीन रेनबो सीरीज के अत्याधुनिक ड्रोन्स देगा

नई दिल्लीः 

बालाकोट के टेरर कैंपों में भारतीय वायुसेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक से परेशान पाकिस्तान ने चीन से बेहद आधुनिक रेनबो सीरीज के CH4 और CH5 कॉम्बैट ड्रोन्स खरीद रहा है .

ख़ुफ़िया एजेंसीज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर में भी ड्रोन्स की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है जिससे वो लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ा सके.

रिपोर्ट के मुताबिक बालाकोट में जैश के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना को चीन रेनबो सीरीज के अत्याधुनिक ड्रोन्स की सप्लाई करेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक़ कॉम्बैट ड्रोन्स रेनबो CH4 करीब  5 हज़ार किलोमीटर दूर तक के टारगेट पर नज़र रख सकता है और करीब 40 घंटे तक आसमान में रह कर अपने साथ 400 किलोग्राम तक का विस्फोटक के साथ किसी भी टारगेट को नष्ट कर सकता है.

जबकि रेनबो CH5 अपने साथ एक हज़ार किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और 60 घंटे तक आसमान में रह सकता है. ये ड्रोन्स करीब 17 हज़ार फ़ीट की हाइट पर उड़ सकते है.

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तानी वायु सेना और सेना में इन ड्रोन्स के शामिल हो जाने के बाद पाकिस्तान कॉम्बैट ड्रोन्स के जरिये भारत मे डीप पेनेट्रेशन कर सकता है यानी इन ड्रोन्स की मदद से भारत मे काफी अंदर तक दाख़िल होकर किसी भी टारगेट को हिट कर सकता है.

रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने इजरायल से 54 ‘Harop’ कॉम्बैट ड्रोन्स खरीदने का फैसला किया है भारतीय वायु सेना के पास ऐसे 110 कॉम्बैट ड्रोन्स पहले से हैं. लेकिन पाकिस्तान के पास अब तक लंबी दूरी तक मार करने वाले  कॉम्बैट ड्रोन्स नही थे. 

देखा जाए तो चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती किसी से छुपी नही है .चीन लगातार पाकिस्तानी सेना की मदद करने में लगा हुआ है और टैंक से लेकर,फाइटर प्लेन,वॉर शिप और परमाणु पनडुब्बियों की मदद कर रहा है जिससे भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

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प्रियंका गांधी अपने यूपी दौरे के तहत गंगा यात्रा की शुरुआत

नई दिल्‍ली : 

प्रियंका गांधी ने सोमवार को प्रयागराज के बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की. प्रियंका गांधी आज प्रयागराज से अपनी तीन दिनी गंगा यात्रा की शुरुआत नाव से कर रही हैं.140 किमी लंबी यह गंगा यात्रा स्‍टीमर बोट के जरिये प्रयागराज के छतनाग से वाराणसी के अस्‍सी घाट तक होगी. वह 20 मार्च को वाराणसी पहुंचेंगी

कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी अपने यूपी दौरे के तहत गंगा यात्रा की शुरुआत प्रयागराज से सोमवार को कर दी है. इसके लिए वह प्रयागराज के मनैया घाट पहुंचीं. वहां उन्‍होंने पहले बच्‍चों से मुलाकात की.

इसके बाद स्‍टीमर बोट पर कांग्रेस नेताओं के साथ सवार होकर वाराणसी के लिए रवाना हो गईं. प्रयागराज पहुंचीं प्रियंका गांधी ने सोमवार सुबह संगम में त्रिवेणी तट पर पूजा-अर्चना की. साथ ही वह प्रयागराज के प्राचीन बड़े हनुमान मंदिर भी गईं. वहां उन्‍होंने दर्शन किए थे. 

प्रयागराज के स्‍वराज भवन पहुंचकर प्रियंका ने एक तस्‍वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘स्वराज भवन के आंगन में बैठे हुए वह कमरा दिख रहा है जहां मेरी दादी (इंदिरा गांधी) का जन्म हुआ. रात को सुलाते हुए दादी मुझे जोन ऑफ आर्क की कहानी सुनाया करती थीं. आज भी उनके शब्द दिल में गूंजते हैं. कहती थीं- निडर बनो और सब अच्छा होगा.’  

