विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पंचकूला के नागरिकों को सैक्टर 23 में घग्गर किनारे आॅक्सीवन वाटिका के रूप में नायाब तोहफा प्रदान किया।
पंचकूला 5 जून- विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पंचकूला के नागरिकों को सैक्टर 23 में घग्गर किनारे आॅक्सीवन वाटिका के रूप में नायाब तोहफा प्रदान किया। इसका शुभारम्भ हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने करनाल से वीसी के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में किया। इसका सीधा प्रसारण दिखाया गया। वन मंत्री श्री कंवरपाल भी इस कार्यक्रम से जुड़े।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 50 से अधिक स्थानों पर पंचवटी वृक्षारोपण का उदघाटन किया और पंचकूला में लगभग 100 एकड़ भूमि पर आॅक्सीवन वाटिका का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने प्राणवायु देवता पैंशन योजना का भी शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने पेड़ लगाने वाले किसानों को 7 हजार रुपए प्रति एकड़ तथा एग्रो फोरेस्ट्री के तहत 10 हजार रुपए लगातार तीन साल तक देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर शहर में 5 एकड़ से लेकर 100 एकड़ भूमि पर आॅक्सीवन वाटिकाओं में आॅक्सीजन देने वाले प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 134 स्थानों पर पंचवटी भी लगाई जाएगी। प्रदेश के सभी गांवों की लगभग 8 लाख एकड़ पंचायती भूमि में से 10 प्रतिशत भूमि पर आॅक्सीवन प्लांट लगाए जाएगें। उन्होंने कहा कि पानी और पर्यावरण हमारी विरासत है। इसके लिए धान के स्थान पर अन्य फसलों की बिजाई करने पर 7 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाती है। उसी तर्ज पर जो किसान पेड़ लगाएगें उन्हें 7 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन स्वरुप प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि एग्रो फोरेस्ट्री के रुप में पौधे लगाएगें उन्हें 10 हजार रुपए की राशि लगातार तीन साल तक प्रदान की जाएगी।
उन्होंनेे कहा कि पीपल एवं वट का वृक्ष लम्बी अवधि तक आॅक्सीजन देते है। प्रदेश में किए गए सर्वे अनुसार लगभग अढाई हजार पेड़ 75 साल से अधिक आयु के पाए गए है। ऐसे पेड़ों की सुरक्षा के लिए प्राणवायु देवता पैंशन योजना क्रियान्वित की गई है। इस योजना के तहत उन्हें अढाई हजार रुपए की सालाना पैंशन दी जाएगी। इस राशि से ऐसे पेड़ों के नीचे बैठने लिए बैंच लगाने के अलावा पानी आदि का प्रबंध किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पैंशन की तर्ज पर भविष्य में यह राशि बढाई जाएगी।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि घग्गर पार लोगों के लिए यह आॅक्सीवन वाटिका नायाब तोहफा है। उन्होंने पंचकूला वासियों को दिए इस नायाब तोहफे के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। इसके शुरू होने से लोगों को बिना पैसे के आॅक्सीजन मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान आॅक्सीजन की कमी महसूस हुई तो सरकार ने ऐसे आॅक्सीजन प्लांट का निर्णय लिया गया ताकि रेजिडेंटस को पूरी मात्रा में आॅक्सीजन मिल सके। उन्होंने नागरिकों से पेड़ लगाने का अनुरोध करते हुए कहा कि उतने ही पेड़ लगाए जिनकी वे सही परवरिश कर सकें। उन्हांेने कहा कि हमें पेड़ लगाने और उसकी बच्चों की तरह सही सुरक्षा एवं देखभाल करने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मानव के लिए हर दिन पर्यावरण का द्योतक है। प्रदूषण कम करने और पर्यावरण को बढावा देने व मानव कल्याण के लिए हमें पर्यावरण के प्रति सचेत एवं जागरूक रहना है। घग्गर नदी के लगभग अढाई किलोमीटर लम्बाई के इस आॅक्सीवन प्लांट से लोगों को शुद्ध वातावरण मिलेगा। इसके अलावा वन विभाग द्वारा लगभग 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं जिसमें 2 करोड़ आॅक्सीजन पौधे लगाए जाएगें।
श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने पीपल का पेड़ लगाया। इसके अलावा उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, महाप्रबंधक हरियाणा वन विकास निगम सुरेश दलाल, एपीसीसीएफ के सी मीणा, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने भी आॅक्सीजन प्लांट लगाए। इस मौके पर एसडीएम रीचा राठी, तहसीलदार पुण्यदीप शर्मा, डीआईओ सतपाल शर्मा सहित वन विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।