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पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद ने नेहरू युवा केन्द्र द्वारा आयोजित आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में करी शिरकत

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पंचकूला, 22 फरवरी-                      पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने अंबाला लोकसभा में नेहरू युवा केन्द्र द्वारा आयोजित आदिवासी युवाओं के कार्यक्रम में खेलों का महत्व बताते हुए कहा कि जब आदिवासी समाज की एक महिला द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हो सकती हैं तो इस समाज के युवा खेलों में विश्व स्तर पर अपना और देश का नाम रोशन क्यों नहीं कर सकते जबकि खेल की भावना उनकी रगो में खून की तरह दौड़ती हैं।


उन्होंने कहा कि देश में खेलों को लेकर एक नया इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है, ताकि जमीनी स्तर से ही प्रतिभाओं की पहचान की जा सके। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में खेलों को लेकर अपनी योजनाएं लागू करना प्रारंभ कर दिया था। 2014 में ‘’टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम’’ का प्रारंभ किया गया, जिसका उद्देश्य ओलंपिक खेलों में पदक जीतने की संभावना रखने वाले एथलीटों की पहचान कर, उन्हें ओलंपिक की तैयारी के लिए ट्रेनिंग, खर्च, प्रतियोगिताओं में हिस्सेदारी से लेकर हरसंभव मदद की जिम्मेदारी खेल मंत्रालय को दी। इसी प्रकार 2016 में ’खेलो इंडिया’ की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर से खिलाड़ियों को चुनकर उन्हें प्रशिक्षण समेत तमाम सुविधाएं देना तय किया गया और 2019 में ’फिट इंडिया मूवमेंट’ की शुरुआत की गई इसका उद्देश्य प्रत्येक भारतीय को प्रतिदिन के जीवन में फिट रहने के साधारण और आसान तरीके शामिल करने के लिए प्रेरित करना है।


श्री कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति भी इसी प्रकार से तैयार की गई है ताकि बच्चे खेल खेल में पढ़ाई कर सकें, क्योंकि एक बच्चे के लिए जितना पढ़ना आवश्यक है उतना ही खेलना भी आवश्यक है, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में ही, स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। उन्होंने बताया की नए शैक्षणिक सत्र से नई शिक्षा पर आधारित पाठ्यक्रम देशभर के सभी 1200 केंद्रीय विद्यालयों में शुरू हो जाएगा, जिसके माध्यम से पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों की खेलों में भी रूचि बढ़ेगी और सभी बच्चों को किसी ना किसी खेल से जोड़ना अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा कि आज देश में 70 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जो 30 मिनट से भी कम समय मैदान में लगाते हैं, यही कारण है कि आज बच्चों में मोटापा, शुगर, हार्ट जैसी गंभीर बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिये प्रधानमंत्री ने विस्तृत कार्य योजना पर काम किया है और यह लक्ष्य रखा है कि 2028 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में भारत टॉप 10 देशों की कतार में खड़ा हो।

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