अब तक मंडियों में 99356 मीट्रिक टन धान में से 94815 मीट्रिक टन धान का हुआ उठान

बाबा साहब डाॅ भीमराव अम्बेडकर को संविधान दिवस पर सदैव शतशत् नमन है।

पंचकूला, 26 नवंबर- केंद्रीय जलशक्ति सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रत्नलाल कटारिया ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डाॅ भीमराव अम्बेडकर द्वारा दिखलाए गए मानवता व समानता के मूल्यबोध का हम सब अपने व्यावहारिक जीवन में सदैव अनुसरण करते रहें।


    71 वें संविधान दिवस पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री रत्नलाल कटारिया ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब डाॅ भीमराव अम्बेडकर को संविधान दिवस पर सदैव शतशत् नमन है। भारत में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।


    केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ.सबका विकास का अनुसरण करते हुए हम सब बाबा साहेब द्वारा दिखलाए गए समानता के मार्ग पर अग्रसर हो रहे हैं। बाबा साहेब को भारत के संविधान निर्माता के रूप में सदैव याद किया जाता रहेगा। उन्होंने शिक्षा को अत्यंत ही महत्वपूर्ण माना है। एक शिक्षित समाज में ही  सदैव उच्च सामाजिक मूल्यों की स्थापना होती है।


  श्री कटारिया ने कहा की बाबासाहेब ने एक बार कहा था किसी समुदाय की तरक्की को मैं उस तरक्की से मांगता हूं जो उस समुदाय की महिलाओं ने हासिल की है, बाबासाहेब नारी के उत्थान के लिए संविधान में कई सारे प्रावधान किए हैं जैसे महिलाओं के लिए प्रसूति अवकाश मेटरनिटी लीव, पैतृक संपत्ति में समान अधिकार, पुरुषों के समान महिलाओं को भी तलाक का अधिकार आधुनिक और प्रगतिशील विचारधारा के अनुरूप हिंदू समाज को एकीकृत करके उसे मजबूत करना इत्यादि समाजिक कार्यों में उनकी सक्रिय स सामाजिक कार्यों में उनकी सक्रिय भागीदारी के कारण लोगों ने उन्हें बाबासाहेब के नाम से संबोधित करना शुरू कर दिया।


    केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि बाबा साहेब द्वारा दिखलाया गया मार्ग संपूर्ण मानव जाति के लिए सदैव अनुकरणीय रहेगा। उन द्वारा दिखलाया गया मार्ग समाज उत्थान व कल्याण का मार्ग है। उच्च सामाजिक मूल्य हम सबके लिए सदैव अनुकरणीय रहेंगे। केंद्रीय राज्य मंत्री ने  संविधान दिवस पर बाबा साहेब डाॅ भीमराव अम्बेडकर को नमन करते हुए कहा कि उन द्वारा दिखलाए गए मार्ग पर सदैव अग्रसर रहने के लिए हम सदैव कृत संकल्प रहेंगे।