स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंचकूला द्वारा मनाया गया विश्व अस्थमा दिवस
पंचकूला, 2 मई- स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंचकूला द्वारा आज कालका, पंचकुला के ग्राम पापलोआ में स्थित ईंट भट्ठों में विश्व अस्थमा दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम सिविल सर्जन, पंचकुला, डॉ मुक्ता कुमार और डिप्टी सिविल सर्जन (एनसीडी), डॉ शिवानी हुड्डा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
डॉ. साक्षी जैन, चिकित्सा अधिकारी (एनसीडी), और डॉ. शिल्पा सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक (एनसीडी) ने श्रमिकों और मजदूरों को संबोधित किया और उन्हें ईंट भट्ठे से होने वाले प्रदूषण से श्वसन संबंधी समस्याओं के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि अस्थमा का इलाज नहीं किया जा सकता है लेकिन, अस्थमा के दौरे को कम करने और रोकने के लिए अस्थमा का प्रबंधन करना संभव है।
अस्थमा पर जागरूकता के साथ-साथ एक गैर-संचारी रोग (एनसीडी) स्क्रीनिंग शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों की मधुमेह, उच्च रक्तचाप और सामान्य कैंसर की जांच की जा गईे। उच्च रक्तचाप और मधुमेह के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए लोगों को जीवनशैली में बदलाव की सलाह दी गई। एनीमिया के लिए स्क्रीनिंग भी की गई और जिन लोगों को एनीमिया, उच्च रक्तचाप या मधुमेह पाया गया, उन्हें दवाईयां भी दी गईं।
एनसीडी विशेष रूप से उच्च रक्तचाप और मधुमेह, हृदय रोग, अंधापन, गुर्दे की विफलता, का एक प्रमुख कारण है। रक्त शर्करा, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को यथासंभव सामान्य के करीब बनाए रखकर इन जटिलताओं को रोका या विलंबित किया जा सकता है।
डॉ. साक्षी जैन, चिकित्सा अधिकारी (एनसीडी) और डॉ. शिल्पा सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक (एनसीडी) ने बॉर्डरलाइन उच्च रक्तचाप या बढ़े हुए ब्लड शुगर मार्कर वाले लोगों को मौके पर ही परामर्श प्रदान किया। उपस्थित लोगों को उपमंडल अस्पताल, कालका में चल रहे एनसीडी क्लिनिक के बारे में जागरूक किया गया, इसके अलावा सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में सेवाओं का लाभ उठाने वाले सभी रोगियों को मुफ्त निदान और दवाओं की उपलब्धता के बारे में भी बताया गया।