पंचकूला जिला के लिये पर्यावरण योजना को अंतिम रूप देने के लिये बैठक आयोजित
पंचकूला, 13 जुलाई- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की माॅनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष व पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश श्री प्रीतम पाल की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के सभागार में जिला के लिये पर्यावरण योजना को अंतिम रूप देने के लिये बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह व माॅनिटरिंग कमेटी के तकनीकी विशेषज्ञ बाबू राम भी उपस्थित थे जबकि कमेटी की सदस्या व सेवानिवृत आईएएस अधिकारी श्रीमती उर्वशी गुलाटी ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से बैठक में भाग लिया।
बैठक के दौरान कमेटी के अध्यक्ष श्री प्रीतम पाल ने नगर निगम पंचकूला द्वारा पंचकूला शहर में व नगर परिषद कालका द्वारा कालका व पिंजौर में पर्यावरण की दृष्टि से किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की व संबंधित अधिककारियों को उचित दिशा निर्देश दिये। बैठक में ठोस कचरा के प्रबंधन, संग्रहण व पृथक्करण, प्लाॅस्टिक वेस्ट के संग्रहण व उपयोगिता, बरसाती नालों की साफ सफाई, बागवानी के वेस्ट से कंपोस्ट तैयार करने तथा बायो मैडिकल कचरा के संग्रहण व निस्पादन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
श्री प्रीतम पाल ने निर्देश दिये कि पंचकूला में पाॅल्ट्री फार्म के प्रबंधन को भी पंचकूला जिला के पर्यावरण योजना मे ंशामिल किया जाये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण योजना में पोल्ट्री फार्म की वजह से होने वाली मक्खियों की समस्या को दूर करने के लिये किये जाने वाले उपायो का विस्तृत रूप से उल्लेख किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सेक्टर-23 डंपिंग ग्राउड के आस पास सौंदर्यकरण की दृष्टि से पौधा रोपण भी किया जाये।
श्री प्रीतम पाल ने कहा कि वर्तमान में शुद्ध वातावरण की एहमियत और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि वातावरण जितना शुद्ध होगा उतना ही हम बीमारियों से बच सकेंगे। उन्होंने लोगो ंसे आह्वान किया कि वे प्रतिदिन जितना वातावरण को दूषित करते है उन्हें उससे ज्यादा शुद्ध भी करना चाहिये। उन्होंने कहा कि वे पौधारोपण करके व धरती व पानी को दूषित होने से बचाकर पर्यावरण को साफ सुथरा रखने में अपना अमूल्य योगदान कर सकते है। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियो ंसे भी इस दिशा में मजबूत इच्छा शक्ति व संवेदशीलता से कार्य करने की अपील की।
कमेटी की सदस्या व सेवानिवृत आईएएस उर्वशी गुलाटी ने कहा कि पंचकूला में वायु की गुणवत्ता बाकी जिलों के मुकाबले बेहतर है। उन्होंने कहा कि पंचकूला राज्य की शो विंडो है और यहां लागू की जा रही योजनायें दूसरे जिलों के लिये एक रोल माॅडल होनी चाहिये।
पंचकूला का पर्यावरण प्लान होगा माॅडल प्लान-उपायुक्त
उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने सेवानिवृत न्यायाधीश प्रीतम पाल की अध्यक्षता वाली माॅनिटरिंग कमेटी को आश्वासन दिया कि पंचकूला का पर्यावरण प्लान माॅडल प्लान होगा ताकि दूसरे जिले भी उसे अपना सके। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पंचकूला दूसरे जिलों के लिये मार्गदर्शक का काम करेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पंचकूला के पर्यावरण प्लान को अंतिम रूप देकर स्वीकृति के लिये भेजा जायेगा। उन्होंने माॅनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष व पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट से सेवानिवृत न्यायाधीश प्रीतम पाल, कमेटी की सदस्या व सेवानिवृत आईएएस उर्वशी गुलाटी व तकनीकी विशेषज्ञ बाबू राम का धन्यवाद किया व कहा कि बैठक में उनके द्वारा दिये गये सुझावों को जिला पंचकूला के पर्यावरण प्लान में शामिल किया जायेगा।
कमेटी के सुझावों पर श्री विनय प्रताप सिंह ने संबंधित अधिकारियों को उपचारित अपशिष्ट जल के पुन प्रयोग को लेकर एक विस्तृत योजना बनाने के निदे्रश दिये ताकि उसे पंचकूला के पर्यावरण प्लान में शामिल किया जा सके। उन्होंने सीईओ जिला परिषद को निर्देश दिये कि वह जिला के गांवो ंमें ठोस व तरल कचरा के प्रबंधन व निपटान को लेकर योजना शीघ्र प्रस्तुत करें। उन्होंने निगम निगम आयुक्त को शहर में कम से कम पांच प्रमुख स्थान चयनित करने के निर्देश दिये जहां स्क्रीन के माध्यम से शहर की वायु गुणवत्ता को दर्शाया जा सके। उन्होंने कहां कि वह इस कार्य को काॅरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत करवाने के लिये भी संभावना तलाशे।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, नगर निगम आयुक्त धर्मवीर सिंह, एसडीएम कालका राकेश संधु, नगराधीश सिमरजीत कौर, सीईओ जिला परिषद निशु सिंगल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की संपदा अधिकारी ममता शर्मा, सेक्रेटरी आरटीए अमरिंद्र सिंह, सिविल सर्जन डाॅ मुक्ता व अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।