हरियाणा के खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह ने हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के नये ’लोगो’ का किया लांच
खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री ने गुजरात में भारत के 36वें राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों और कोचो को स्पोर्ट्स किट किये वितरित
-हरियाणा सरकार की नई खेल नीति पूरे देश में अव्वल
पंचकूला, 19 सितंबर- हरियाणा के खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह ने आज सेक्टर-3 स्थित ताउ देवीलाल खेल स्टेडियम के मल्टी पर्पज हाल में हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के नये ’लोगो’ का लांच किया। इस अवसर पर खेल मंत्री ने गुजरात में आयोजित होने वाले 36वें राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों और कोचो को स्पोर्ट्स किट वितरित की।
इस अवसर पर खेल विभाग के निदेशक पंकज नैन, हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के वाईस प्रेजीडेंट व राष्ट्रीय खेल गुजरात सीडीएम सरदार विक्रम सिंह, हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के वाईस प्रेजीडेंट सूरज पाल अम्मू, खजांची एवं पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, एमथ्रीएम फाउंडेशन की ट्रस्टी डाॅ पायल कनोडिया भी उपस्थित थे।
खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह ने बताया कि 36वे राष्ट्रीय खेल 27 सितंबर से 10 अक्टूबर 2022 तक गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर में आयोजित किए जाएंगे। इसमें हरियाणा की 618 सदस्यीय टीम भाग लेगी, जिसमें 294 महिला खिलाड़ी तथा 324 पुरूष खिलाड़ी शामिल हैं। राष्ट्रीय खेलों में टीमों के प्रोत्साहन के लिये 142 महिला कोच और 122 पुरूष कोच भी गुजरात जायेंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य में जब वे मंत्री बने तब खिलाड़ियों के लिये 125 रुपये की डाईट थी। वे स्वयं भी खिलाड़ी रहे है। उन्हें महसूस हुआ कि खिलाड़ियों के लिये 125 रुपये की डाईट कम हैं। आज खिलाड़ियों को 400 रुपये की डाईट दी रही है जो देश में सर्वाधिक हैं। उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वो इंडिया नाम की पांच अक्षर वाली टीशर्ट पहनकर भारत का प्रतिनिधित्व करें। खिलाड़ी अपने पहले ट्रैकसूट को कभी नहीं भूलता। आज एमथ्रीएम फाउंडेशन द्वारा दी गई किट काबिले तारिफ हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत के दूसरे राज्यों के खिलाडी ये सपना लेता है कि काश वो हरियाणा में पैदा हुये होते और उन्हें राज्य द्वारा दी जा रही करोड़ो के इनाम राशि और बड़ी नौकरियां भी मिलती।
सरदार संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार की खेल नीति आज पूरे देश में जानी जाती हैं, जिसमें खिलाड़ियों को ओलंपिक में जाने से पहले तैयारी करने के लिये 15 लाख रुपये दिये जाते हैं। स्वर्ण पदक जीतने वाले के लिये 6 करोड़, सिल्वर पदक के लिये 4 करोड़ व रजत पदक के लिये 2.50 करोड़ रुपये के इनाम राशि दी जाती हैं। खेल मंत्री ने अपना अनुभव सांझा करते हुये कहा कि अगर उन्हें मौका मिले तो वे अब भी गुजरात में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभागी के रूप में भाग लेना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि आज इस मल्टी पर्पज हाल में पीछे बैठे छोटे बच्चे में हरियाणा के लिये मैडल लाने वाले खिलाड़ियों की छवि देखते है। उन्होंने कहा कि वे सर्वोत्तम खिलाड़ी उन खिलाडियों को मानते है, जो स्वर्ण पद जीतने के बाद भी संतुष्ट ना होकर जिंदगी भर खेलो के लिये अथक परिश्रम करते रहते है।
उन्होंने एमथ्रीएम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया का आभार व्यक्त किया और बताया एमथ्रीएम फाउंडेशन खिलाड़ियों के लिये और समाज सेवा के लिये सदा आगे रहता हैं। डाॅ पायल स्वयं एक सिल्वर विजेता खिलाड़ी रही हैं। वेे खिलाड़ियों की मदद के लिये हमेशा आगे रहती हैं। सरदार संदीप सिंह ने हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन व खेल विभाग के अधिकारियों का धन्यवाद किया। खेल विभाग द्वारा ही मेहनत का नतीजा है कि खिलाड़ी मैडल लाकर प्रदेश का नाम रोशन करते है।
इस अवसर पर हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के उप प्रधान रानी तिवारी, महासचिव नीरज तवर, सचिव अनिल खत्री,एमथ्रीएम के प्रधान एश्वर्या महाजन, कार्यक्रम प्रबंधक रितु अर्पणा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।