हरियाणा, अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता की तीसरी बार मेजबानी करने वाला देश का पहला राज्य-कंवरपाल
खेल-कूद प्रतियोगिताओं का यह महाकुंभ देश और प्रदेश में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक
हरियाणा देश में खेलों में अग्रणी प्रदेश-वन मंत्री
देश के वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने खेल-कूद तथा फिटनेस के मामले में लहराया परचम
पंचकूला, 11 मार्च – हरियाणा के पर्यावरण एवं वन मंत्री श्री कंवरपाल ने कहा कि हरियाणा देश का पहला प्रदेश है जिसे तीसरी बार अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ है। हरियाणा की भूमि उसके युवाओं के जोश के लिए जानी जाती है। खेल-कूद प्रतियोगिताओं का यह महाकुंभ देश और प्रदेश में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है।
श्री कंवरपाल आज पंचकूला सेक्टर 3 स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 26वीं अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के पश्चात संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतन लाल कटारिया भी उपस्थित थे।
इससे पूर्व श्री कंवरपाल ने 26वें अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता के शुभारंभ की घोषणा की और विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से आए खिलाड़ियों के दलों द्वारा प्रस्तुत मार्चपास्ट की सलामी ली।
उन्होंने कहा कि इससे पहले वर्ष 2013 में पंचकूला में और 2002 में फरीदाबाद में इस प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि हरियाणा को इन खेलों को पुनः आयोजित करने का अवसर प्रदान करने के लिए वे केन्द्र सरकार का आभार प्रकट करते हैं। श्री कंवरपाल ने कहा कि राजनीतिक जीवन की शुरुआत से ही उनका वन एवं वन्य कर्मियों से नाता रहा है। उनका क्षेत्र यमुनानगर में कालेसर का घना जंगल होने के कारण यहां पर वन कर्मियों की गतिविधियां बराबर बनी रहती थी। उन्होंने देखा है कि वन कर्मी बड़ी सफुर्ति से रात-दिन गश्त करके वन संपदा की रक्षा करते हैं।
वन मंत्री ने कहा कि हमें खेल-कूद से अनुशासन में रहना, टीम स्पिरिट से कार्य करना तथा सतत सुधार करते रहना भी सीखने को मिलता हैै। खेलों से एक भाईचारे की भावना भी उत्पन्न होती है जो हमारे कार्यक्षेत्र में परिवार को जोड़ने का कार्य करती है। उन्हांेने कहा कि वन खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन न केवल हमारे वन परिवार को और मजबूत करने, अपने-अपने प्रदेश तथा संगठनों का नाम रोशन करने का एक अवसर है बल्कि इस प्रतियोगिता का सीधा असर हमारे कार्यों पर भी पड़ेगा और हमारी कार्यकुशलता भी बढेगी। खेल हमें अपने मतभेदों को मिटा कर जाति, धर्म, क्षेत्र को भूल कर एकजुट होकर लक्ष्यों की प्राप्ति करना सिखाते हैं।
श्री कंवरपाल ने कहा कि हरियाणा पूरे देश में खेलों में एक अग्रणीय प्रदेश है। हरियाणा की जनसंख्या देश की जनसंख्या का मात्र 2 प्रतिशत है परंतु टोक्यो ओलंपिक 2020 में देश द्वारा जीते कुल 7 पदकों में से 3 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने हासिल किए जिसमें नीरज चोपड़ा का स्वर्ण पदक भी शामिल है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश का नाम रोशन किया है और इसमें प्रदेश की खेल परंपराओं तथा प्रदेश सरकार की खेल नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने कहा कि देश के वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने खेल-कूद तथा फिटनेस के मामले में अपना परचम लहराया है। एक अधिकारी ने तो एवरेस्ट पर भी फतह की थी और हाल ही में कर्नाटक की एक महिला आईएफएस अधिकारी ने एनर्टाटिका पहुंच कर तिरंगा लहराया। यह हमारे लिए बड़े गर्व की बात है।
अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतन लाल कटारिया ने कहा कि 26वें अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन उनके लोकसभा क्षेत्र में किया जा रहा है जिसके लिए वे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला में विश्व स्तरीय खेल इन्फ्रास्ट्रचर विकसित किया गया है और पिछले वर्ष ही यहां खेलो इंडिया यूथ गेम्ज़ का सफल आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इस वन खेल-कूद प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशो के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रतियोगिता से नई खेल प्रतिभाएं उभर कर सामने आएंगी।
हरियाणा के पर्यावरण और वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग ने कहा कि खेलों का मानव जीवन में बहुत महत्व है। खेल जहां जीवन में अनुशासन सिखाते है वहीं खेलों से शरीर स्वस्थ रहता है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि सभी वन अधिकारी और कर्मचारी किसी न किसी खेल गतिविधि से जुड़े हैं और नियमित रूप से अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा हरि की भूमि है, जहां श्रीकृष्ण ने गीता का दिव्य संदेश दिया था। वे आशा करते हैं कि सभी खिलाड़ी गीता के संदेश से प्रेरणा लेते हुए प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर हरियाणा और गोवा की टीम के बीच रस्साकशी का मुकाबला हुआ , जिसमें हरियाणा की टीम ने गोवा की टीम पर आसानी से विजय प्राप्त की। इस मौके पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए।
इस मौके पर महानिदेशक, वन विभाग, भारत सरकार श्री सीपी गोयल, हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री जगदीश चंद्र, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री विवेक सक्सेना तथा श्री घनश्याम शुक्ला, मुख्य वन संरक्षक श्री अनंत प्रकाश पाण्डेय और विभिन्न प्रदेशो के वरिष्ठ वन अधिकारी उपस्थित थे।