हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की, की अध्यक्षता
-मानसून के दौरान जल भराव की समस्या के स्थाई समाधान के लिए अधिकारियों को व्यापक योजना तैयार करने के दिये निर्देश-गुप्ता
– जल भराव व पानी की निकासी की समस्याओं लिए जिला प्रशासन व नगर निगम ने स्थापित किए कंट्रोल रूम-उपायुक्त
पंचकूला, 29 जुलाई- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने आज सेक्टर 1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता की और मानसून के दौरान पंचकूला के कुछ सेक्टरों में जल भराव की समस्या का स्थाई समाधान निकालने के लिए संबंधित अधिकारियों को एक व्यापक योजना तैयार करने के निर्देश दिये।
श्री गुप्ता ने कहा कि कल हुई भारी बरसात के कारण पंचकूला के सेक्टर 19, 8, 9 व 10 में कुछ घरों में पानी भरने के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा।
उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर निगम व सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे स्वयं प्रभावित सेक्टरों का दौरा करें और जल भराव की समस्या का स्थाई समाधान निकालने के लिए एक योजना तैयार करें ताकि उस पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य शुरू करके लोगों को इस समस्या से निजात दिलाई जा सके। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं को हल करना जन प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों का कर्तव्य है।
उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसे सेक्टर जहां बरसात के दौरान जल भराव की समस्या रहती है वहां हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण व सिंचाई विभाग अपनी-अपनी वाटर पंपिंग मशीनों को मानसून के दौरान वहीं स्थापित करें। इसके अलावा मशीन ऑपरेटर्स की रोटेशन के हिसाब से डयूटी निर्धारित की जाये ताकि आवश्यक्तानुसार इन मशीनों को प्रयोग में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि मशीन ऑपरेटर्स का फोन नंबर संबंधित रेजिडेंट वेलफेयर ऐसोसिएशनों को मुहैया करवाया जाये ताकि आवश्यक्ता पड़ने पर लोग इनसे संपर्क कर सकें। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां-जहां रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए गए हैं उनकी जांच की जाये और अगर कोई खामी पाई जाती है तो उसे तुरंत दुरूस्त किया जाये।
बैठक में श्री गुप्ता ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात के दौरान घग्गर, टांगरी व अन्य नदी-नालों में लोगों के प्रवेश करने पर रोक लगाने के लिए लागू की गई धारा 144 की दृढता से पालना सुनिश्चित करवाई जाये ताकि इस वजह से होने वाले हादसों को रोका जा सके। श्री गुप्ता को अवगत करवाया गया कि जिला में धारा 144 के अंतर्गत नदी व नालों की 20 मीटर परिधि में प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा 28 स्थानों की पहचान की गई है जहां संबंधित एसएचओज को गश्त लगाने के आदेश दिये गए हैं।
श्री गुप्ता ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि वे जिला में दुकानों, रेस्टोरेंटों व हुक्का बारस में सरकार द्वारा महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा के तहत तय की गई समय सीमा की अनुपालना सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी दुकान, रेस्टोरेंट या हुक्का बार तय सीमा से अधिक समय तक खुला पाया जाता है तो उस क्षेत्र के संबंधित एसएचओ की जिम्मेदारी तय की जाये।
बैठक में बताया गया कि 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में लक्षित 3.86 लाख जनसंख्या में से 74 प्रतिशत लोगों को कोविड की फस्ट डोज़ व 34 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी है। वैक्सीनेशन के मामले में पंचकूला ट्राईसिटी में अव्वल है। प्रतिदिन औसतन 5 हजार लोगों का कोविड टीकाकरण किया जा रहा है।
उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री विनय प्रताप सिंह ने बताया कि मानसून के दौरान जल भराव व पानी की निकासी के संबंध में समस्याओं के निवारण के लिए जिला प्रशासन द्वारा फल्ड कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए जिला का कोई भी नागरिक बाढ नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 0172-2562135 पर संपर्क कर सकता है। उन्होंने बताया कि यह फोन नंबर 24 घंटे-सातो दिन कार्य करेगा और इस नंबर पर आने वाली सभी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निवारण किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा नगर निगम पंचकूला द्वारा भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि जल भराव व पानी की निकासी के संबंध में अपनी समस्याओं के संबंध में जिला का कोई भी नागरिक फोन नंबर 0172-2583695 या 1800-180-2013 पर संपर्क कर सकता है। यह नंबर भी 24 घंटे-सातो दिन कार्य करेगा।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त धर्मवीर सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एसडीएम पंचकूला रिचा राठी, एसडीएम कालका राकेश संधु व अनेक विभागों के संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।