हरियाणा सरकार ने गौवंश के संरक्षण व संर्वद्धन के लिये अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये-गुप्ता
पंचकूला, 28 अगस्त- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने गौवंश के संरक्षण व संर्वद्धन के लिये अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा हरियाणा गौ संरक्षण एवं गौ संर्वद्धन एक्ट 2015 पारित किया गया, जिसके अंर्तगत गौवंश की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की गई तथा उल्लंघनाकर्ताओं के खिलाफ कड़े दंडो का प्रावधान किया गया।
श्री गुप्ता आज सेक्टर-3 में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर गौसेवा पर आधारित जन्माष्टमी द धर्मा काॅन्क्लेव में बोल रहे थे। श्री गुप्ता ने कहा कि समाज में गाय को माता का दर्जा दिया गया हैं और गाय का सम्मान व रक्षा करना हम सबका दायित्व है।
श्री गुप्ता ने कहा कि जब से केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी है तब से देश में गौवंश की रक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि गौवंश के पालन पोषण व सुरक्षा के लिये प्रदेशभर में अनेक नई गऊशालायें स्थापित की गई है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा गऊसेवा आयोग का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से गऊ माता की सुरक्षा व पवित्रता बनाये रखने के अनेक प्रयास किये जा रहे है।
श्री गुप्ता ने कहा कि गाय का धार्मिक दृष्टि के साथ साथ आर्थिक दृष्टि से भी बहुत बड़ा महत्व हैं। उन्होेंने कहा कि गाय के गोबर का प्रयोग कीटनाशक के रूप में भी किया जाता हैं। इसके अलावा गाय के गोबर से अगरबत्ती बनाने के साथ साथ हम इसका प्रयोग लकड़ी के स्थान पर अंत्येष्ठि व हवनों के आयोजन में भी कर सकते है। ऐसा करने से पेड़ कम कटंेंगे व पर्यावरण स्वच्छ रहेगा। उन्होंने बताया कि गौमूत्र का प्रयोग औषधी के रूप में भी किया जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब से उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है तब से उनका प्रयास रहा है कि हरियाणा की पहचान गीता, जिसका संदेश सदियों पूर्व भगवान श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र की पावन धरा पर दिया था, उसका प्रचार प्रसार पूरे हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में हो। उन्होंने कहा कि इसी भावना से ओतप्रोत होकर लोकतंत्र के मंदिर हरियाणा विधानसभा में भी गीता के पवित्र ग्रंथ की स्थापना की गई हैं ताकि विधायकों के साथ साथ देश विदेश से आने वाले अगुंतकों तक भी भगवतगीता का संदेश पहुंचे।
श्री गुप्ता ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में पंचकूला में कई नई गऊशालायें बनी है, जहां गऊओं को सुरक्षित रखने के साथ साथ उनके चारे, पानी व स्वास्थ्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता हैं। इसके अलावा पंचकूला में ही गीता चैक का निर्माण किया गया हैं, जहां पर भगवान श्री कृष्ण गीता का संदेश देते हुये दिखाई दें रहे है।
श्री गुप्ता ने कहा कि एक भी गाय की मृत्यु किसी सड़क दुर्घटना में ना हो, इसके लिये पंचकूला को लावारिश पशु मुक्त करने का संकल्प लिया गया है। इसके लिये सरकार व समाज के सहयोग से अधिक से अधिक गऊशालाओं को खोलने के प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि समाज के प्रबुध लोगों के साथ साथ उन्होंने स्वयं कामधेनु गऊशाला पिंजौर, गांव रिहोड़ की गऊशाला व सुखदर्शनपुर गऊशाला में बढ़चढ़कर योगदान दिया। उन्होंने कहा कि गऊशालायें ऐसी संस्थायें है, जिसमें सरकार के साथ साथ समाज का योगदान होना अति आवश्यक है। उन्होंनें लोगों से अपील की कि वे बढ़चढकर इस पुण्य के कार्य में अपना योगदान दें।
श्री गुप्ता ने कहा कि आज गऊशालायें आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रही है। यहां गाय के गोबर व मूत्र के प्रयोग से कीटनाशक के साथ साथ फिनाईल व अन्य पदार्थ भी बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गऊशालायें आत्मनिर्भर होगी।
इस अवसर पर गऊसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग, श्यामलाल बंसल, बीेजेपी प्रवक्ता रंजीता मेहता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।