पीएम मोदी पर कसा तंज

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर प्रहार किया। प्रियंका ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि चौकीदार गरीबों और किसानों के नहीं होते, बल्कि अमीरों के होते है। उन्होंने आगे कहा कि आज देश में किसानों को उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि मौजूदा सरकार में किसानों का हाल बेहाल है। देश में युवा बेरोजगार घूम रहा है और केंद्र सरकार ने बड़े बिजनेसमैन दोस्तों को हजारों करोड़ रुपये बांट दिए।


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Guava Halwa

Ingredients for

Guava Halwa Recipe 

  • अमरुद – 4 (500 ग्राम)
  • चीनी – 1 कप (230 ग्राम)
  • घी – ¼ कप
  • काजू – 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटे हुए)
  • बादाम – 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटे हुए)
  • दूध – ½ लीटर
  • इलायची – ½ छोटी चम्मच
  • चुकंदर – 1 इंच टुकड़ा

अमरूद का हलवा रेसिपी विधि

  • हलवा बनाने के लिए सबसे पहले मावा बना कर तैयार करेंगे.
  • मावा बनाने के लिए पैन में दूध डालकर गैस पर उबलने के लिए रखें. दुध को बीच-बीच में चलाते रहें.
  • लगभग 40 मिनिट में दूध अच्छे से गाढ़ा होने के बाद मावा बन कर तैयार है. गैस बंद कर दिजिए.
  • अमरुद को बड़े-बड़े टुकड़ों में काट लीजिए.
  • कुकर को गैस पर रखें, अमरुद के टुकड़ों को कुकर में डाल दीजिए साथ में ½ कप पानी और चुकंदर का टुकड़ा डाल कर कुकर का ढक्कन बंद कीजिए और 1 सीटी आने तक पका लीजिए.
  • कुकर में सीटी आने पर गैस बंद कर दीजिए और कुकर का प्रैशर खत्म होने के बाद कुकर को खोलें, इसमें से अमरुद को निकाल कर प्याले में रख दीजिए और अमरुद को थोड़ा ठंडा होने दीजिए.
  • अमरुद के ठंडा होने पर इसे मिक्सर जार में डाल कर पेस्ट तैयार कर लीजिए, अमरुद के पेस्ट को छान लीजिए और जो बीज वाला हिस्सा बचा है उसे हटा दीजिए.
  • हलवा बनाने के लिए सबसे पहले मावा बना कर तैयार करेंगे. मावा बनाने के लिए पैन में दूध डालकर गैस पर उबलने के लिए रखें.
  • दुध को बीच-बीच में चलाते रहें. लगभग 40 मिनिट में दूध अच्छे से गाढ़ा होने के बाद मावा बन कर तैयार है. गैस बंद कर दिजिए.
  • 3-4 मिनट पका लेने के बाद इसमें इलायची पाउडर डाल कर अच्छे से मिक्स कीजिए। अब हलवे को और 3-4 मिनट पका लीजिए। 
  • अब तैयार अमरुद का हलवा को एक बॉउल में डालें और बारीक कटे हुए बादाम और काजू से गार्निश करके गर्मा गर्म सर्व करें।
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ठंडाई सेहत के लिए अमृत

गर्मियों का मौसम आते ही दिमाग में ठंडी-ठंडी ठंडाई का ख़्याल आने लगता है, जो पेट को ठंडक देने के साथ मन को भी संतुष्ट करती है.

ठंडाई सेहत के लिए अमृत

लेकिन साथ ही ये भी ख़्याल आता है कि कौन सी ठंडाई है बेहतर? आजकल बाजार में ठंडाई के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं जिसमें से सही और सेहतमंद ठंडाई का चयन करना मुश्किल हो जाता है.

गर्मियों में ठंडाई पीना अमृत से कम नहीं, ठंडाई गर्मी के प्रकोप को दूर करने के साथ साथ शरीर को तुरंत शक्ति देने वाला ग़ज़ब का पेय है.

