*Chandigarh Shines in Swachh Survekshan 2024–25; Enters the Super Swachh League Cities*

भारत सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के मार्ग पर चलते हुए विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर- श्री मनोहर लाल

-भारत निश्चित रूप से बनेगा विश्वगुरू-मुख्यमंत्री

-मुख्यमंत्री ने प्रदेश्वासियों को दी नववर्ष विक्रमी संवत 2080 की बधाई एवं शुभकामनाएं, उनके सुख-स्मृद्धि की करी कामना

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पंचकूला  18 मार्च- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को नववर्ष विक्रमी संवत 2080 की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के मार्ग पर चलते हुए विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है और भारत निश्चित रूप से विश्वगुरू बनेगा।


मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष आॅडिटोरिय में भारत विकास परिषद, पंचकूला द्वारा भारतीय नववर्ष विक्रमी संवत 2080 प्रारंभ होने के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।


इस अवसर पर हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता और नगर निगम महापौर श्री कुलभूषण गोयल भी उपस्थित थे।


श्री मनोहर लाल ने कहा कि वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि नव वर्ष सभी के जीवन में खुशियां लाए और सभी स्वस्थ रहें और प्रगति के पथ पर अग्रसर रहें। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है। कोई भी राजा संवत की  ऐसे ही शुरूआत नहीं कर सकता था, वही राजा संवत की शुरूआत करता था जिसकी प्रजा सुखी और स्मृद्ध हो। चक्रवर्ती सम्राट वीर विक्रमादित्य ने संवत की शुरूआत की थी। उन्होंने कहा कि वीर विक्रमादित्य के बारे में कहा जाता है कि जितना बड़ा साम्राज्य उनका था उतना बड़ा साम्राज्य किसी और का नहीं था। विक्रमादित्य ने एक राजा होने के नाते प्रजा को  सुखी और स्मृद्ध बनाया।


उन्होंने कहा कि  बाबा सत्यनारायण मौर्य ने आज कविताओं गीतों, चित्रकला के माध्यम से जो संदेश दिया है वह हम सबके लिए प्रेरणादायक है।


इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भगवन श्री राम की आरती की।  इस मौके पर बाबा सत्यनारायण मौर्य ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को ‘‘इसलिए मेरा भारत महान्’’ पुस्तक भेंट की।


इस अवसर पर संबोधित करते हुए बाबा सत्यनारायण मौर्य ने कहा कि भारतीय नववर्ष विक्रमी संवत 2080 को पूरी प्रकृति मना रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति एकमात्र संस्कृति है जो महिलाओं को देवी का स्थान देती है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी स्मृद्ध संस्कृति और इतिहास को जीवंत रखने की आवश्यकता है। भारतीय नव वर्ष पर ऐसे बड़े कार्यक्रम करने का एक ही उद्देश्य है कि समाज अपनी परंपराओं व पूर्वजों को याद रखें। बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा धार्मिक और देशभक्ति से परिपूर्ण प्रस्तुतियां दी गई। उन्होंने अपनी कविताओं गीतों, चित्रकला के माध्यम से चक्रवर्ती सम्राट वीर विक्रमादित्य, गुरु अंगद देव जी, स्वामी दयानंद, डॉक्टर हेडगेवार के बारे में बड़े रोचक ढंग से जानकारी दी।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के उत्तर क्षेत्र के अध्यक्ष श्री विनीत गर्ग वरिष्ठ संघ प्रचारक श्री प्रेम जी गोयल, विराटनगर से साध्वी अमृता दीदी, समाजसेवी श्री दिनेश सिंगला, श्री संजय रूंगटा और श्री सुभाष जगनानी, शाखा सचिव श्री पीयूष जैन व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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