पल्स पोलियो टीकाकरण के पहले दिन 5 साल से कम उम्र के 35 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गयी ।
स्वास्थ्य विभाग,पंचकुला द्वारा आज उप-राष्ट्रीय पोलियो अभियान के तहत 5 साल से कम आयु के लगभग 35088 बच्चों (ग्रामीण-27954, शेहरी-7134) को पोलियो की दवा पिलाई गयी । इस अभियान के दौरान लगभग 70598 बच्चों (ग्रामीण-41778, शेहरी-28828) को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया। सिविल सर्जन डॉ मुक्ता कुमार ने बताया कि कि रविवार से जिले में पोलियो अभियान की शुरुआत सेक्टर-28, आशियाना, पंचकुला में लगाये गये पोलियो बूथ से सिटी मजिस्ट्रेट, पंचकुला सिमरनजीत कौर ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर की और बताया की यह अभियान जिले में 26 सितंबर से 28 सितंबर तक चलाया जायेगा, पोलियो अभियान के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों को कोरोना से बचाव का टिका लगाने का कार्य भी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जिले की पोलियो-मुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए बच्चों को पोलियो की दवा बार-बार देना जरुरी है इसलिए पहले दिन इन क्षेत्रों में बूथ गतिविधि आयोजित की गई है । अभियान की शुरुआत सभी चिकित्सा संस्थाओं में चिकिस्ता अधिकारीयों की मौजूदगी में प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों द्वारा की गई है । उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के वर्तमान स्थिति को देखते हुए, पोलियो खुराक को सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और फ्रंट लाइन वर्करों द्वारा पूर्ण सावधानी के साथ व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के उपयोग जैसे कि मास्क, सैनिटाइजऱ, दस्ताने आदि का प्रयोग करते हुए पिलाया गया । उन्होंने अपील करते हुए कहा कि उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे स्लम, झोपडिय़ों, ईंट भट्टियों, फ्लोटिंग / माइग्रेटिंग आबादी में रह रहे लोग इस अभियान में शामिल होकर अपने बच्चो को पोलियो रोधी दवा जरुर दिलवाएं क्योंकि ऐसी जगह पर माईग्रेटरी पोपुलेशन होती है, जहां पर पोलियो फैलने का खतरा सबसे अधिक होता है जिससे की इस बीमारी से बचाव किया जा सके । उन्होंने कहा कि प्रत्येक अभियान के तहत शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग, रोडवेज तथा अन्य समाजसेवी संगठनों के लगातार सहयोग और कड़ी मेहनत के कारण, भारत और हरियाणा वर्ष 2012 से पोलियो मुक्त हैं और एनआईडी/ एस.एन.आई.डी के हर क्रमिक दौर के साथ यह सुनिश्चित किया जाता है कि भारत की पोलियो मुक्त स्थिति निरंतर बनी रहे । उन्होंने आम जनता से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और अभियान के दौरान लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगवाने और एक्यूड फलेसिड पैरालाइसिस के बारे में घर-घर जा करके लोगों को जागरूक करने के लिए कहा । एक्यूड फलेसिड पैरालाइसिस 15 वर्ष तक के बच्चों का किसी भी अंग में ढीलापन हो जाना व किसी भी अंग का कार्य न करने की बीमारी को एक्यूड फलेसिड पैरालाइसिस कहते है । इसका पता चलते ही इसकी तुरंत सूचना जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को दी जाए।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ मीनू सासन ने अभियान की समीक्षा करते हुए बताया कि अभियान और दो दिनों के लिए हाउस-टू-हाउस की गतिविधि के माध्यम से जारी रहेगा और शेष रह गए बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी इसके अलावा आज पोलियो अभियान के साथ-साथ बूथ पर आने वाले 2745 लोगों को कोरोना से बचाव का टिका लगाया गया है । इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए 1495 स्वास्थ्य वर्करों/ स्वयंसेवकों / आंगनवाडी वर्करों/ आशा वर्करों आदि को लगाया गया है । पहले दिन बूथ गतिविधि के दौरान छूट गए बच्चों को 27 सितंबर और 28 सितंबर, 2021 को उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे कि ईंटो के भट्टे, मुर्गी फार्म, फैक्टरियां, कन्सट्रक्शन साईटस, स्टोन क्रेशर, माईनिंग एरिया, नो-मेड साईटस, झुग्गी-झोपडिय़ां व अर्बन स्लम क्षेत्र क्षेत्रों में हाउस-टू-हाउस टीमों के माध्यम से पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी । इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में 510 तय बूथ व 26 मोबाईल हैल्थ टीमों का गठन किया है जिसे उच्च अधिकारीयों, चिकित्सा अधिकारीयों व सुपरवाइजर द्वारा सुपरवाईज़ किया जायेगा ।