दिमागी टॉनिक के साथ ये अनेक बड़े रोगों की रामबाण दवा भी है. आजकल के मॉडर्न युवा जहाँ प्यास बुझाने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स जैसे ज़हर इस्तेमाल करते हैं, वहीँ पर भारतीय घरों में गर्मियों की शान है ठंडाई, ये बाज़ार में बनी बनाई मिल जाती है, जिसको एक गिलास पानी या दूध की लस्सी (एक हिस्सा दूध और तीन हिस्से पानी) में  सिर्फ 20 – 30 मि. ली. डालकर तुरंत पी सकतें हैं. और ठंडाई को आप घर पर भी बना सकते हैं.

बाज़ार में मिलने वाली ठंडाई जहाँ चीनी से बनी होती है और इसमें प्रिस्र्वेटिवस भी मिले होतें हैं. वही पर आप इसको मिश्री डालकर खुद ही घर पर बनायें तो इसके गुणों में चार चाँद लग जायेंगे.

ठंडाई बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:-

  •     सौंफ 100 ग्राम
  •     खस खस 50 ग्राम
  •     मगज खरबूजा 50 ग्राम (खरबूजे से निकलने वाले बीजो की गिरियाँ)
  •     काली मिर्च 60 ग्राम
  •     बादाम 150 ग्राम
  •     इलायची दाना 20 ग्राम
  •     केसर 3 ग्राम
  •     गुलाब जल 30 मि ली
  •     मिश्री 2.0 कि ग्रा
  •     वंश लोचन 3 ग्राम
  •     पानी 1.5 लीटर

ठंडाई बनाने की विधि:-

  1. रात को बादाम, सौंफ, काली मिर्च, मगज और खस खस को अलग अलग भिगो देंवें।
  2. सुबह इन सबको अलग अलग पीस लें। बादाम के छिलके उतार कर पीसना है।
  3. अब पिसे हुए सौंफ को 1.5 लीटर पानी में उबालें। (इतना उबालें कि, आधा लीटर तक पानी उड़ जाये।) इस पानी में से सौंफ को छान कर फेंक दें। छने हुए पानी को पुनः उबालें। एक उबाल आने पर मिश्री डाल कर 10 मिनट तक उबलने दें। पानी के ऊपर से मैल निकाल लें। इस मिश्री युक्त पानी को छान लीजिये और छानने के बाद इस में पिसे हुए बादाम, खस खस, काली मिर्च और मगज मिलाकर आधे घण्टे तक उबालने के बाद ठंडा होने दें।
  4. वंश लोचन को बारीक पीस लें।
  5. केसर और इलायची दाने को पीस कर गुलाब जल में घोट लें।
  6. वंशलोचन, केसर इलायची और गुलाबजल के मिश्रण को ठंडाई में मिला कर बोतलों में भर लें।

ठंडाई के फायदे.

1. एसिडिटी – पेट में गर्मी

जिनको अम्ल पित्त, पित्त प्रकोप और उदर में ज्यादा गर्मी होने की तथा पेट में जलन होने की शिकायत हो उनको गर्मियों में सुबह खाली पेट दूध की लस्सी में ठंडे डालकर पीना बहुत फायदेमंद है.
2. मुंह में छाले

मुँह में छाले होते रहते हों तो ठंडाई का नित्य सेवन करने से छाले होना बंद हो जायेंगे.
3. पेशाब में जलन

अगर पेशाब करते समय जलन हो तो ठंडाई का नित्य सेवन करने से ये समस्या दूर हो जाती है.
4. आँखों में जलन

आँखों में जलन हो ठंडाई का रोजाना सेवन करने से इसमें बहुत आराम आता है.
5. अलसर (पेट के छालों में)

पेट में अल्सर होने पर यह बहुत ही रामबाण है. दिन में 3-4 बार दूध की लस्सी में ठंडाई डालकर पीने से अल्सर में थोड़े दिनों में ही आराम होता है.
6. स्वपनदोष और शीघ्रपतन

शरीर में अति उष्णता बढ़ जाने से तथा पित्त के कुपित रहने से जिन्हे स्वप्नदोष और शीघ्रपतन होने की शिकायत हो उनके लिए इसका सेवन अत्यधिक फायदेमंद है. शीघ्रपतन के रोगियों को इसे दूध में डालकर पीना चाहिए. और स्वपन दोष के रोगियों को इसे दूध की लस्सी में.
7. रक्तप्रदर और श्वेत प्रदर में.

