श्री शिव कावड महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्रीमाता मनसा देवी प्रांगण में किया गया रक्तदान शिविर का आयोजन
– रक्त मनुष्य जीवन का एक महत्वपूर्ण तत्व है, जिसका कोई अन्य विकल्प भी नहीं-श्री रतनालाल कटारिया
-खून की कमी को खून के माध्यम से ही किया जा सकता है पूरा
पंचकूला, 13 अप्रैल- श्री शिव कावड महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्रीमाता मनसा देवी मंदिर के प्रांगण में रक्तदान शिविर का आयोजन किया हुआ । इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि रक्त मनुष्य जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण तत्व है, जिसका कोई अन्य विकल्प नहीं है। खून की कमी को खून के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है।
इस अवसर पर उपायुक्त एवं श्रीमाता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य प्रशासक श्री महावीर कौशिक भी उपस्थित थे।
श्री कटारिया ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार साउथ एशियन देशों में प्रतिवर्ष 16 लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता रहती है परंतु वह प्रतिवर्ष 9.4 लाख यूनिट ब्लड ही एकत्र कर पातें हैं और प्रतिवर्ष लगभग 6 लाख यूनिट ब्लड की कमी रहती है। हम सब जानते हैं कि जितनी भी मेजर सर्जरी होती है या ट्रामा इमरजेंसी होती है या ब्लड प्रत्यार्पण होता हैं, सभी में पर्याप्त ब्लड की आवश्यकता रहती है।
उन्होंने कहा कि ब्लड की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों ही महत्व रखती हैं, यदि किसी व्यक्ति में प्रदूषित रक्त का संचरण कर दिया जाये तों वह उसके लिए प्राणघातक हो सकता हैं। इसलिए रक्त एकत्रित करते समय उसकी शुद्धता को प्रमाणित करना भी बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदाता ही सबसे अधिक महत्वपूर्ण है, जिसके माध्यम से प्राप्त ब्लड उत्तम क्वालिटी का रहता है। स्वैच्छिक रक्त दाताओं की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है, इसके साथ ही जो संस्थाएं/एनजीओ और मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स भी इस दिशा में महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं। इन सभी की जितनी प्रंशसा की जाये वह कम हैं।
श्री कटारिया ने कहा ब्लड डोनेट करने के लिए हमंे और बढचढ़ कर आगे आने की आवश्यकता हैं तथा अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करना चाहिये। ब्लड डोनेट करना व्यक्ति के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक हैं और ब्लड डोनेट करने वाले व्यक्ति में खून की कमी भी 24 घंटे में पूरी हो जाती हैं।
इस अवसर पर बीजेपी प्रदेश कार्यकारणी सदस्य बन्तो कटारिया, श्रीमाता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड की सचिव शारदा प्रजापति तथा काली माता मंदिर के सचिव पृथ्वीराज भी उपस्थित थे।