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हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्री श्रवर्ण कुमार गर्ग ने पत्रकार वार्ता को किया संबोधित

-गांय के गोबर से बनी राखी करी प्रदर्शित

– गांय के गोबर से बनी राखी से रेडिएशन से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव 99.99 प्रतिशत होगा कम

पंचकूला, 9 अगस्त- हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्री श्रवर्ण कुमार गर्ग ने आज आईटी पार्क स्थित अपने कार्यालय पर पत्रकार वार्ता की। उन्होंने रक्षाबंधन पर्व की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी और गाय के गोबर से बनी हुई राखी भी प्रदर्शित की।


इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के सचिव चिरंतन कादियान भी उपस्थित थे।


उन्होंने बताया कि यह राखी अगर कलाई में बंधी हो तो रेडिएशन से शरीर पर पड़ने वाला दुष्प्रभाव 99.99 प्रतिशत कम होगा। उन्होंने बताया कि यह राखी आईआईटी रूड़की से टैस्टिड है। उन्होंने आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा लहराने की अपील की। उन्होंने बताया कि सरकार हर घर तिरंगा अभियान को लेकर छोटे-बड़े सम्मेलन और तिरंगा यात्राएं निकाल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का विजन है कि भारत सारे संसार का नेतृत्व करे।


  श्री गर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गोपाष्टमी के पावन अवसर पर सुखदर्शनपुर में गौ अनुसंधान केन्द्र स्थापित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि इस अनुसंधान केन्द्र में गौवंश नस्ल सुधार के साथ-साथ गांय के गोबर व मूत्र पर अनुसंधान करके विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं जिससे हरियाणा की कई गौशालाएं स्वावलंबी बन रही हैं।


उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा में गौ सेवा आयोग को एक नया जीवन दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों के कार्यकाल में गौ सेवा आयोग का गठन तो हुआ परंतु गौवंश के संवर्धन और संरक्षण पर कोई कार्य नहीं किया गया। पूर्व की सरकारों में 175 गौशालाएं थी। वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही राज्य सरकार द्वारा हरियाणा गौ वंश संरक्षण एवं संवर्धन अधिनियम 2015 लागू किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं। आज प्रदेश में 621 पंजीकृत गौशलाएं हैं, जिनमें लगभग लगभग 4.50 लाख गौवंश की देखरेख की जा रही है। लगभग 1 लाख गौवंश की निजी गौशालाओं में सेवा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसी अधिनियम के आधार पर राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय ‘काओ टास्क फोर्स’ का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गौवंश के संरक्षण व संवर्धन की दिशा में किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप गौ हत्या पर अंकुश लगा है वहीं सड़कों पर लावारिस घूमने वाली गांयों की संख्या में भारी कमी आई है। हरियाणा गौ सेवा आयोग का उद्देश्य है कि एक भी गाय सड़क पर न घूमे, इसके लिए हरियाणा गौ सेवा आयोग दिन-रात मेहनत कर रहा है। उन्होंने हरियाणा प्रदेश के लोगों, गौभक्तों व टास्क फोर्स के कर्मचारियों व अधिकारियों से अपील की कि इस अभियान में बढ-चढ कर भाग लें ताकि कोई भी गौवंश सड़कों पर न रहे।


इस अवसर पर उन्होंने गांय के गोबर से निर्मित पेंट और गमले को भी प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि गोबर से बनाया गया पेंट पूरी तरह प्राकृतिक है और इसमें किसी भी प्रकार के कैमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है। उन्होंने गांय के गोबर से बनी फिनाइल का भी जिक्र किया जो 99 प्रतिशत बैक्टिरिया को खतम कर देती है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से आहवान किया कि रक्षाबंधन पर गउशालाओं में गोबर से बनी राखी का प्रयोग करें।


उन्होंने बताया कि जिला के गांव बूंगा में एक नंदीशाला बनने जा रही है जिसके बनने से कोई भी नंदी सड़क पर नहीं रहेगा। उन सभी नंदियों को लाकर नंदीशाला में रखा जाएगा।