स्त्रियों को रक्तप्रदर या श्वेतप्रदर की समस्या होने पर 40 दिन तक नियमित रूप से ठंडाई का सेवन करने से बहुत लाभ होता है।
8. दिमागी टॉनिक.

ठंडाई एक प्रकार का दिमागी टॉनिक भी है. गर्मियों में ठंडाई का नियमित सेवन दिमागी काम करने वालों और पढने वाले बच्चों के लिए ये विशेष रूप से लाभकारी है.

नोट : इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां रिसर्च पर आधारित हैं । इन्‍हें लेकर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूरी तरह सत्‍य और सटीक हैं, इन्‍हें आजमाने और अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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पणजी में पर्रिकर के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़,राष्ट्रिय शोक घोषित, भाजपा के सभी कार्यक्र्म रद्द

पणजी: 

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार सोमवार शाम यहां मिरामर में किया जाएगा. बीजेपी के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. चार बार के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर (63) फरवरी 2018 से ही अग्नाशय संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे.

पिछले एक साल से बीमार चल रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता का स्वास्थ्य दो दिन पहले बहुत बिगड़ गया था. 

सूत्रों ने बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर शनिवार देर रात से ही जीवनरक्षक प्रणाली पर थे. राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री का निधन रविवार शाम छह बजकर चालीस मिनट पर हुआ.

वक्ता ने बताया कि पर्रिकर का पार्थिव शरीर सोमवार को सुबह साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा. उसके बाद पार्थिव शरीर को कला अकादमी ले जाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि लोग सुबह 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक कला अकादमी में पर्रिकर के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे.  पर्रिकर की अंतिम यात्रा शाम चार बजे शुरू होगी. उनकी अंतिम संस्कार शाम करीब पांच बजे मिरामर में किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने उनके निधन पर सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य की राजधानियों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.

सोमवार को सुबह 10 बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की विशेष बैठक होगी. पर्रिकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.


मध्यमवर्गिय परिवार में 13 दिसंबर, 1955 में जन्मे पर्रिकर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया. यहां तक कि आईआईटी बंबई से स्नातक करने के बाद भी वह संघ से जुड़े रहे.

सक्रिय राजनीति में पर्रिकर का पदार्पण 1994 में पणजी सीट से भाजपा टिकट पर चुनाव जीतने के साथ हुआ. वह 2014 से 2017 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहे.


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के तौर पर शुरुआत कर गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बनने वाले पर्रिकर की छवि हमेशा ही बहुत सरल और सामान्य व्यक्ति की रही.

वह सर्वस्वीकार्य नेता थे. ना सिर्फ भाजपा बल्कि दूसरे दलों के लोग भी उनका मान-सम्मान करते थे. उन्होंने गोवा में भाजपा को मजबूत आधार प्रदान किया. लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रहने वाले गोवा में क्षेत्रीय संगठनों की पकड़ के बावजूद भाजपा उनके कारण मजबूत हुई.


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया है, ‘गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की सूचना पाकर शोकाकुल हूं.’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में वह ईमानदारी और समर्पण की मिसाल हैं. गोवा और भारत की जनता के लिए उनके काम को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.

पर्रिकर के निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है, ‘श्री मनोहर पर्रिकर बेमिसाल नेता थे. एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक थे, सभी उनका सम्मान करते थे. देश के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी. उनके निधन से बहुत दुखी हूं. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं. शांति.’  

