हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री माननीय अनिल विज ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ रहने व स्वस्थ होने के लिए बहुत उपयोगी है, यह अति सरल, सस्ती व सुलभ है, आम आदमी को इसे अपनाना चाहिए।
पंचकूला 17 सितम्बर – हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री माननीय अनिल विज ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ रहने व स्वस्थ होने के लिए बहुत उपयोगी है, यह अति सरल, सस्ती व सुलभ है, आम आदमी को इसे अपनाना चाहिए।
श्री विज हरियाणा योग परिषद द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय के आॅनलाईन वेबीनार में बोल रहे थे। प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में 2 दिवसीय राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमे भारत के वरिष्ठ व प्रसिद्ध प्राकृतिक चिकित्सको जैसे कोयम्बटूर से डॉ बी टी सी मूर्ति, पुणे से डॉ जितेंद्र आर्य, योगग्राम हरिद्वार से डॉ नागेंद्र नीरज, रुद्रपुर उत्तराखंड से डॉ डी एन शर्मा, गोरखपुर से डॉ विमल कुमार मोदी वक्ता के रूप में शामिल हुए। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से लगभग 250000 लोगों ने इसे सीधे देखा।
स्वास्थ्य मंत्री ने वेबिनार में आम जन के लिए प्राकृतिक चिकित्सा को सर्वोत्तम बताया। उन्होंने कहा कि जन्म के बाद से होने वाली कब्ज से लेकर कैंसर तक लगभग सभी बीमारियों का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से सम्भव है। इससे भी ज्यादा इसकी उपयोगिता स्वस्थ रहने मे है। प्राकृतिक चिकित्सा को सीखकर हर व्यक्ति स्वयं को, परिवार को व समाज को स्वस्थ रखने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। आज महंगाई के समय मे प्राकृतिक चिकित्सा सबसे सस्ती है। वर्तमान प्राकृतिक चिकित्सा को विकसित करने में अमेरिका, जर्मनी व इंग्लैंड के एलोपैथी के चिकित्सकों की बड़ी भूमिका है। भारत मे भी अनेक वरिष्ठ ऐलोपथ्स जैसे डॉ विमल छाजेड़, डॉ बी एम हेगड़े, डॉ विमल मोदी जैसे प्राकृतिक चिकित्सा की पैरवी करते हैं। यह पद्धति पूरी तरह वैज्ञानिक है और सब तरफ से निराश लोगों के जीवन मे भी आशा का संचार रखने की सामर्थ्य रखती है। जटिल रोगों का भी इलाज इस पद्धति में है।
वेबीनार के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा योग परिषद के चेयरमैन डॉ जयदीप आर्य व समापन सत्र में इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अनंत बिरादर शामिल हुए। वेबीनार मे सयोजक की भूमिका हरियाणा योग परिषद के प्रथम सदस्य व इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाईजेशन के हरियाणा प्रान्त अध्यक्ष डॉ मदन मानव ने निभाई। कार्यक्रम में परिषद के रजिस्ट्रार डॉ हरिश्चन्द्र, योगेश गुप्ता, नीरज, ईशान, प्रवीण प्रभाकर, रक्षिता अरोड़ा , व ओमांशु का भी सराहनीय योगदान रहा।