हरियाणा गौ सेवा आयोग और डाबर इंडिया के आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन के मध्य अनुबंध पर हुए हस्ताक्षर
गौ आधारित पदार्थ, अनुसंधान से वैज्ञानिक कसौटी पर उतरेंगे खरे – श्रवण कुमार गर्ग
पंचकूला, 8 अक्तूबर- हरियाणा गौ सेवा आयोग डाबर इंडिया की सामाजिक परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत संचालित आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन, दिल्ली के मध्य आज हरियाणा गौ सेवा आयोग के पंचकूला स्थित कार्यालय में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
इस मौके पर हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग व आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन, दिल्ली के प्रबंधक ट्रस्टी मोहन सक्सेना, ए सी वारसने पूर्व कुलपति, डा अनूप कालड़ा, आयोग के उपाध्यक्ष विद्यासागर बाघला, सचिव डा चिरंतन कादयान, पिंजौर में स्थापित गौ अनुसंधान केंद्र के ट्रस्टी नवराज धीर आदि उपस्थित रहे।
हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने इस मौके पर बताया कि आयुर्वेद रिसर्च फाउंडेशन गोबर गैस, गोबर खाद, कृत्रिम गर्भाधान, ग्रामीण उत्थान, ग्रामीण रोजगार सृजन जैसे अनेकों सामाजिक उत्थान के विषयों पर पिछले कई वर्षों से कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि इस हस्ताक्षरित अनुबंध के दौरान गो आधारित पदार्थों जिनमें गाय का गोबर, गोमूत्र, दूध आदि से बने अनेकों पदार्थों, नस्ल सुधार, भ्रूण प्रत्यारोपण आदि पर अनुसंधान का कार्य परस्पर सहयोग से होगा।
चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में हरियाणा गौ सेवा आयोग प्रदेश की गौशालाओं को लगातार स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। यह हस्ताक्षरित अनुबंध हरियाणा की गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। हरियाणा गौ सेवा आयोग और आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन मिलकर गौ आधारित पदार्थों को अनुसंधान करके वैज्ञानिक कसौटी पर खरा उतारने का प्रयास करेंगे। हरियाणा गौ सेवा आयोग के तकनीकी मार्गदर्शन में पिंजौर की श्री कामधेनू गौशाला सेवा सदन में स्थापित अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। गौ अनुसंधान केंद्र में बन रही गोबर आधारित विभिन्न प्रकार की खाद, गोमूत्र के विभिन्न अर्क, गोबर से बनने वाले उत्पादों का निरीक्षण किया।