MCC opens 'Rupee Store' at  Indira Colony Manimajra Community Centre, empowering communities*

सुख, समृद्धि, वैभव व शांति का प्रतीक है हरियाणा-विरेन्द्र चैहान

समकालीन समय में तकनीक ज्ञान को वैश्विक करने का माध्यम है पुस्तक -मुकेश भूषण
घर का सबसे सुन्दर कोना वही होता है जहां किताबों का भंडार होता है-पूर्ण चंद शर्मा

For Detailed

पंचकूला 18 दिसम्बर- श्रेष्ठ भारत की अवधारणा को साकार करने के लिए हरियाणा बिजली निगमों के अध्यक्ष श्री पीके दास के मार्गदर्शन में आयोजित प्रथम पंचकूला पुस्तक मेले के पांचवेे दिन ग्रन्थ अकादमी के सहयोग से ‘‘साईबर युग में किताबें एवं हरियाणा की देशज परम्परा’’ विषय पर विमर्श का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत करते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्री मुकेश भूषण ने कहा कि समकालीन समय में तकनीक ज्ञान को वैश्विक करने का माध्यम पुस्तक है। उन्होंने कहा कि आज इलेक्ट्ानिक युग में किताबों का कोई विकल्प नहीं है।
इस अवसर पर प्रसिद्ध लेखक डा. राजेन्द्र ने साईबर युग में किताबों पर अपना वक्तक्य देते हुए कहा कि किताबे मनुष्य को अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाती है। इलेक्ट्ानिक युग में भी किताब अपने वजूद को कम नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट् के उत्थान के लिए समाज का शिक्षित होना जरूरी है और इस तरह के पुस्तक मेले के आयोजन से युवा पीढ़ी अपने रचनाकारों से रूबरू होंगी।
विमर्श मेें भागीदारी करते हुए प्रसिद्ध लेखक पूर्ण चन्द शर्मा ने कहा कि ये पुस्तकें ही हैं जो हमारी संस्कृति और सभ्यता को सहेजकर एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी तक पहुंचाती हैं। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति और सभ्यता को बचाना है तो किताबें अवश्य पढ़े। उन्होंने कहा कि घर का सबसे सुन्दर कोना वही होता है जहां किताबों का भंडार होता है।  विमर्श में भाग लेतेे हुए वरिष्ठ पत्रकार मनोज ठाकुर ने कहा कि आज हमारे पास सूचनाओं का भंडार है परन्तु किसी भी सूचना को सार्वजनिक करने से पहले उसका निरीक्षण अवश्य करेे कि वो सूचना सार्वजनिक करने लायक भी हैं या नहीं।
विमर्श में अध्यक्षता करते हुए हरियाणा ग्रन्थ अकादमी के उपाध्यक्ष श्री विरेन्द्र चैहान ने कहा कि हरियाणा सुख, समृद्धि, वैभव व शांति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विश्व की प्राचीन संस्कृति जहां वेदों की रचना हुई वही है हरियाणा। उन्होंने कहा कि हरियाणा को ब्रहमा क्षेत्र भी कहा जाता है जहां ज्ञान की धारा प्रवाहित हुई थी। आज प्रथम पंचकूला मेंले से नयी पीढ़ी ज्ञान की उसी धारा को अपने जीवन में आत्मसात करे यही इस पुस्तक मेले का उद्देश्य है।
सीपीआरओ श्री राजीव रंजन ने प्रस्तावना रखते हुए कहा कि किताबें मनुष्य को बेहतरी का रास्ता दिखाती है और एक बेहतर व्यक्ति बनने के लिए प्रेरित करती हैं।
मंच संचालन भाषा संपादक मोनिका द्वारा किया गया।
करनाल, काछवा, गोंदर, अढोन, शिवा, भोडवाल लाईब्रेरी के पाठक, लाईबेरियन व बिजली विभाग के अधिकारी की रही विशेष भागीदारी।
आज पुस्तक मेले में बिजली विभाग के सामाजिक दायित्व निर्वहन योजना के तहत निर्मित लाईब्रेरी के पाठक, लाईब्रेरियन सहित गांव के संभा्रन्त लोग एवं बिजली विभाग के इंजीनियर की विशेष भागीदारी रही। सायंकालीन सत्र में आज मंचित हुआ प्रबुद्ध तथागत फाउंन्डेशन, बालाघाट, मध्यप्रदेश के रंगकर्मियों द्वारा नाटक ‘‘वीर विप्लवी’’ का मंचन किया गया।  
इस अवसर पर श्री मनोज वत्स, डा. शर्मिला, श्री आशुतोष, शिखा राणा, शिक्षा विभाग से कला शिक्षक अमित सिंह सहित ग्रन्थ अकादमी तथा बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

s://propertyliquid.com