इमरान खान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि पुलवामा आंतकी हमले जैसी किसी भी भविष्य की घटना को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पुलवामा आंतकी हमले जैसी किसी भी भविष्य की घटना को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
हम ग्राउंड से अधिक जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहना चाहती हूं कि हमारी सरकार इस पर प्रतिक्रिया कैसे दे रही है क्योंकि कोई भी शब्द देश के प्रत्येक व्यक्ति के गुस्से और निराशा को समझाने के लिए पर्याप्त नहीं है।
प्रधान मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि किसी भी समय जवाब देने के लिए सुरक्षा बलों को स्वतंत्रता दी गई है और जिसके लिए वह तैयार हैं।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने भी इमरान खान को करारा जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें इस बात से कोई आश्चर्य नहीं है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुलवामा में हमारे सुरक्षा बलों पर हमले को आतंकवाद की कार्रवाई मानने से इनकार कर दिया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने न तो इस जघन्य कृत्य की निंदा की और न ही शोक संतप्त परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने जैश-ए-मोहम्मद के साथ-साथ आतंकवादी द्वारा किए गए दावों को नजरअंदाज कर दिया जिसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
यह एक सर्वविदित तथ्य है कि जैश-ए-मोहम्मद और उसके नेता मसूद अजहर पाकिस्तान में हैं। पाकिस्तान को कार्रवाई के लिए ये पर्याप्त सबूत हैं।
26/11 को मुंबई में हुए भीषण हमले में पाक को सबूत मुहैया कराया गया था। इसके बावजूद, मामले में 10 साल से अधिक समय तक प्रगति नहीं हुई है।
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसी तरह पठानकोट में हुए आतंकी हमले पर भी कोई प्रगति नहीं हुई है।पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए कार्रवाई की गारंटी एक झूठा वादा है।