रोपित किये गए पौधों पर खुद के नाम की बजाए मां का नाम लिखा जाए -राज्यसभा सांसद
श्री कार्तिकेय शर्मा ने स्वयं एक लाख पौधे रोपित करने का लिया संकल्प
जिला में वन विभाग द्वारा 2.50 लाख पौधे रोपित किये गए
पंचकूला, 16 अगस्त – राज्यसभा सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पेड़ हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम मुहिम चलाकर पूरे समाज और देश का ध्यान पर्यावरण संरक्षण की ओर केन्द्रीत किया है। उन्होंने कहा कि जो पौधे रोपित किये जा रहे हैं उनके साथ खुद के नाम की बजाए मां का नाम लिखा जाए ताकि भावुक सम्बन्ध के साथ उसका संरक्षण किया जा सके। राज्यसभा सांसद ने कहा ’’मैं आज मंच से प्रण लेता हूं कि अकेला ही एक लाख पौधे रोपित करूंगा।’’
राज्यसभा सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा आज केन्द्रीय विहार सेक्टर-25 पंचकूला स्थित ग्रीन बेल्ट में वन विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप बोल रहे थे। इससे पहले राज्यसभा सांसद ने अपनी मां के नाम एक पीपल का पौधा रोपित किया।
आज वन विभाग द्वारा जिला पंचकूला में 2.50 लाख पौधे रोपित किये गए। जिला स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचे जिलावासियों को घर के लिए तुलसी के पौधे भी वितरित किये गए।
श्री कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक पेड़ मां के नाम मुहिम का लक्ष्य पौधे रोपित कर पर्यावरण संरक्षत करने के साथ-साथ अपनी माता के प्रति प्यार को भी दर्शाना है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के लिए सबसे कीमती रिश्ता माता का होता है। हर मां अपने बच्चे से प्यार करती है और बदले में उससे कुछ भी उम्मीद नहीं रखती। उन्होंने कहा कि जननी की तरह ही धरती भी हमें उतना ही प्यार देती है। प्रधानमंत्री ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए अपनी दूरदर्शी सोच से ऐसी पहल की है। ये पहल दिल को छूने वाली है। माता के नाम पौधे लगाकर उन्हें पेड़ बनने तक संरक्षित भी करना है तभी वो एक पेड़ मां के नाम कहलाएगा।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने सही फैसले लिए, जिस कारण से पर्यावरण सुंदर और हराभरा है। अब उद्योग के बढ़ने से प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग की समस्या भी बढ़ रही हैं और पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है। ऐसे में हमारा दायित्व बनता है कि पर्यावरण को पहले की तरह हराभरा बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और सजग होना चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो कहीं बाढ़ तो कहीं सूखा और कहीं भीषण गर्मी होगी। उन्होंने कहा कि समाज को जगाकर, जिम्मेदारी समझकर इस कार्यक्रम को निरंतर चलाकर रखने की जरूरत है। तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को कोई सुंदर उपहार दे पाएंगे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सामाजिक संस्थाएं विश्वास, सम्भव, हारे का सहारा, सेवक सभा जिरकपुर, कबीर सभा ने अपना सहयोग दिया।
इस मौके पर जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग, नगर निगम महापौर कुलभूषण गोयल, भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, आईएफएस अधिकारी झलकार, नगराधीश विश्वनाथ, जिला वन अधिकारी विशाल कौशिक सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।