हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने सिविल हस्पताल सैक्टर-6 का किया दौरा
*जिला में अवैध रूप से चलाए जा रहे तीन पुर्नवास केंद्रों से मुक्त करवाए गए मरीजों से की मुलाकात*
*श्री गुप्ता ने गांव मडावाला में नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों में अनियमितांए के मामलें में गृह और स्वास्थ्य मत्री श्री अनिल विज से की मुलाकात, श्री विज ने दिया विजिलैंस जांच का आश्वासन*
*मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से भी शीघ्र करेंगे मुलाकात*
*प्रत्येक जिले में 100 बेड का नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र खोलने का करेंगे अनुरोध- श्री गुप्ता*
पंचकूला- 6 मई हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पिंजौर के गांव मडावाला में नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों में भारी अनियमितांए पाए जाने के मामलें में कल उन्होने हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज से मुलाकात की और उन्हे इस संबंध में अपनी रिपोर्ट सौंपी। श्री विज ने उन्हे पूरे मामलें की विजिलैंस जांच करवाने का आश्वासन दिया है।
श्री गुप्ता ने यह जानकारी आज सिविल हस्पताल सैक्टर-6 में जिला में अवैध रूप से चलाए जा रहे तीन पुर्नवास केंद्रों से मुक्त करवाए गए मरीजों से मुलाकात करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। इससे पूर्व उन्होनें मरीजों से बातचीत की और उनका हालचाल जाना।कल ही बरवाला, मौली और बतौड में संचालित अवैध पुर्नवास केंद्रों पर छापेमारी कर 43 मरीजों को रिहा करवाया गया।
*एक विशेष अभियान चलाकर प्रदेश में संचालित सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का किया जाए निरिक्षण*
श्री गुप्ता ने कहा कि श्री विज से मुलाकात में उन्होंने कहा है कि इस पूरें मामलें की तह तक जांच होनी चाहिए और इसमें जो भी दोषी पाया जाता है, उस पर सख्त कारवाई की जानी चाहिए। इन केंद्रों के संचालकों को किसका संरक्षण मिल रहा है , इसके जाँच होनी चाहिए। श्री गुप्ता ने कहा कि एक विशेष अभियान चलाकर प्रदेश में संचालित सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का निरिक्षण किया जाए। उन्होने कहा कि वे शीघ्र ही मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से भी मुलाकात कर आग्रह करेंगे कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में 100 बेड का नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र खोला जाये और ऐसे निजी केंद्रों पर बैन लगाया जाए।
*अवैध नशा मुक्ति केंद्र लोगों को नशे से मुक्त करवाने की बजाय उन्हे नशे का आदि बना रहे हैं*
श्री गुप्ता ने कहा कि उन्हें दुख है कि अवैध नशा मुक्ति केंद्रों में लेागों को नशे से मुक्त करवाने की बजाय उन्हे नशे का आदि बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार रिहेबिलिटेशन सैटर्स को टार्चर सैंटर्स बनाया जा रहा है, जंहा मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है और उन्हे यातनाएं दी जाती हैं। उन्होने बताया कि पिंजौर के गांव मडावाला में नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों में औचक निरिक्षण के दौरान उन्होने पाया कि वंहा मरीजों को ऐसी दवाईयां दी जा रही थी, जिससें वे इन दवाईयों के आदि हो जाते थे। इसके अलावा बिना किसी चिकित्सक के परामर्श के प्रतिबंधित दवाईया दी जा रही थी। मार्किट में जो दवाई 140 रुपये में उपलब्ध है, इस केंद्र में 390 रूप्ये में बेची जा रही थी। श्री गुप्ता ने कहा कि उन्होने यह भी पाया कि वंहा उपस्थित 20 से 25 व्यक्ति इन दवाईयों को लेने के आदि हो चुके हैं। इनमें ट्रक ड्राईवर व मजदूर भी शामिल हैं।
*जिला में संचालित सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का नियमित निरिक्षण किया जाए*
श्री गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक भारत को नशा मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कल ही हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के कार्यक्रम की शुरूआत की हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि उन्होने पंचकूला के लिए जो सात सरोकार दिए हैं उनमें पंचकूला को नशा मुक्त बनाना सर्वोपरी है। उन्होने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए जिला प्रशासन विशेषकर पुलिस की अहम भूमिका है। उन्होने निर्देश दिए कि जिला में संचालित सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का नियमित निरिक्षण किया जाए। यदि फिर भी इन केंद्रों में अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
*पुर्नवास केंद्रों से मुक्त करवाए गए मरीजों ने श्री ज्ञानचंद गुप्ता का धन्यवाद किया*
अवैध पुर्नवास केंद्रों से मुक्त करवाए गए मरीजों ने श्री ज्ञानचंद गुप्ता का धन्यवाद किया। उन्होनें कहा कि वंहा से निकल कर उन्हें एक नया जीवन मिला हैं। अपनी आपबीती सुनाते हुए उन्होने श्री गुप्ता को बताया कि पुर्नवास केंद्रों की आड में उन्हे मारपीटा जाता था और अनेकों यातनांए दी जाती थी। इसके अलावा उनसे खाना बनाने से लेकर साफ सफाई तक का कार्य करवाया जाता था। एक ही कमरे में लगभग 20 लोगों को रखा जाता था, ना बाहर जाने की इजाजत थी और ना ही किसी से मिलने दिया जाता था। उन्हे ताला लगाकर कमरे में ही कैद रखा जाता था। ना ही कोई चिकित्सक था और ना ही किसी प्रकार की कोई दवा उन्हें दी जाती थी।
*किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधि समस्या होने पर अपने नजदीकी सरकारी हस्पताल में जाए*
श्री गुप्ता ने मरीजों से बातचीत की और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होने कहा कि युवा अपनी उर्जा को खेलों में लगााकर नशे से दूर रह सकते हैं। नशा न केवल सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है, बल्कि जिंदगी तबाह कर देता हैं। उन्होने मरीजों के परिजनों से भी बातचीत की। उन्होने कहा कि किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधि समस्या होने पर वे अपने नजदीकी सरकारी हस्पताल में जाए। उन्होने कहा कि सरकारी हस्पतालों में मरीजों को निशुल्क दवाईयां उपलब्ध करवाई जाती है।
इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त श्री सुमेर प्रताप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त वर्षा खांगवाल, सिविल सर्जन पंचकूला डाक्टर मुक्ता कुमार, डाक्टर गगन सिंगला, पार्षद हरेंद्र मलिक, जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य श्री बीबी सिंघल सहित सिविल हस्पताल के डाक्टर व अन्य स्टाफ के सदस्य उपस्थित थे।