लिंगानुपात में सुधार के लिए गंभीरता से कार्य करें अधिकारी : उपायुक्त बिढ़ान
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कर कि गतिविधियों की समीक्षा
जिला में लिंगानुपात में सुधार के लिए अधिकारी गंभीरता से अपना दायित्व निभाएं और जिन क्षेत्रों में लिंगानुपात में सुधार की जरुरत है, उन्हें चिह्निïत कर विशेष अभियान के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाए।
यह निर्देश उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। इस बैठक में टॉस्क फोर्स द्वारा की जा रही गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की गई और इस संबंध में अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में एसडीएम डबवाली डा. विनेश कुमार, एसडीएम ऐलनाबाद दिलबाग सिंह, नगराधीश कुलभूषण बंसल, डीएसपी आर्यन चौधरी, कार्यकारी अधिकारी पंचायती राज भरत सिंह, पीओ आईसीडीएस डा. दर्शना सिंह, जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा. गुरप्रीत कौर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
उपायुक्त बिढ़ान ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा व महिला एवं बाल विकास विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे जिला में लिंगानुपात संतुलन को लेकर आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए सहयोग दें। जिला के जिन क्षेत्रों में लिंगानुपात कम है, उन क्षेत्रों में विशेष अभियान चला कर आमजन को जागरुक किया जाए। इसके अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों व ग्राम पंचायतों में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुक करने के साथ-साथ लोगों को बेटियों की शिक्षा के लिए प्रेरित करें। इसके अलावा उन्होंने पोक्सो एक्ट, आरोग्य शस्त्र, हरियाणा कन्या कोष योजना व वन स्टॉप सैंटर बारे भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की उपलब्धता, शौचालय और स्वच्छता, खाद्यान्न और पोषाहार की उपलब्धता, बच्चों और माताओं के टीकाकरण व स्वास्थ्य जांच समय-समय पर करें। उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि चाइल्ड केयर सैंटरों का समय-समय पर निरीक्षण करें और यह भी सुनिश्चित करें कि सैंटरों में किसी प्रकार की सुविधाओं की कोई कमी न हो।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि कोविड-19 के फैलाव के मद्देनजर बड़े जागरुकता कार्यक्रमों की अपेक्षा आंगनवाड़ी वर्कर डोर टू डोर जाकर गर्भवति महिलाओं व किशोरियों को स्वास्थ्य व पोषाहार संबंध में जागरुक करें और शिशु की खुराक व टीकाकरण के बारे में बताएं। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को विभाग द्वारा महिलाओं व लड़कियोंं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दें जिससे अधिक से अधिक लोग योजनाओं का लाभ उठा सके। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि ई-दिशा, अस्पताल आदि स्थानों पर बच्चों के साथ छेड़छाड़ व यौन शोषण से बचाव संबंधी पोस्टर लगाएं ताकि आमजन को जागरुक किया जा सके। इसके अलावा फोन के माध्यम से भी बच्चों को गुड टच व बैड टच में फर्क के बारे में बताया जाए।
उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिये कि जिले के सभी अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का निरीक्षण करें और जहां कही कोई भी भ्रूण लिंग जांच करता पाया जाए तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि पंजाब व राजस्थान सीमा से लगते गांवों में छापामारी करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई गर्भ में लिंग जांच करता है या करवाता है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग को दें, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
आईसीडीएस विभाग की पीओ डा. दर्शना सिंह ने मीटिंग का एजेंडा पेश किया। उन्होंने जिला टास्क फोर्स द्वारा की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के तहत लॉकडाउन के दौरान विभाग द्वारा आमजन को कोरोना से बचाव, सावधानी व सोशल डिस्टेंस के महत्व के बारे में जागरुक किया गया। इसके अलावा विभाग ने अपने स्तर पर मास्क बना कर जरुरतमंदों को वितरित करवाए गए।