*मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बाढ प्रभावित पंजाब व हिमाचल के लिए सहायता सामग्री के 25 ट्रकों को झंडी दिखाकर किया रवाना*

’लीविंग नो सिटीजन बिहाइंड’ पर पोस्ट ऑफिस वेबिनार आयोजित

-पंचकूला डाकघरों के डाकघर ग्राहकों ने भी वेबिनार में भाग लिया


-पोस्ट ऑफिस खातों के लिए इंटरऑपरेबल सेवा की तैनाती के साथ-साथ शत-प्रतिशत कोर बैंकिंग प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए कार्यान्वयन रणनीति पर हुई चर्चा

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पंचकूला, 26 फरवरी- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ’लीविंग नो सिटीजन बिहाइंड’ पोस्ट ऑफिस वेबिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया, जिसमें पंचकूला डाकघर के उपभोक्ताओं ने भी भाग लिया।
 इस संबंध में जानकारी देते हुये अधीक्षक डाकघर अंबाला मंडल श्री अरूण गोयल ने बताया कि वेबिनार के दौरान 100 प्रतिशत डाकघरों को कोर बैंकिंग सिस्टम और इंटरऑपरेबल पोस्ट ऑफिस अकाउंट पर लाने और ग्रामीण गरीबों विशेषकर महिलाओं के जीवन पर इसके प्रभाव से संबंधित बजट घोषणा पर चर्चा की गई।


         इस वेबिनार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह की अध्यक्षता में ’सभी ग्रामीण गरीबों विशेष रूप से महिलाओं को आजीविका विकल्पों और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने’ के तहत ’भारतीय डाक के माध्यम से कभी भी कहीं भी बैंकिंग सेवाएं और इंटरऑपरेबल सेवाएं’ उपलब्ध करवाई जा सके, के बारे में जानकारी दी गई।


          इस वेबिनार में नीति आयोग और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञों ने भी भाग लिया। इस दौरान डाकघर खातों के लिए इंटरऑपरेबल सेवा की तैनाती के साथ-साथ 100 प्रतिशत कोर बैंकिंग प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए कार्यान्वयन रणनीति पर व्यापक चर्चा हुई।

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      नीति आयोग के विशिष्ट विशेषज्ञ श्री अजीत पई ने जोर देकर कहा कि डाकघर क्रेडिट, वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन की समग्र उपलब्धि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वेबिनार में चर्चा से निकलने वाली कार्रवाई मदों का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए विभाग विस्तृत रोडमैप तैयार करेगा। यह वेबिनार भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए डाकघर के बारे में जानने के लिए बूस्टर की भूमिका निभाता है जो ’किसी भी नागरिक को पीछे नहीं छोड़ना’ के उद्देश्य से काम करता है।

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हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने साईं पाठशाला के दस बच्चों को लिया गोद

-अपने निजी कोष से 50 हजार रुपये की राशि देने की, करी घोषणा


-निशुल्क शिक्षा, खाना, कपड़े गरीब व जरूरतमंद बच्चों को देना पुण्य का कार्य


-साई पाठशाला के बच्चों ने देशभक्ति की कविताओं से किया भाव विभोर

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पंचकूला, 26 फरवरी- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने पंचकूला के सेक्टर-12 स्थित सिरड़ी साईं सेवा समाज द्वारा संचालित साईं की पाठशाला में पंहुचकर बच्चों से बातचीत की। इस अवसर पर उन्होंने साईं की पाठशाला में पढ़ रहे गरीब व जरूरतमंद बच्चों की सहायता के लिये अपने निजी कोष से 50 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा साईं पाठशाला के दस बच्चों की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये प्रतिवर्ष अपने निजी कोष से खर्च वहन करेंगे।


हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष के साई पाठशाला में पंहुचने पर सभी बच्चों ने जय साईं राम कहकर उनका स्वागत किया।


श्री गुप्ता ने कहा कि सर्वप्रथम वे सिरड़ी साईं पंजीकृत ट्रस्ट पंचकूला/साईं की पाठशाला के आयोजक ताराचंद व अनिल थापर के साथ साथ सभी सदस्यों को बधाई देते है। वे गरीब, जरूरतमंद व समाज से अपेक्षित बच्चों और परिवार की मजबूरियों के कारण पिछड़े हुये बच्चों को साईं की पाठशाला लाकर उनको निशुल्क किताबें, खाना व शिक्षा और अच्छे कपड़े प्रदान कर रहे है। इससे बड़ा पुण्य का कार्य संसार में कोई नही है। वे इस ट्रस्ट के लिये भगवान से प्रार्थना करते है कि ट्रस्ट की शक्ति व सामर्थय को और ज्यादा ताकत दें ताकि वे गरीब व असहाय और परिस्थितियों के शिकार बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा देकर समाज में उनको अपने पांव पर खड़ा होने योग्य बना सके।


