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19 जून से 21 जून तक चलाया जायेगा उपराष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस

-अभियान के तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में 0 से 5 वर्ष तक के 69196 बच्चों को पिलाई जायेंगी दो बूंद जिंदगी की
-पोलियो खुराक से कोई भी बच्चा वंचित ना रहे, इसके लिये दो दिन चलाया जायेगा डोर-टू-डोर अभियान
– अभियान के पहले दिन जिले में 40857 बच्चों को पिलाई गई पोलियो की खुराक

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पंचकूला, 19 जून- जिले में उपराष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस अभियान की शुरूआत आज पोलियो बूथ से बच्चों को दवा पीलाकर की गई। जिले में 21 जून तक चलाये जाने वाले इस अभियान में 0 से 5 वर्ष तक के 69196 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जायेंगी।


सिविल सर्जन डॉ मुक्ता कुमार ने बताया कि भारत वर्ष पोलियो से मुक्त घोषित किया जा चुका है, परंतु कुछ पड़ोसी देशों में पोलियो की बीमारी रहने से संक्रमण का अंदेशा बना रहता है, इसलिए बच्चों को पोलियो की दवा बार-बार पिलाना आवश्यक है।


उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वह अपने बच्चों को पोलियो की खुराक हर चरण में जरूर दिलवाएँ। पोलियो के खिलाफ इस लड़ाई को स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सभी लाइन विभागों के प्रभावी समन्वय और समर्थन से जीता गया है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया गया है कि शून्य से पांच वर्ष  के सभी बच्चों को हर चरण में पोलियो की डोज मिले और वह इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रहें।
उन्होंने बताया कि इस अभियान को दो और दिनों के लिए, डोर टू डोर के माध्यम से जारी रखा जाएगा ताकि जो बच्चें दौर के पहले दिन के दौरान तय बूथ पर छुट गये है, उन्हें घर-घर जाकर दवा पिलाई जा सके। उन्होंने कहा की पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिये जिला की ए.एन.एम, आशा वर्कर व आंगनबाड़ी वर्कर मिलकर कार्य कर रही है। उन्होंने इस अभियान में विभिन्न सरकारी विभागों के साथ साथ गैर सरकारी संगठनों से भी इस कार्य में सहयोग करने की अपील की।


जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ मीनू सासन ने बताया की इस अभियान के दौरान 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को तय बूथ व घर-घर जाकर लगभग 69196 ( ग्रामीण-41368 व शहरी-27828) बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए उन्होंने विभाग द्वारा किये गये इंतजामों की समीक्षा करते हुए बताया की इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में 463 (ग्रामीण-343, शहरी-120) तय बूथ, 30 (ग्रामीण-11 व शहरी-2) मोबाइल टीमें और 19 (ग्रामीण-8 व शहरी-11) ट्रांजिट टीमों का गठन किया गया है और इसमें लगभग 1468 स्वास्थ्य कर्मियों, स्वयं सेवकों, आंगनवाॅड़ी श्रमिक और स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) द्वारा भाग लिया जा रहा है ।

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उन्होंने कहा की रविवार को अभियान के पहले दिन जिले में 40857 बच्चों को (ग्रामीण क्षेत्र-28547, शहरी क्षेत्र-12310) पोलियो की दवा पिलाई गई है। अभियान का पहला दिन जिला स्तर के उच्च अधिकारीयों, स्वास्थ्य अधिकारीयों, सुपरवाइजर की देख रेख में किया गया व अधिकारियों द्वारा जिले में स्थित पोलियो बूथों, झुग्गी-झोपंडियों, ईंट के भट्ठों और निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया गया ताकि कोई भी बच्चा दवा पीने से छुट न जाए।