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लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाते हुये पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा भा.पु.से. द्वारा लघु सचिवालय के सभागार में उपस्थित सभी अधिकारियो व पुलिस कर्मचारियो को राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, सौहांर्द की भावना की शपथ ग्रहण कराई गई।

पचंकूला, 31 अक्तूबर- आज लघु सचिवालय के सभागार में लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाते हुये पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा भा.पु.से. द्वारा लघु सचिवालय के सभागार में उपस्थित सभी अधिकारियो व पुलिस कर्मचारियो को राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, सौहांर्द की भावना की शपथ ग्रहण कराई गई। सभी अधिकारीयो व कर्मचारियो को एक राष्ट्र के निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित किया।


पुलिस उपायुक्त पचकूला श्री मोहित हांडा ने गूगल मीट से जुडे जिला परिषद सरपंच, सभी प्राचार्या व अध्यापक को भी एकता दिवस पर सरदार पटेल के पद चिन्हो पर चलने की प्रेरणा दी । उन्होने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल किसान परिवार से आते है, राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने वल्ल्भ भाई पटेल को सरदार की उपाधि दी गई थी । सरदार पटेल की स्वन्तत्रता आदोलन में भी अहम भूमिका रही ।

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सरदार वल्लभभाई झावरभाई पटेल को याद करते हुए विडियो कान्फ्रैन्स मीटींग का आयोजन किया गया । जिस मीटींग के दौरान श्रीमति अमृता सिह (सी.टी.एम.पचंकूला) कंवर धवन सिह (डी.डी.पी.ओ. पचंकूला) ए सतपाल शर्मा (डी.आई.ओ) पचंकूला तथा सहायक पुलिस आयुक्त पचंकूला राजकुमार डा. अनिरुद व अन्य अधिकारी मौजूद रहे ।


सरदार वल्लभभाई झावरभाई पटेल का आज 145 वीं जयंती है सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 565 रियासतों के विलय में निर्णायक भूमिका निभाई उनकी अखण्ड भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा । हिन्दुस्तान को आजादी मिलने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल की पूरे राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने में महत्वपूर्ण भूमिका रही । यही कारण है कि वल्लभभाई पटेल की जयंती को देश में राष्ट्रीय एकता दिवस ;छंजपवदंस न्दपजल क्ंलद्ध के तौर पर मनाया जाता है । सरदार पटेल आजादी के बाद देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी रहे ।

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एस.डी.एम श्रीमति रीचा राठी नें कहा हमें सरदार वल्लभ भाई पटेल के महान योगदान से प्रेरणा लेनी चाहिए । उन्होने कहा यूंही कोई सरदार पटेल नही बन जाता, शब्द के यज्ञ कुण्ड मे अपना सब कुछ झोंकना पडता है, भारत के जन गन मन के शर्दा का केन्द्र बनना पडता है चट्टानो को चीरकर अमृत की धारा को प्रवाहित करना पडता है । उन्होने कहा हम सब को सरदार पटेल जी के जीवन व उनके सघर्ष से सीख लेनी चाहिए । उन्होने गुगल मीट से जुडे सरपंचो, जिला परिषद, सभी प्राचार्या व अध्यापकगण का धन्यवाद किया ।