हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पंचकूला को टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने के लिए गम्भीरता से कार्य करने के साथ ही मोरनी के लिए पेयजल की व्यवस्था का स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए।
पंचकूला 2 जून- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पंचकूला को टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने के लिए गम्भीरता से कार्य करने के साथ ही मोरनी के लिए पेयजल की व्यवस्था का स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आज यहां पंचकूला डेवलपमेंट प्लान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता व पंचकूला के महापौर श्री कुलभूषण गोयल भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने पैराग्लाईडिंग जैसे साहसिक खेलों को बढावा देने के लिए मोरनी में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम के लिए हर आवश्यक मापदण्ड समय से पूरा करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस खेल में क्योंकि काफी रिस्क रहता है इसलिए प्रतिभागियों के बीमा आदि के लिए भी सभी औपचारिकताएं पूरी की जानी बेहद जरूरी है। उन्हांेने आगामी 20 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए जाने वाले पैराग्लाईडिंग की शुरूआत के कार्यक्रम के लिए विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ ही ट्रैकिंग को बढावा देने के लिए ट्रैकिंग रूट ऐसे बनाए जाएं ताकि युवा सायं के समय आसानी से गंतव्य स्थल पर पहंुच जाए।
मुख्यमंत्री ने श्री ज्ञानचंद गुप्ता को कहा कि उन्हें पंचकूला के विधायक के नाते चण्डीगढ एयरपोर्ट से पंचकूला की कनेक्टीविटी के विषय पर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से मिलना चाहिए ताकि प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द सिरे चढ सके। बैठक में पंचकूला में मेडिकल और शैक्षणिक हब के रूप में विकसित करने की योजना पर भी विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने पंचकूला के महापौर को इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर देने के भी निर्देश दिए।
सड़कों के मजबूत नेटवर्क से सुगम होगा पर्यटन
समीक्षा बैठक के दौरान मोरनी और टिक्करताल आदि स्थलों को जोड़ने के तहत सड़कों के मजबूत नेटवर्क के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके लिए जिन विभागों की एनओसी की आवश्यकता है, वह काम तेजी से पूरा करने के लिए कहा। बैठक में पंचकूला से मांधना, मांधना से मोरनी, मोरनी से टिक्करताल और टिक्करताल से रायपुररानी तक सड़कों को मजबूत करने के लिए व्यापक चर्चा की गई ताकि पर्यटकों का आवागमन सुगम हो। रामगढ से हिमाचल को जोड़ने वाली सड़क के बारे में मुख्यमंत्री ने विस्तृत चर्चा की। इस सड़क की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट आगामी 15 दिनों में तैयार कर ली जाएगी।
नक्षत्र वाटिका, सुगंध वाटिका एवं राशि वन का शिलान्यास 5 जून को
बैठक के दौरान बताया गया कि पर्यटन को बढावा देने के लिए पंचकूला से मोरनी रोड़ के किनारे लगभग 20 एकड़ में नक्षत्र वाटिका, सुगंध वाटिका और राशि वन स्थापित किए जाएंगे। नक्षत्र वाटिका में सभी 27 नक्षत्रों से संबंधित पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही नक्षत्रों के बारे में विस्तृत जानकारी भी इस वाटिका में मिलेगी। सुगंध वाटिका में सुगंध बिखेरने वाले पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही आसपास के किसानों को ऐसे पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि आसपास में ही स्थापित सुगंधित तेल बनाने वाले उद्योग में किसान अपनी फसल बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें। इसी प्रकार राशि वन में सभी 12 राशियों से संबंधित पौधों का रोपण किया जाएगा। इन पौधों और राशियों के बारे में भी इस वन में विस्तृत जानकारी पर्यटकों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान ही अधिकारियों से राशि से संबंधित पौधों के बारे में पूछा। इन वाटिकाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून को किया जाएगा।
डम्पिंग ग्राउण्ड को तुरंत शिफ्ट करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने सैक्टर 23 के डम्पिंग ग्राउण्ड की चर्चा के दौरान कड़ा संज्ञान लेते हुए इसे तुरंत प्रभाव से झूरीवाला में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सैक्टर 23 के डम्पिंग ग्राउण्ड में कूड़ा डालना तत्काल बंद किया जाए और इसे जल्द से जल्द साफ करवाया जाए। उन्हांेने कहा कि इस काम में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस कार्य में देरी के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर हरियाणा के मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, एसीएस श्री ए के सिंह, श्री आलोक निगम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल, पंचकूला के उपायुक्त के अलावा कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।