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ATM के बिना भी निकाल सकते हैं, जिसमें यूजर्स बिना एटीएम कार्ड के पैसा निकाल सकते है।

पहले बैंक से पैसे निकालना बहुत मुश्किल था, क्योंकि बैंक से वही पैसा निकाल सकता है जिसका अकाउंट था। इसके लिए लोगों को कई तरह की स्लिप भरनी पड़ती थी, जिसके बाद पैसा मिलता था। 

डेबिट कार्ड के आने के बाद से ही लोगों को पैसे निकालने में आसानी होती है और एटीएम मशीन से भी जल्दी से पैसा निकाल जाता है। हम आपको जानकारी देने वाले है, जिसमें आप बिना एटीएम कार्ड के पैसा निकाल सकते है। 

 दरअसल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को लिए एक नई योजना पेश की है, जिसके तहत यूजर्स बिना डेबिट कार्ड के पैसा निकाल सकते है।

एसबीआई ने योनो कैश के नाम से नई सेवा का लॉन्च किया है, जिसमें यूजर्स बिना एटीएम कार्ड के पैसा निकाल सकते है। 

एसबीआई की इस सेवा का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले यूजर्स को योनो मोबाइल ऐप को डाउनलोड करना होगा।  

इसके बाद यूजर्स को योनो ऐप में 6 नंबर वाला पिन सेट करना होगा और इसके बाद यूजर्स को इस ऐप में पैसा निकालने के लिए रिक्वेस्ट करनी होगी।  

अब यूजर्स के पास 6 नंबर वाला एक पिन आएगा, जिसको एंटर करने के बाद किसी भी एटीएम से पैसा निकाल सकते है। लेकिन इस पिन का समय सिर्फ 30 मिनट का ही है।  

यह सर्विस आम एटीएम में उपलब्ध नहीं है। इसके लिए एसबीआई ने देश में करीब 16,500 एटीएम में योनो कैश प्वाइंट सेवा दी है। जिसमें यूजर्स आसानी से बिना एटीएम कार्ड के पैसा निकाल सकते है। 

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गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया है। पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर 63 साल के थे।

मनोहर पर्रिकर अग्नाशय कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे।

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सस्ते घरों का सपना विरोध के चलते फंसता दिख रहा

सस्ते घरों का सपना राज्यों के विरोध के चलते फिर फंसता दिख रहा है।

राज्यों की दलील है कि संपत्ति में जीएसटी लागू करने का अधिकार उन्हें मिलना चाहिए तभी इसका सही फायदा बिल्डरों और ग्राहकों दोनों को पहुंच पाएगा। 

पश्चिम बंगाल सहित कई राज्य एक अप्रैल से रियल एस्टेट में जीएसटी की नई दरों का फायदा देने का विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वाले राज्यों का कहना है कि इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा अगर सही ढ़ंग से न दिया गया तो फायदा नहीं होगा।

राज्य चाहते हैं कि जीएसटी की नई दरें कब, कैसे लागू की जाएं, इसका अधिकार राज्यों को दिया जाए। राज्यों ने कहा कि अगर एक अप्रैल से ही दरें लागू कर दी गईं तो संपत्ति की कीमतें घटने के बजाए बढ़ सकती हैं।

सूत्रों के अनुसार जीएसटी पर लॉ कमेटी ने सिफारिश की थी कि पुराने घरों पर बिल्डरों को जो इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा बिल्डरों को मिलना है वो एक अप्रैल के बाद नहीं मिल पाएगा।

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री इस मुद्दे को लेकर जीएसटी परिषद को चिट्ठी लिखने की तैयारी में हैं।

अब जीएसटी दरों को लागू करने की व्यवस्था पर लॉ कमेटी की सिफारिशों के आधार पर 19 मार्च को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक मे मंथन किया जाएगा।

बैठक में कोई रास्ता नहीं निकला और विरोध बढ़ा तो एक अप्रैल की तारीख को बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। 

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री इस मुद्दे को लेकर जीएसटी परिषद को चिट्ठी लिखने की तैयारी में हैं।

अब जीएसटी दरों को लागू करने की व्यवस्था पर लॉ कमेटी की सिफारिशों के आधार पर 19 मार्च को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक मे मंथन किया जाएगा।

बैठक में कोई रास्ता नहीं निकला और विरोध बढ़ा तो एक अप्रैल की तारीख को बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है।