सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

फर्नीचर, टैक्सटाइल, ऑर्गेनिक उत्पाद के निर्यात की अपार संभावनाएं : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 14 अक्तूबर।


                  जिला को एक्सपोर्ट हब के रुप में विकसित करने के मद्देनजर उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान की अध्यक्षता में आज स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन कमेटी व प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उद्यमियों से जिला से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विस्तार से चर्चा की गई।

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                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने कहा कि सिरसा एक कृषि प्रधान जिला है यहां से ऑर्गेनिक सब्जियों व फल के उत्पादन व निर्यात की आपार संभावनाएं है। उन्होंने कहा कि उद्योगपति अपना उद्योग लगाने के लिए आगे आते हैं तो उन्हें यहां स्थान भी उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर औद्योगिक ईकाइयां कलस्टर के रुप में काम करती है तो उनकी समस्याओं का आसानी से समाधान किया जा सकता है। उन्होंने एक्सपोर्ट को बढावा देने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए कि समय-समय पर वर्कशॉप आयोजित करें और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में उद्योग एसोसिएशन व उद्योगपतियों को अवगत करवाया जाए। उन्होंने एलडीएम पीएनबी को निर्देश दिए कि ऋण वितरण के निर्धारित लक्ष्यों को समयावधि में पूरा करें।

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                  उपायुक्त ने कहा कि फर्नीचर/लकड़ी से बना सामान, टैक्सटाइल, ऑर्गेनिक उत्पाद आदि विभिन्न प्रकार औद्यागिक निर्यात में काफी संभावनाएं हैं, इसलिए इस प्रकार के उद्योगों को बढ़ावा दें ताकि जिला से ज्यादा से ज्यादा निर्यात हो सके। बैठक में इसके अलावा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम स्कीम की समीक्षा की गई, जिसमें जिला उद्योग केंद्र, सिरसा व खादी बोर्ड, सिरसा में प्राप्त 169 ऋण संबंधी आवदेन पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिए कि बैंकों में जो ऋण/लोन से संबंधित केस लंबित है, उनका एक नवम्बर 2020 तक निपटान करें ताकि इस जिले का लक्ष्य समय पर पूर्ण किया जा सके।

                  जिला उद्योग केंद्र के उप निदेशक ज्ञान चंद लांग्याण ने बताया कि औद्योगिक ईकाइयों द्वारा बासमती चावल, ग्वार गम, राईस मशीनरी व पेपर उत्पाद का निर्यात यूएई, यूके, सऊदी अरबीया, दुबई, बंगलादेश व पाकिस्तान को निर्यात किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में 9 औद्योगिक ईकाईयों हैं जिसमें से चार ईकाइयों ने गत वर्ष ग्वार गम व चावल आदि का 4642 लाख रुपये का निर्यात किया है। उन्होंने बताया कि जिला से मुख्य रुप से बासमती चावल, कॉटन व टैक्सटाईल, ग्वार गम एवं सह उत्पाद इत्यादि निर्यात को बढ़ावा दिया जा सकता है। इसके अतिरिक्त आर्गेनिक सब्जियों, कस्ट्रोल ऑयल के निर्यात प्रोत्साहन की सम्भावना पर भी चर्चा की गई।


                  बैठक में एलडीएम पीएनबी सुनील कुकड़ेजा, डीडीएम नाबार्ड अजीत सिंह, डीएचओ रघुबीर सिंह झोरड़, प्रदीप कुमार, औद्योगिक ऐसोसिएशन से राजकुमार जलान, प्रधान-एमएसएमई चैंबर ऑफ कॉमर्स संजीव कुमार व श्री मांगेराम, ग्लोबल एग्रीकल्चर मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर गांव कागदाना प्रतिनिधि ललित बंसल, शीट मैटल कलस्टर मंडी डबवाली तथा सिरसा जिले की निर्यात औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया।