प्र्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में जिला के गांव बतौड़ में ग्रामीणो द्वारा की जा रही सिंचाई कार्यक्रम की जमकर सराहना की ।
पंचकूला 31 जनवरी- प्र्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में जिला के गांव बतौड़ में ग्रामीणो द्वारा की जा रही सिंचाई कार्यक्रम की जमकर सराहना की । उन्होंने कहा कि बतौड़ के लोगों ने इस गंदे पानी से खेतों में सिंचाई करके धन सर्जन करने का बेहतर कार्य किया है।
प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम के तहत नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत बतौड़ क्षेत्र में गंदे पानी की समस्या विकराल बन रही थी। गांव का गंदा पानी इधर-उधर फैल कर बीमारी फैलाने का कार्य करता था। इसके बाद पंचायत ने पूरे गांव से आने वाले गंदे पानी को तालाब बनाकर एक जगह एकत्र करने ओर फिल्टर कर उसका उपयोग सिंचाई के लिए करने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि अब गांव के किसान इस पानी का खेतों में सिंचाई के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे प्रदूषण, गंदगी और संक्रामक बीमारियों से भी छुटकारा मिला है और खेतों मेें सिचंाई की पर्याप्त सुविधा भी मिली है। ग्राम पंचायत ने यह प्रेरणादायी कमाल करके दिखाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बतौड़ ग्राम पंचायत का यह निर्णय पूरे प्रदेशवासियों के लिए राॅल माॅडल के रूप में विख्यात हो गया है।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने गांव बतौड़ का दौरा कर ग्रामीणों को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे उत्साही और प्रेरणादायी कार्यक्रमों से किसानों की उन्नति के द्वार खुलते हैं। प्रधानमंत्री भी देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सार्थक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ग्रामीणों द्वारा इस प्रकार के सराहनीय प्रयासों से किसान पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर होगा और प्रदेश व देश तरक्की की ओर अग्रसर होगा।
श्री गुप्ता ने पंचकूला जिले के छोटे से गांव बतौड़ को देश व दूनिया के नक्षे पर लाने पर प्रधानमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि गंाव के अंदर खुली जगह न होने के कारण पांच तालाबों के चारों ओर ग्रामीणों को संाय व सुबह के समय सैर करने के लिए उपयुक्त स्थान मिल गया है। इस प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में गंाव का तालाब एक रमणीक स्थल बन गया है। इसके चारों ओर का स्थल हरा-भरा बनाने के लिए ग्रामीणों ने फूल एवं छायादार पौधे भी लगाए है। तालाब की पगडण्डी व फुटपाथ को भव्य रूप देने के लिए पंचायत द्वारा बैठने के लिए बैंच लगाए गए है। इसके अलावा तालाब को मछली पालन के लिए देने से पंचायत को 30 हजार रूपए वार्षिक आमदनी भी हो रही है। यह पंचायत की अतिरिक्त आय का भी स्त्रोत हो गया है। इस प्रकार प्रतिस्पर्धा युग में ऐसे प्रेरणादायी कार्य करना ग्रामीणों के लिए अति आवष्यक है ताकि आने वाली पीढियां उनके द्वारा किए गए कार्यो से परिचित हो सके।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने ग्रामीणों द्वारा गंदे पानी को तालाब में एकत्र करने और उसके बाद फिल्टरयुक्त पानी का उपयोग खेतों में सिंचाई के लिए करने वाले सिंचाई कार्यक्रम का विस्तार से अवलोकन किया और इसकी सराहना की। इस अवसर पर उनके साथ गांव के सरंपच सहित कई ग्रामीण भी मौजूद रहे।