अब तक मंडियों में 99356 मीट्रिक टन धान में से 94815 मीट्रिक टन धान का हुआ उठान

भूकंप आपदा प्रबंधन को लेकर आयोजित कांफ्रेस की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।

पंचकूला 19 अक्तूबर- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के तहत जिला सचिवालय के सभागार में एक दिवसीय ओरियेंटेशन कम कोर्डिनेशन कांॅंफ्रेस का आयोजन किया गया। इस कॅांफ्रेस की अध्यक्षता उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने की।

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काॅंफ्रेस में अधिकारियों को भूकम्प आने पर किस प्रकार से तुरन्त कार्रवाई की जाए, के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जिला में सात सदस्यों की जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन अथोरटी का गठन किया गया है। इसमें उपायुक्त चेयरपर्सन, जिला परिषद के चेयरमैन सह चेयरमैन, अतिरिक्त उपायुत-मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पुलिस उपायुक्त, सिविज सर्जन, अधीक्षक अभियंता लोक निर्माण विभाग व जिला राजस्व अधिकारी को सदस्य मनोनीत किया गया है। यह अथोरटी प्लानिंग, कोर्डिनेशन के अलावा सभी तरह के आपदा पं्रबधन को लेकर राज्य व राष्ट्रीय अथोरटी से समन्वय स्थापित करेगी।


उपायुक्त ने बताया कि इसके अलावा जिला आपदा प्रबंधन कमेटी का भी गठन किया गया है जिसमें उपायुक्त व अतिरिक्त उपायुक्त के अलावा महाप्रबंधक रोडवेज, एसडीएम, कार्यकारी अभियंता जनस्वास्थ्य, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी, सिविल सर्जन, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी व नगरनिगम के कार्यकारी अधिकारी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को सदस्य बनाया गया है।

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बैठक में एनडीआरएफ के डिप्टी कमाण्डेंट कुलेश आनन्द ने विस्तार से इंसीडेंट रिस्पोंस सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पंचकूला जोन 4 में आता है। इसलिए भूकंम्प आने के अधिक चांस होते है। आपदा के समय इंसीडेंट कमाण्डर का अहम दायित्व होता है ओर दुर्घटना स्थल पर सभी आवश्यक उपकरण, पोस्ट, स्वास्थ्य सेवाएं, एम्बुलेंस, खाद्य आपूर्ति आदि त्वरित गति से पहंुचाना सुनिश्चित करते है। इसके अलावा आॅपरेशन, लोजिस्टिक सैक्शन रिर्सोस युनिट, के बारे में भी जानकारी दी।


उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की देशभर में 13 टीमें गठित की गई हैं जो किसी भी तरह की आपदा होेने पर तत्काल संबधित क्षेत्र में कार्य एवं मदद करने के लिए तत्पर रहती हैं। इन टीमों को तुरंत जान व माल की सुरक्षा करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि नेहरू युवा केन्द्र के युवाओं को आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है।


कांफ्रेस में एसडीएम कालका राकेश संधु, नगराधीश धीरज चहल, जिला राजस्व अधिकारी नरेश कुमार, रैडक्रास सचिव सविता अग्रवाल, प्रोजेक्ट आफिसर आपदा प्रबंधन अनिता ठाकुर, एनडीआरएफ चण्डीमंदिर टीम के अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।