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26 वें अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता का हुआ आगाज

14 मार्च तक आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में 42 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के वन संस्थानों के लगभग 2458 प्रतिभागी लें रहे है भाग

कल 11 मार्च को केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव विधिवत रूप से प्रतियोगिता का करेंगे शुभारंभ

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पंचकूला, 10 मार्च-  हरियाणा की मेजबानी में आज ताउ देवी लाल स्टेडियम में 26वें अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता का आगाज हुआ। 11 मार्च को केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव विधिवत रूप से इन खेलों का शुभारंभ करेंगे।


  अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री विवेक सक्सेना ने आज ताउ देवी लाल स्टेडियम, सेक्टर 3 पंचकूला में प्रैसवार्ता में बताया कि 10 से 14 मार्च तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में 34 विभिन्न खेलों के 285 मुकाबलों में 2458 प्रतिभागी भाग ले रहे है। इसमें लगभग 500 महिला प्रतिभागी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में सबसे बड़ा दल कर्नाटक का है, जिसमें 202 प्रतिभागी हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर मुकाबले ताउ देवी लाल स्टेडियम सेक्टर-3 पंचकूला में आयोजित किए जाएंगे जबकि कुछ मुकाबले चंडीगढ़ और अंबाला में खेले जायेंगे।  


उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता की शुरुआत 1993 में हैदराबाद में हुई थी। यह गर्व की बात है कि 26वीं वार्षिक वन खेलकूद प्रतियोगिता की मेजबानी पुनः हरियाणा राज्य द्वारा की जा रही है। इससे पहले भी दो बार क्रमशः वर्ष 2002 में फरीदाबाद में तथा वर्ष 2013 में पंचकूला में इन प्रतियोगिताओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है।


उन्होंने बताया कि पंचकूला के ताउ देवी लाल स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्टेडियम के चारों ओर का वातावरण देखकर विभिन्न प्रदेशों से आए खिलाड़ियों ने इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा खेलों के पाॅवर हाउस के रूप में उभरा है। चाहे ओलंपिक हो, एशियन गेम्ज़ अथवा काॅमन वैल्थ गेम्ज, देश के सर्वाधिक मैडल हरियाणा के खिलाड़ियों द्वारा ही जीते गए हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस प्रतियोगिता के मैस्काॅट का नामकरण ‘‘कृष’’ के नाम से किया था। इसके अलावा उन्होंने प्रतियोगिता के Logo का भी अनावरण किया था।


अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक  श्री घनश्याम शुक्ला ने बताया कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से न केवल खेल भावना को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि विभिन्न प्रदेशों से आए अधिकारियों और कर्मचारियों को एक-दूसरे से मिलने और अपने-अपने प्रदेशों में वन संरक्षण की दिशा में की जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इस प्रतियोगिता की सबसे खास बात यह है कि इसका आयोजन पद और आयु सीमा से आगे बढ़कर किया जा रहा है और इसमें वन विभाग के कनिष्ठ कर्मचारी से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक भाग ले रहे हैं।


मुख्य वन संरक्षक श्री अनंत प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि इस प्रतियोगिता के सभी परिणाम एवं विस्तृत जानकारी वेबसाईट www.aifsm.nic.in पर उपलब्ध होंगी। उन्होंने आगे कहा कि खेलों से हम जीवन का अनुशासन सीखते है और मनुष्य के व्यक्तित्व का विकास होता है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरूण पाण्डेय, तमिलनाडू की वन संरक्षक निवेदिता, झज्जर के जिला वन अधिकारी विपिन कुमार भी उपस्थित थे।

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