उन्होंने कहा कि साईं पाठशाला में आकर वे भावुक हो जाते है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के साथ शिक्षा देश, प्रदेश और विदेश में जीवनभर साथ रहती है। कुछ लोगों ने शिक्षा को व्यापार बना दिया है। बड़े बड़े संस्थान खोलकर बड़ी-बड़ी डोनेशन लेकर बच्चों को शिक्षा देते है। शिक्षा मानव का मौलिक अधिकार है, जिसका इस तरह से व्यापार नहीं होना चाहिये। हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा को निजी स्कूलों से भी बेहतर किया हैं। पंचकूला में सार्थक, संस्कृति स्कूल सेक्टर-26, 26 और बतौड़ गांव में नया संस्कृति स्कूल की शुरूआत की गई हैं। इन स्कूलों में निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा दी जाती है, जिसके कारण अभिभावकों में अपने बच्चों के दाखिलें के लिये होड़ लगी हुई है। देश व प्रदेश में शिक्षा का स्तर तभी बढ़ेगा जब सरकार के साथ साथ समाज के लोग भी शिक्षा में सहयोग के लिये आगे आयेंगे।


हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने साईं पाठशाला के आयोजकों को उन्हें भी साथ जोड़ने की अपील की ताकि इस संस्था को सब मिलकर ओर आगे लें जा सके और ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद, गरीब और परिस्थितियों के कारण अपेक्षित बच्चों को शिक्षा दें सके।


साई पाठशाला के बच्चों ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को अंग्रेजी की कविता और देशभक्ति की कवितायें सुनाई, जिसकी विधानसभा अध्यक्ष ने भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि साईं पाठशाला के बच्चे निजी स्कूल के बच्चों की तरह अंग्रेजी का भी अच्छा ज्ञान रखते है। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को खाना खिलाया और बच्चों गीतों पर उनके साथ डांस भी किया।


सिरड़ी साईं रजिस्ट्रड सेवा समाज पंचकूला के जनरल सेकरेटरी अनिल थापर ने बताया कि उनकी संस्था पिछले सात वर्षों से जरूरतमंद, गरीब और परिस्थितियों के कारण अपेक्षित बच्चों को निशुल्क किताबें, खाना व शिक्षा और अच्छे कपड़े प्रदान कर रही है। लगभग 1000 बच्चें यहां से पढ़कर पंचकूला के निजी व सरकारी स्कूलों में दाखिला लें चुके है और वर्तमान में 150 बच्चें सेक्टर-12, रैली गांव व आस पास ये आकर यहां पर शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इन बच्चों ने साईं पाठशाला को अपने प्ले स्कूल व स्कूल के रूप में देखा है। यहां बच्चें नर्सरी से लेकर तीसरी कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे है। उन्होंने बताया कि साई पाठशाला के फाउंडर सदस्य श्री विजय बत्रा ने सेक्टर-12 की यह इमारत साईं पाठशाला को दान स्वरूप दी है। इस अवसर पर आयोजकों ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष से साई पाठशाला के जगह दिलवाने की प्रार्थना की, जिस पर श्री गुप्ता ने उन्हें जल्दी ही जगह उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।

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इस अवसर पर बीजेपी पार्षद नरेंद्र लुबाना, रितु सिंगला, सुरेश वर्मा, चंडी मंडलाध्यक्ष संदीप यादव, कोषाध्यक्ष प्रवीन गुप्ता, सिरड़ी साईं रजिस्ट्रड सेवा समाज के प्रधान एएल मेहता, उपप्रधान अशोक धिंगड़ा सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

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सिविल सेवा खेलों के लिए चार मार्च को ट्रायल

सिरसा, 26 फरवरी।

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केंद्रीय सिविल सेवा सांस्कृतिक एवं क्रीडा बोर्ड की ओर से साल 2021-22 के अखिल भारतीय सिविल सेवा खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन मार्च माह में करवाया जाएगा। इस प्रतियोगिता में पुरुषों की फुटबाल, क्रिकेट तथा महिला व पुरुषों के लिए चेस, लान टेनिस तथा कैरम खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन खेलों की राज्य की महिला व पुरुष टीमों का चयन ट्रायल चार मार्च को निर्धारित स्थलों पर किया जाएगा।
उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार फुटबाल तथा चेस के लिए चार मार्च को करनाल स्थित कर्ण स्टेडियम में ट्रायल लिया जाएगा। क्रिकेट व कैरम के लिए चार मार्च को पंचकूला के सेक्टर तीन स्थित ताऊ देवीलाल खेल परिसर में ट्रायल लिया जाएगा। ट्रायल में प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भाग ले सकते हैं। चयन ट्रायल में भाग लेने वाले प्रतिभागी अपने साथ विभाग से फोटो सहित प्रमाण पत्र लेकर आए कि वे संबंधित विभाग के अधिकारी/कर्मचारी है। इसके अलावा सत्यापित जन्म प्रमाण पत्र तथा विभाग द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र कार्ड संख्या भी लेकर निर्धारित तिथि व स्थल पर सुबह 10 बजे तक पहुंचे।

