सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया ने सरकार द्वारा अब तक किए गए नशामुक्ति प्रयासों के संदर्भ में संसद में एक वक्तव्य प्रस्तुत किया है।
पंचकूला, 24 मार्च- सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया ने सरकार द्वारा अब तक किए गए नशामुक्ति प्रयासों के संदर्भ में संसद में एक वक्तव्य प्रस्तुत किया है। बयान ओडिशा राज्य के सांसद डॉ शस्मित पात्रा द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब में प्रस्तुत किया गया था।
श्री कटारिया ने बताया कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने नशामुक्ति ध् जागरूकता के लिए निम्नलिखित पहल की हैं-
1 सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, ड्रग डिमांड रिडक्शन के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना की योजना को लागू करता है, जिसके तहत एनजीओ/वीओ/ संगठन/राज्यों को नशे के लिए एकीकृत पुनर्वास केंद्रों के संचालन और रखरखाव के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। सरकारी अस्पतालों में किशोरों और आउटरीच और ड्रॉप इन सेंटर ;व्क्प्ब्द्ध और लत उपचार सुविधाओं ;।ज्थ्ेद्ध के बीच प्रारंभिक ड्रग उपयोग रोकथाम के लिए सहकर्मी नेतृत्व ;ब्च्स्प्द्ध।
2 मंत्रालय ने उच्च शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालय परिसरों और स्कूलों पर विशेष ध्यान देने के साथ युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से 272 चिन्हित संवेदनशील जिलों में नशा मुक्त भारत अभियान (छडठ।द्ध शुरू किया है। समुदाय और संबंधित राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को अपने नशा मुक्त भारत अभियान शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया है।
3 मंत्रालय ने एनएपीडीआरडी की योजना के तहत बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों में मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए स्कूलों में नवचेतना मॉड्यूल विकसित किया है।
4 समुदाय आधारित पीयर.लेड इंटरवेंशन ;ब्च्स्प्द्ध के तहत, समुदाय में कमजोर और कम जोखिम वाले बच्चों और किशोरों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। परियोजना के तहत, 10 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को सहकर्मी शिक्षकों के रूप में नामांकित किया जाता है, जो समुदाय में जागरूकता सृजन और जीवन कौशल गतिविधियों में बच्चों को संलग्न करते हैं।
5 आउटरीच और ड्रॉप इन सेंटर ;व्क्प्ब्द्ध समुदाय में पदार्थ उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित और सुरक्षित ड्रॉप इन स्पेस प्रदान करते हैं। इन केंद्रों में आश्रितों के लिए उपचार और पुनर्वास सेवाओं के लिए रेफरल और लिंकेज और उपचार और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने के लिए स्क्रीनिंग, मूल्यांकन और परामर्श का प्रावधान है।
श्री कटारिया ने आगे कहा कि छ।च्क्क्त् के तहत, वर्ष 2020-21 में 1,28,572 लोग योजना से लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान के मील के पत्थर इस प्रकार थे-
1 अब तक 18$ लाख लोगो तक पहुंच चुके हैं।
2 3$ लाख युवाओं ने भाग लिया है और उन तक पंहुचा गया हैं।
3 13$ लाख छात्रों तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से पंहुचा गया है।
4 अब तक की गतिविधियों में लगभग 6,067 स्कूलों ने भाग लिया है।
5 युवा मंडल, एनवाईकेएस और एनएसएस वालंटियर्स, यूथ क्लब जैसे 4,000 युवा समूह सक्रिय रूप से अभियान से जुड़े हैं।
6 लगभग 1.5 लाख महिलाएं सक्रिय रूप से शामिल हुई हैं।
7 स्कूल और कॉलेज जैसे शैक्षणिक संस्थानों में अभियान और कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं।