लोकल कमेटियां डाटा एकत्रित करने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव बारे भी करेंगी जागरूक : उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि जिला में परिवारों का डाटा व्यक्ति को बिंदू मानकर तैयार किया जा रहा है। इस डाटा के तैयार होने से प्रत्येक व्यक्ति व परिवार की पहचान सुनिश्चित हो सकेगी। इस सर्वे के लिए जिला स्तर, लोकल कमेटी, जोनल कमेटी व सैक्टर कमेटी बनाई गई हैं। यह कार्य मुख्यमंत्री मनोहर लाल के महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है, इसलिए इसे पारदर्शिता व प्रमाणिकता के साथ किया जाए। इसके लिए जरूरी है कि कमेटी में सेवाभाव व स्वेच्छा से काम करने वाले व्यक्ति को शामिल किया जाए।
उपायुक्त मंगलवार को लघुसचिवालय स्थित सभागार में लोकल कमेटियों द्वारा किए जा रहे डाटा एकत्रित कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, एसडीएम जयवीर यादव, एसडीएम दिलबाग सिंह, एसडीएम डॉ. विनेश, डीएसपी आर्यन चौधरी, डीआरओ विजेंद्र भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कमेटियों द्वारा सर्वे कार्य सतत चलने वाली प्रक्रिया :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि कमेटियां द्वारा डाटा एकत्रित करने का कार्य एक सत्तत चलने वाली प्रक्रिया है। यह मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण कार्य है। इसलिए इस दिशा में गंभीरता के साथ कार्य किया जाए। कमेटी में स्वेच्छा से सेवाभाव वाले व्यक्ति को शामिल किया जाए। जो भी डाटा एकत्रित किया जाए वो पूरी तरह से प्रमाणिक व तथ्य आधारित हो। उन्होंने कहा कि कमेटियों के माध्यम से एकत्रित डाटा के आधार पर ही आगामी समय में सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शी रूप से पात्र तक पहुंचेगा।
कमेटियों को दिया जाए प्रशिक्षण :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि सर्वे कार्य के दौरान कमेटी को किसी प्रकार की दिक्कत न हो और सुचारू रूप से कार्य हो। इसके लिए जरूरी है कि कमेटियों को प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि जोनल कमेटी पांच-पांच सैक्टर कमेटियों के हिसाब से प्रशिक्षण दें। इसी प्रकार सैक्टर कमेटियां लोकल कमेटी को प्रशिक्षण दें। यह कार्य संबंधित एसडीएम की निगरानी में दो दिनों में किया जाए।
लोकल कमेटी होम क्वारंटाइन वालों पर रखे नजर, कोविड-19 बचाव बारे लोगों करें जागरूक :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि लोकल कमेटी डाटा एकत्रित कार्य के साथ-साथ अपने एरिया के लोगों को कोरोना से बचाव बारे भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जिन लोगों को होम क्वारंटाइन किया हुआ है, कमेटी ऐसे लोगों की निगरानी रखे। यदि कोई बाहर निकलता है तो उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें। ऐसे लोगों के खिलाफ 188 के तहत पर्चा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कमेटी उनके क्षेत्र में बाहर से आने वाले व्यक्ति की सूचना सीएमओ को तुरंत दें, ताकि उसे सीधा अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया जा सके।
मॉस्क न लगाने वालों किए जाएं चालान :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मॉस्क लगाना व सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। मॉस्क लगाकर कोरोना से 95 प्रतिशत तक बचाव की संभावना रहती है। इसलिए आमजन अपने जीवन की सुरक्षा के दृष्टिïगत मॉस्क को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और भीड़-भाड़ वाली जगह से बचें। प्रशासन द्वारा मॉस्क लगाना अनिवार्य किया हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश कि मॉस्क न लगाने वालों के खिलाफ चैकिंग अभियान चलाकर उनके चालान किए जाएं। इसी प्रकार यदि कोई जीम चला रहा है तो उसके खिलाफ पर्चा दर्ज कर 188 के तहत कार्रवाई की जाए।
सरपंच, नंबरदार, पार्षद या नागरिक बाहर से आने वाले व्यक्ति की दें सूचना :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने की मुहिम में जिलावासी सहयोग करें। सरपंच, नंबरदार, पार्षद या कोई भी नागरिक बाहर से आने वाले व्यक्ति की सूचना स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नम्बर 108 व फोन नम्बर 01666-241155 पर देंं। इसके अलावा संबंधित जानकारी के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रुम के दूरभाष नम्बर 01666-248882, 98123-00947 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
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