राज्य औषधीय पादप बोर्ड, हरियाणा एवं आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय एवं सुग्मता केंद्र उत्तर भारत जोगेंद्र नगर(मण्डी) के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यक्रम किया आयोजित
पंचकूला, 29 मार्च- राज्य औषधीय पादप बोर्ड, हरियाणा एवं आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय एवं सुग्मता केंद्र उत्तर भारत जोगेंद्र नगर(मण्डी) के संयुक्त तत्वाधान में पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में एक दिवसीय कार्यक्रम जडी़- बूटियों के काम में जूटे हितधारकों के प्रशिक्षण एवं भविष्य की कार्ययोजना बनाने सम्बंधी आयोजित किया गया।
इस अवसर पर किसानों, उद्योग व वैज्ञानिकों ने मिल कर मंथन किया तथा हरियाणा राज्य में औषधीय पौधों की खेती को बढावा़ देने की जकत पर बल दिया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा के आयुष महानिदेशक डॉ0 साकेत कुमार, आई0ए0एस ने की। उन के साथ डॉ0 शालीन आई0ए0एस, डॉ0 प्रभजोत सिंह आई0ए0एस एवं श्री मनमोहन तनेजा भी कार्यक्रम समारोह में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में किसानों ने अपनी समस्याओं को वैज्ञानिकों के समक्ष रखा। तुलसी, अश्वगंधा, मिल्कथिस्सल, शतावरी जैसे पौधों की खेती की चर्चा हुई। राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के क्षेत्रीय निदेशक डॉ0 अरूण चंदन ने राष्ट्रीय व अंतर- राष्ट्रीय स्तर पर कोविड के बाद आई जडी़- बूटियों की मांग को किसानों के समक्ष रखा और बोर्ड को योजनाओं की जानकारी दी। उन्होनें किसानों के समक्ष जडी़- बूटियों की खेती के लाभ एवं संभावनाओं के विषय में विस्तृत रूप से बताया। डॉ0 ए0पी सिंह(धन्वंतरी कॉलेज) ने जडी़- बूटियों की फाईटोे रसायनिक तत्वों के आधार पर खेती करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम की उपयोगिता को देखते हुए श्री राजीव अरोडा़, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार, स्वास्थय एवं आयुष विभाग ने भी भाग लिया और जडी़- बूटियों के प्रसंस्करण के लिए दमला (यमुनानगर) के किसान वैज्ञानिक धर्मवीर कम्बोज की मशाीन को देखा और प्रशंसा की) कार्यक्रम में साधनिका आर्गेनिक लाईफ साईंस के राजेश अग्रवाल, स्टीविया वायोटैक के सौरभ अग्रवाल एवं अन्य औषधीय निर्माण शालाओं के प्रतिनिधयों ने किसानों से जड़ी-बूटियों को खरीदने की इच्छा व्यक्त की।
कार्यक्रम की संयोजक एवं बोर्ड़ की प्रभारी डॉ0 प्रतिभा भाटिया ने बताया कि स्टीविका वायोटैक और साधविका आर्गेनिक कम्पनियों के जड़ी-बूटियां खरीदने के अनुबंध अप्रैल 22 से 23 अप्रैल तक अहमदावाद में वाइबरैंट गुजरात कार्यक्रम में राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में किया जाएगा। ये अनुबंध हरियाणा के किसान संगठनों के माध्यम से किये जाएंगे।
श्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि बड़ी वस्सी (नारायणगढ़) में उन्होेने हर्बल एक्स्टैक्शन यूनिट स्थापित किया है। किसानों से आग्रह किया गया कि सीधे फार्म पर बेचने के लिए सम्पर्क कर सकते हैं।
पंचकूला के डॉ0 वी0 पी0 सिंह राणा जो बेगना फार्मर प्रडूसर कम्पनी के डायरेक्टर है और उद्यान विभाग हरियाणा से सेवानिवृत है, बड़े पैमाने पर जड़ी-बूटियों की खेती का काम पिछले 2 दशको में राज्य में किया है, उन्हें औषध रत्न पुरस्कार भी मिला है ने हरियणा राज्य के लिए भविष्य की कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा की।
*धर्मवीर की मशीन ने मचाया धमाल*
राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किसान वैज्ञाानिक धर्मवीर कमोज जो दमला (यमुनानगर) के रहने वाले हैं, की जडी-बूटियों के प्रसंस्करण की मशीन विशेष आर्कषण का केंद्र रही। उन्होंने हल्दी के उत्पाद बनाए और मशीन की उपयोगिता के पहलुओं पर चर्चा की। डॉ, अरुण चंदन ने बताया कि धमवीर पुरे देश में महिलाओ को सरकारी योजनाओं में प्रशिक्षण करवा रहे हैं। आयुष मंत्रालय द्वारा उन्हें अलग-अलग जगह लेजाया जा रहा है। आयुष महानिदेशक ने उन की प्रशंसा की और कार्यक्रम पर संतोष व्यक्त किया।
*डॉ. प्रतिभा भाटिया ने पेश किया 11 सुत्रीय कार्यक्रम*
हरियाणा राज्य औषधीय पादप बोर्ड की प्रभारी डॉ. प्रतिभा ने जडी बूटियों की सफल खेती के लिए किसानो के समक्ष 11 सूत्रीय कार्यक्रम प्रस्तुत किया
कार्यक्रम में डॉ0 सौरभ शर्मा, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ विनायक उपस्थित थे। डॉ0 प्रतिभा ने किसानो का इस कार्यक्रम में भाग लेने व कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किए।