महापरिनिर्वाण दिवस : सामाजिक समानता के लिए संघर्ष के प्रतीक थे बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर : आत्म प्रकाश मेहरा
बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्थानीय शाह सतनाम चौक स्थित डा. बीआर अंबेडकर भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश मेहरा ने बतौर मुख्य अतिथि व उप जिला शिक्षा अधिकारी बूटा राम ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश मेहरा ने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर ने सामाजिक कुरीतियों को मिटाने तथा आमजन के अधिकारों के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने समाज सुधार तथा संविधान निर्माण में अहम भूमिका निभाई। उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर हम सबको एकजुटता के साथ समाज को सुदृढ बनाने का संकल्प लेना चाहिए। डा. भीमराव की शिक्षाएं सर्व समाज के लिए अनुकरणीय हैं, जिन्हें युवाओं को अपने जीवन में धारण करते हुए देश व समाज हित में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जीवन भर लोगों के कल्याण व उत्थान के लिए कार्य किया, जोकि हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। डा. भीमराव अंबेडकर का शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो का नारा व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए जीवन पर्यंत प्रेरित करता रहेगा और इन शब्दों से ही हमें बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर एक महान व्यक्तित्व के धनी होने के साथ-साथ एक महान समाज सुधारक भी थे। आज के दिन हम सब प्रण लें और डा. भीमराव के जीवन से प्रेरणा लेते हुए समाज हित में कार्य करें। बाबा साहेब ने भारत का संविधान लिखकर अखंड भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्होंने कहा कि सभी को बाबा साहेब के जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्प लेना चाहिए।
जिला कल्याण अधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि आज भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि है, बाबा साहेब अंबेडकर ने आज ही के दिन अपनी अंतिम सांस ली थी। बाबा साहेब ने दलित वर्ग को समानता दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे, वे दलित समुदाय के लिए एक ऐसी अलग राजनीतिक पहचान की वकालत करते रहे।
इस अवसर पर कुशल मंच संचालन शिक्षा विभाग से चिमन भारतीय मौजूद थे। तहसील कल्याण अधिकारी कमल सिंह, अमीलाल, रणधीर सिंह, समाजसेवी बलवंत सिंहमार सहित डा. अंबेडकर सभा से सदस्य अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।