उपायुक्त ने समाधान शिविर में सुनी लोगों की समस्याएं

पीएम अवार्डस फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेनशन-2021Ó के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू

– पंजीकरण उपरांत 20 जनवरी से 4 फरवरी 2022 तक भरे जाएंगे आवेदन : उपायुक्त अनीश यादव


सिरसा, 18 जनवरी।

For Detailed News-


हरियाणा सरकार की ओर से बेहतर कार्य करने वाले राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों को ‘प्राइम मिनिस्टर अवार्डस फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन-2021Ó के तहत वैब-पोर्टल पीएमअवार्डडॉटजीओवीडॉटइन (https://pmawards.gov.in/) पर रजिस्ट्रेशन करने की अपील की गई है, इसके बाद 20 जनवरी से 4 फरवरी 2022 तक आवेदन भरे जाएंगे।


उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस वर्ष लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए दिए जाने वाले प्रधानमंत्री वार्षिक पुरस्कारों नए विषयों के आधार पर अवार्ड देने का निर्णय लिया है। इन विषयों में पोषण अभियान, खेलो इंडिया, पीएम स्वनिधि योजना, एक जिला-एक उत्पाद योजना और मानव दखल के बगैर सेवाओं के बेहतर डिलीवरी तथा नवाचार के आधार पर अवार्ड के लिए शासकीय अधिकारियों के कार्य का मूल्यांकन किया जाएगा। इस अवार्ड के तहत एक ट्रॉफी, स्क्रॉल तथा 20 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

https://propertyliquid.com


इन योजनाओं के तहत किया जाएगा अधिकारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन:


उपायुक्त ने बताया कि जिलों में अधिकारियों के प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए चुनी गई चार योजनाएं फिलहाल नरेंद्र मोदी सरकार के लिए प्राथमिकताओं में हैं। उन्होंने बताया कि देश के जिलों में अधिकारियों के प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए जो चार योजनाएं चुनी गई हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पहला मानदंड, पोषण अभियान में जन भागीदारी को बढ़ाना है, जिसका लक्ष्य बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करना है। दूसरा मानदंड, किसी जिला में खेलों के विकास और नागरिकों की भलाई के लिए खेलों इंडिया योजना का भरपूर लाभ उठाया गया है और अगर योजना फिजिकल फिटनेस, नई खेल प्रतिभाओं की पहचान करने और बड़े मंच पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सभी जरूरी मदद मुहैया कराने के लिए जमीनी स्तर पर पहुंची है, तो उनका मूल्यांकन भी इसी आधार पर किया जाएगा। इसी प्रकार तीसरा मानदंड, जिलों में पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधी) योजना के तहत कैशबैक योजना के जरिए लाभार्थी वेंडर्स में डिजिटल लेनदेन को बढ़ाना है। इस योजना का उद्देश्य बगैर बैंकिंग वाले स्ट्रीट वेंडर्स को औपचारिक बैंकिंग चैनल्स में लाना है, ताकि वे शहरी अर्थव्यवस्था में शामिल हो सकें। मूल्यांकन की जाने वाली चौथी योजना ‘एक जिला-एक उत्पादÓ है।