अब तक मंडियों में 99356 मीट्रिक टन धान में से 94815 मीट्रिक टन धान का हुआ उठान

मेहनत, लग्न व सकारात्मक सोच से किए गए हर कार्य में मिलती है सफलता : आयुक्त चंद्रशेखर

सिरसा, 25 फरवरी।

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हिसार मंडल आयुक्त चंद्रशेखर ने कहा कि कड़ी मेहनत, सच्ची लग्न व सकारात्मक सोच के साथ किए गए कार्य में निश्चिय ही सफलता मिलती है। अध्यापक अभिभावक बच्चों के रोल मॉडल होते हैं, इसलिए वे अपने अनुभव से बच्चों को प्रोत्साहित करेंगे, तो अवश्य ही परीक्षा का परिणाम बेहतर होगा।


आयुक्त चंद्रशेखर वीरवार को चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित ऑरियेंटेशन प्रोग्राम में उपस्थित अधिकारियों व स्कूल मुखियाओं को संबोधित कर रहे थे। आयुक्त ने अपने संबोधन की शुरूआत कुछ यूं बदलो अपनी सोच को के जमाना बदल जाए, बच्चों के रोल मॉडल बनों तुम, की उनका भविष्य संवर जाए, पंक्तियों से की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रेरणादायी वीडियो क्लीप दिखाकर अधिकारियों व स्कूल मुखियाओं को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उपायुक्त प्रदीप कुमार, अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालांवाली निर्मल नागर, एसडीएम ऐलनाबाद दिलबाग सिंह, एसडीएम डबवाली अश्वनी कुमार, सीटीएम गौरव गुप्ता, सीएमजीजीए सुकन्या जर्नादन सहित सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। ऑरियेंटेशन प्रोग्राम का मुख्य उद्ेश्य बोर्ड परीक्षा परिणाम में सुधार व कार्य कुशलता को बढाना है।


आयुक्त ने कहा कि सभ्य समाज के निर्माण में शिक्षक की भूमिका काफी अहम होती है। यदि एक शिक्षक बेहतर प्रबंधन व कार्य योजना के तहत विद्यार्थियों से तालमेल स्थापित करते हुए उन्हें अच्छे प्रदर्शन के लिए तैयार करे तो शत-प्रतिशत परिक्षा परिणाम हासिल करना मुश्किल नहीं होगा। उन्होंने योजनाबद्घ ढंग से छात्रों को विभिन्न विषयों के अनुरूप तथा उनके प्रदर्शन और योग्यता के अनुसार समूहों में बांटकर विशेष ध्यान केंद्रित करने का भी सुझाव उपस्थित स्कूल मुखियाओं को दिया। उन्होंनेे कहा कि स्कूलों में अध्यापक और विद्यार्थियों के संबंध मजबूत होने चाहिए। अध्यापक मजबूत इच्छाशक्ति से अपने दायित्व व कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए विद्यार्थियों के मन से परिक्षाओं के डर को निकालें, इससे विद्यार्थियों में आत्म विश्वास बढेगा और वे परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। गुणवत्तापरक शिक्षा व सुसंस्कार के माध्यम से ही हम राष्ट्र के लिए अच्छे नागरिकों का निर्माण कर सकते हैं। कार्यक्रम के माध्यम से आयुक्त ने शिक्षकों से सीधा संवाद किया और उन्हें इस क्षेत्र में और बेहतर कार्य करने के टिप्स दिए और उनसे सुझाव भी मांगे। बेहतर परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्यों की प्रशंसा करते हुए दूसरों को इनका अनुसरण करने को कहा।


आयुक्त ने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी को अतिरिक्त कार्य मिलना उसकी काबलियत को दर्शाता है। सेवाओं में रहते हुए यदि हम कोई भी अच्छा काम करते हैं, वो हमें जीवनभर याद रहता है और हमें प्रोत्साहित करता रहता है। उन्होंने कहा कि यदि सकारात्मक सोच के साथ आगे बढें, तो कोई भी काम करना मुश्किल नहीं है। हमेशा अपनी सोच को पोजिटीव रखें और अपने कार्य पर पूरी तरह से केंद्रित रहें, इससे न केवल आपकी विश्वसनियता बढती है, बल्कि समाज में एक नई पहचान भी कायम होती है।  


उन्होंने कहा कि कुछ अलग करने के लिए अधिकारी गांव में व्यक्तिगत रूप से मिले और गांव की समस्याओं के बारे में जानकार उसकी जानकारी संबंधित उच्च अधिकारियों को अवगत करवाएं, ताकि जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान हो सके। यदि अधिकारी लोगों से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे, तो लोगों की बहुत सी समस्याएं तो आसानी से मौके पर ही हल हो जाती है। आयुक्त ने सिरसा का लिंगानुपात में प्रथम व ऑनलाइन सेवाओं में बेहतर कार्य के लिए प्रशासन की सराहना की।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने आयुक्त का स्वागत करते हुए जिला की उपलब्धियों व सरकारी सेवाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिरसा जिला चौथी बार लिंगानुपात में प्रथम स्थान पर है। इसी प्रकार अंत्योदय सरल, ई-ऑफिस आदि ऑनलाइन सेवाओं में भी बेहतर रैंक पर है। उन्होंने कहा कि आपके दिशानिर्देशों की अनुपालना करते हुए सभी विभाग बेहतर कार्य कर रहे हैं। जिला में 12वीं का परीक्षा परिणाम 86 प्रतिशत रहा था। इसी प्रकार 10वीं का परीक्षा परिणाम 80 प्रतिशत से अधिक रहा है और इस दिशा में ओर बेहतर परिणाम के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं।


कार्यक्रम के अंत में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने आयुक्त चंद्रशेखर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज की इस कार्यक्रम में सांझा किए गए विचार व अनुभव से निश्चित रूप से अधिकारियों व शिक्षकों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने उपस्थित स्कूल प्राचार्यों से कहा कि अच्छी प्रतिभा वाले छात्रों को सम्मानित जरूर करें और पढाई में कमजोर छात्रों को और अधिक मेहनत कर बेहतर परिणाम के लिए प्रोत्साहित करें।