हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवंर पाल ने कहा कि सरकार गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। इसके लिए चाहे धन का विशेष प्रावधान करना पडे़।
पंचकूला 31 अगस्त- हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवंर पाल ने कहा कि सरकार गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। इसके लिए चाहे धन का विशेष प्रावधान करना पडे़। उन्होंने कहा कि गाय हमारी संस्कृति है। इसे आगे बढाना सरकार का दायित्व है।
शिक्षा मंत्री स्थानीय रैड बिशप के सभागार में हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग के पदभार ग्रहण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संस्कृति की रक्षा करना हमारी जिम्मेवारी है। इसके अलावा गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पंचायती भूमि को गौशालाओं व चारे के लिए दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गायों के उत्पाद को बढावा देना भी आत्मनिर्भता के लिए बेहतर कार्य करना है। इसके लिए गाय के गोबर से हवन सामग्री युक्त धूपबत्ती को बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं को इस प्रकार आत्मनिर्भर बनाने के लिए लक्ष्य मानकर चलना चाहिए। इसके अलावा नस्ल सुधार पर भी बल देना चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राचीन समय में हमारा देश जीडीपी के क्षेत्र में पूरी दूनिया में 70 प्रतिशत अकेला होता था। लेकिन जब से हमने संस्कृति को पीछे छोड़ दिया है तब से जीडीपी पर बहुत प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं को पहले भी समाज चलाता था और अब भी एनजीओ के माध्यम से चलाई जा रही है। सरकार इसमें सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि गौवंश को बचाने के लिए सरकार ओर ज्यादा सहयोग करेगी ओर गौमाता की रक्षा होगी तभी हमारा देश, प्रदेश व समाज तरक्की करेगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने गौ हत्या रोकने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। इसके लिए अधिनियम बनाकर ठोस जुर्माना व सजा का प्रावधान किया। उन्हांेने कहा कि देश में लोगों ने गौ हत्या रोकने व राम मंदिर निर्माण के लिए कई बार आन्दोलन किए। लेकिन भाजपा सरकार ने ही गौंवंश की सुरक्षा के लिए कारगर कदम उठाएं जिसका जनता ने भी भरपूर सहयोग दिया।
गौ सेवा आयोग के नवनियुक्त चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि आयोग जनसहयोग से बेसहारा गायों की बेहतरी के लिए कार्य करेगा। इसके लिए गौशालाओं का खोलना, आत्मनिर्भर बनाने के साथ अन्य कदम उठाए जाएगें। उन्होंने कहा कि आयोग सभी के साथ मिलकर ऐसा कार्य करेगा कि बेसहारा गायों से किसी प्रकार की जान व माल हानि नहीं होगी और एक भी गाय सड़को ंपर नजर नही आएगी। उनका प्रयास है कि सड़क पर कोई दुर्घटना न घटे।
चेयरमैन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें पद नहीं, जिस जिम्मेवारी के योग्य समझा, उसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 650 गौशालाएं है इनमें लगभग सवा तीन लाख गौवंश रखा जा रहा है तथा सड़कों पर केवल 50 से 60 हजार गायंे है। गौ सेवा आयोग गांव, खण्ड स्तर पर कार्य करके दृढ विश्वास के साथ गायों को गौशालाओं में भेजने का कार्य करेगा तभी सड़कों पर एक भी बेसहारा गाय नजर नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता ओर जो संकल्प जीवन में कर लिया जाता है वह विषम परिस्थितियों में भी प्राप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती, सदस्य विजय पाल, स्वामी सम्पूर्णानन्द, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष विद्या सागर बाघला, सचिव डा. कल्याण सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।