पंचकूला के टपरियां गांव में निर्णामाधीन बिजली घर का औचक निरीक्षण करते विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता।
8.08 करोड़ के बिजली घर में लगा दिए पुराने कंडम ट्रांसफार्मर
पंचकूला के टपरिया गांव में बिजली निगम का कारनामा
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने मौके पर पहुंच की अफसरों से पूछताछ
दोषी अधिकारियों को विधान सभा कमेटी करेगी तलब, एसीएस को भी कार्रवाई के निर्देश
हरियाणा बिजली निगम में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। पंचकूला जिले के टपरियां गांव में 8.08 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे 66 केवी बिजली स्टेशन में पुराने तथा कंडम उपकरण लगा दिए हैं। मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता इस बिजली घर का जायजा लेने टपरियां गांव पहुंचे। विधान सभा अध्यक्ष ने देखा कि 66 केवी बिजली स्टेशन में जले हुए ट्रांसफार्मर, पुराने पैनल और वायर आदि पेंट करके लगा दिए गए हैं। अनेक उपकरणों पर धूल की मोटी परत जमी हुई थी तथा कई जगह से इनका पेंट भी उतरा हुआ था। विधानसभा अध्यक्ष ने मौके पर ही बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता से दूरभाष पर बातचीत कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपित अधिकारियों को विधान सभा की जन स्वास्थ्य, सिंचाई, बिजली तथा लोक निर्माण कार्यों संबंधी विषय समिति के सम्मुख भी तलब किया जाएगा।
बता दें कि पंचकूला जिला के गांव टपरियां के लोग गत चार साल से यहां 66 केवी बिजली घर का निर्माण करने की मांग कर रहे थे। इस बिजली घर से आसपास के 12 गांवों में बिजली की आपूर्ति की जानी है। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के प्रयासों से 8.08 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्रोजेक्ट मंजूर हुआ था। तय हुआ था कि बिजली घर 19 नवंबर 2019 तक बन कर तैयार हो जाएगा, लेकिन निर्धारित समय सीमा निकलने के बाद भी यह पूरा नहीं हो सका।
इस बीच एक स्थानीय नागरिक ने विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को जानकारी दी कि 66 केवी बिजली घर में पुराने उपकरण लगाए जा रहे हैं। शिकायत मिलने पर सोमवार को विधान सभा अध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने प्रोजेक्ट में अनेक अनियमितताएं नजर आईं। कई प्वाइंट जले हुए मिले तथा कई मशीनों में पूरे उपकरण ही नहीं थे। गुप्ता ने मौके पर मौजूद बिजली निगम के मुख्य अभियन्ता राजेश गोयल तथा अधीक्षक अभियन्ता टी. सरवार से बातचीत की, लेकिन वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर गुप्ता ने बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता से दूरभाष पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच की जाए तथा दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह मामला विधान सभा की जन स्वास्थ्य, सिंचाई, बिजली तथा लोक निर्माण कार्यों संबंधी विषय समिति के सम्मुख भी लाया जाएगा।
जानकारी मिली कि नए बिजली घर में गुरुग्राम से पुराना पैनल लगाया जा गया है जबकि एस्टिमेट में कीमत नए उपकरणों की बनाई गई है। इस बिजली घर से लगभग 15 गांवों को निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई का लाभ मिलने वाला है। बिजली निगम के अधिकारियों के इस कारनामे पर सरपंच अंकित समेत अनेक ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अगर विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता इस मामले में संज्ञान नहीं लेते तो यह बिजली घर कंडम उपकरणों के सहारे ही चला दिया जाता, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता। ग्रामीणों ने गुप्ता द्वारा की कार्रवाई को सराहनीय बताया है।