हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी (पंजाबी) द्वारा सलाहकार समिति की बैठक का हुआ आयोजन
बैठक में पंजाबी भाषा तथा संस्कृति के उत्थान के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय पंजाबी सम्मेलन के आयोजन को लेकर की गई चर्चा
पंचकूला, 18 जुलाई हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी (पंजाबी) द्वारा आज अकादमी भवन में अकादमी के निदेशक श्री हरपाल सिंह गिल की अध्यक्षता में सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अकादमी के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री जी ने की। इस मौके पर उर्दू प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा तथा अकादमी के सदस्य सचिव श्री मंजीत सिंह ने भी बैठक में शिरकत की।
अकादमी निदेशक ने बताया कि बैठक में पंजाबी भाषा तथा संस्कृति के उत्थान के लिए इसी वर्ष नवंबर माह में तीन दिवसीय राष्ट्रीय पंजाबी सम्मेलन के आयोजन को लेकर चर्चा हुई, जिसमें हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों आदि से बुद्धिजीवियों और विद्वानों का पंजीकरण किया जाएगा। सम्मेलन का विषय पंजाबी भाषा, साहित्य, संस्कृति और इतिहास होगा। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृत अकादमी इस पंजाबी सम्मेलन का आयोजन करके आने वाले समय के लिए एक मील का पत्थर स्थापित करेगी।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि शीघ्र ही एक राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा तथा पहली बैठक में शब्द-बूँद पत्रिका में पंजाबी उप-भाषाओं पुआधी, सरायकी आदि की रचनाओं के प्रकाशन के संबंध में हुई सहमति के अनुसार, पाठकों को शब्द-बूँद में नोट देकर पंजाबी उप-भाषाओं में लेख, कविताएँ और कहानियाँ आदि भेजने को कहा गया, ताकि इन भाषाओं का भी प्रचार-प्रसार हो सके। शब्द-बूँद पत्रिका के सदस्यों की संख्या में और वृद्धि करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएँगे।
हरियाणा में पंजाबी भाषा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए पूरे हरियाणा राज्य को 7 जोन में विभाजित किया जाएगा, तथा जिला स्तर और ब्लॉक स्तर पर समितियाँ बनाई जाएँगी। प्रत्येक जोन में एक प्रभारी और एक संयोजक नियुक्त किया जाएगा। इन समितियों का मुख्य उद्देश्य हर घर में बच्चों, बुजुर्गों को पंजाबी भाषा में साक्षर बनाना है जो स्कूल और कॉलेजों तक नहीं पहुँच सकते। ताकि वे कम से कम अखबार वगैरह पढ़ सकें और अपने नाम वगैरह पर हस्ताक्षर भी कर सकें।
इस अवसर पर बैठक में अकादमी की सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. रतन सिंह ढिल्लों, डॉ. सुदर्शन गासो, डॉ. साहिब सिंह अर्शी, प्रिं0 बृज भूषण शर्मा, डॉ. चरणजीत कौर और श्री लखविंदर पाल सिंह ग्रेवाल आदि उपस्थित थे।