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यहां होंगे मुकाबले


अखिल भारतीय सिविल सेवा खेल प्रतियोगिता के तहत फुटबाल का 10 से 15 मार्च, चेस का 10 से 17 मार्च तक दिल्ली के माडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम में आयोजन होगा। इसी प्रकार 10 से 15 मार्च तक क्रिकेट का आयोजन भारत नगर स्पोर्टस काम्पलेक्स तथा दिल्ली के चाणक्यापुरी स्थित विनय मार्ग स्पोर्टस काम्पलेक्स में आयोजन किया जाएगा। लोन टेनिस का आयोजन नौ से 14 मार्च तक चंडीगढ़ स्थित लेक स्पोर्टस काम्पलेक्स तथा कैरम का आयोजन 11 से 15 मार्च तक नई दिल्ली गोल मार्केट के नजदीक रजा बाजार में स्थित गरीब कल्याण केंद्र में किया जाएगा।

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कपास उत्पादन के लिए विकसित तकनीकों को अपनाएं किसान : डा. वाईजी प्रसाद

केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय स्टेशन में एक दिवसीय कपास मेला एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन


सिरसा, 26 फरवरी।

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    केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय स्टेशन में शनिवार को एक दिवसीय कपास मेला एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। मेले में केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर के निदेशक डा. वाईजी प्रसाद ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय स्टेशन सिरसा केे अध्यक्ष डा. एसके वर्मा ने किया। इस मेले में अखिल भारतीय कपास अनुसंधान परियोजना (कपास) के परियोजना समन्वयक डा. एएच प्रकाश, कृषि (कपास) सिरसा के संयुक्त निदेशक डा. आरपी सिहाग, उप निदेशक उद्यान, उप निदेशक पशुपालन सिरसा व जिला मछलीपालन अधिकारी ने भाग लिया।
डा. एसके वर्मा ने सभी प्रतिभागियों व किसानों का स्वागत किया तथा उत्तरी भारत में कपास उत्पादन की सामान्य जानकारी दी। उन्होंने उत्तरी भारत में कपास से संबंधित समस्याओं के बारे में अवगत करवाया तथा उचित तकनीकी अपनाकर अधिक उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया।


मुख्य अतिथि  डा. वाईजी प्रसाद ने सभी प्रतिभागी किसानों को कपास उत्पादन में आने वाली मुख्य समस्या व कपास उत्पादन की सामान्य जानकारी दी और कपास उत्पादन के लिए संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। अखिल भारतीय कपास अनुसंधान परियोजना (कपास) के परियोजना समन्वयक डा. एएच प्रकाश ने किसानों को कपास उत्पादन में आने वाली मुख्य समस्या तथा अखिल भारतीय कपास अनुसंधान परियोजना (कपास) के तहत किये जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तृत रुप से बताया। कृषि (कपास) सिरसा के संयुक्त निदेशक डा. आरपी सिहाग ने किसानों को सिरसा जिले में कपास उत्पादन व विभाग द्वारा कपास उत्पादन को बढ़ाने के लिए चलाये जा रहे विभिन्न प्रचार-प्रसार कार्यक्रमों व कृषि विभाग की स्कीमों के बारे में अवगत करवाया।
प्रधान वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) डा. ऋषि कुमार ने कपास की फसल में लगने वाले कीटों खास कर गुलाबी सुण्डी के जीवन चक्र की पहचान व उनके प्रबन्धन के बारे में बताया। इसके साथ-साथ कपास की फसल में किसान मित्र कीटों की पहचान व उनके लाभ बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जो किसान कपास की फसल कपास जिनिंग मील, कपास से तेल निकालने वाली मीलों के आस-पास व जिन किसानों ने कपास की लकडिय़ों के ढेर अपने खेत में लगा रखें हैं, उनको गुलाबी सुण्डी के प्रकोप के प्रति जागरूक रहना बहुत जरूरी है।

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प्रधान वैज्ञानिक डा. सतीश सैन ने कपास की फसल में लगने वाले रोगों की पहचान व उनके प्रबंधन तथा डा. अमरप्रीत सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कपास उत्पादन के लिए नवीनतम तकनीकों जैसे-किस्म का चुनाव, बिजाई का समय, खाद एवं उर्वरक, सिंचाई व खरपतवार नियंत्रण के बारे में बताया। वैज्ञानिक डा. देबाशीष पॉल ने कपास की फसल का उच्च गुणवता के बीज उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
जिला उद्यान अधिकारी डा. रघुवीर झोरड़ ने कृषि विभिन्नता व किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों को लगाने के लिए किसानों को प्रेरित किया। पशुपालन विभाग से पशु शल्य चिकित्सक डा. ललीत मोहन शर्मा ने कृषि विभिन्नता व किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि के साथ-साथ सहायक धंधें के तौर पर पशुपालन व डेयरी व्यवसाय को अपनानेे के लिए किसानों को प्रेरित किया। जिला मछली पालन विभाग से डा. बृज मोहन शर्मा सिरसा कृषि विभिन्नता व किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि के साथ-साथ मछलीपालन व झींगा व्यवसाय को अपनानेे के लिए किसानों को प्रेरित किया। इफको सिरसा के जीएम डा. बहादुर सिंह गोदारा ने किसानों को नैनो यूरिया के बारे में जानकारी दी।