स्वास्थ्य विभाग व आयुष्मान भारत द्वारा यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पंचकूला, 12 दिसंबर- स्वास्थ्य विभाग व आयुष्मान भारत द्वारा यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयुष्मान भारत को एक साथ पूरे भारत मे लॉन्च किया गया था और आयुष्मान भारत स्किम के फायदे से कोई छूट न जाये। इसी मकसद से कार्यक्रम किया गया। आयुष्मान भारत के तहत 1.80 लाख से कम आय और 5 एकड़ से कम भूमि वाले किसानों को इस योजना में शामिल किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य अतिरिक्त सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि अभी तक 73683 मरीजो का उपचार 90 करोड़ 58 लाख का क्लेम दे चुके है तथा 31 मार्च तक 25 लाख लोगों को आयुष्मान से जोड़ने का प्रयास करेंगे। यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज डे है, जिसका थीम हमने आयुष्मान भारत रखा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत की शुरुआत हरियाणा के करनाल से की गई थी। हरियाणा सरकार ने अब यह भी तय किया है कि पहले चिन्हित किये गए लाभपत्रों के साथ-साथ जिन राज्य सरकार अपने खर्च और उन परिवारों को भी शामिल करेगी, जिनकी वार्षिक आय 1.8 लाख से कम है और तथा जिनके पास 5 एकड़ या इससे कम जमीन है, उन्हें भी इस योजना के तहत कवर किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को देने की और विभाग द्वारा आने वाले समय मे प्रयास किये जाएंगे। उन्हें कहा कि पंचकूला, पानीपत और मेवात में जच्चा-बच्चा 100 बेडिड सेंटर बनाए जाएंगे जो हमारे एग्जिस्टिंग कैम्पस के विंग्स में बनाए जाएंगे। मेवात में जो मेडिकल कालेज है वहां पर यह केंद्र स्थापित किया जाएगा जबकि पंचकूला और पानीपत में स्थित सामान्य अस्पतालों में यह विंग बनाए जाएंगे।
आयुष्मान भारत हरियाणा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. साकेत कुमार ने बताया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत 500 से अधिक अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें से 506 निजी व 155 सरकारी अस्पताल है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अधिक से अधिक गरीब लोगों को जोड़कर उन्हें स्वास्थ्य सुविधायें देकर उनका इलाज करना और गरीबी से बचाना है। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी को यदि एक बार भी बिना किसी सहायता के इलाज करवाना पड़ जाए तो वह कभी भी गरीबी के चंगुल से बाहर नहीं निकल सकता। आयुष्मान योजना आने के पश्चात गरीबों के इलाज के लिए यह योेजना देव दूत की तरह कार्या कर रही है। उन्होंने कहा कि यह योजना समाज के अंतिम आदमी को इलाज की सुविधा देने तक चलती रहेगी।
Hindi News से जुड़े अपडेट और व्यूज लगातार हासिल करने के लिए हमारे साथ फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल पर जुड़ें!