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 नशे से दूर रहने के लिए मन मस्तिष्क पर संयम होना आवश्यक, बाल्यकाल से ही दूर रहने का लें संकल्प- एसीएस, राजेश खुल्लर

– मन मस्तिष्क पर संयम रखने में योग क्रियाओ का विशेष महत्व, बुरी आदतों को छोड़ने के लिए अच्छी आदतें अपनाने पर दिया बल-एसीएस*

नुक्कड़ नाटक व मंच प्रतियोगिता का ब्लू बर्ड स्कूल में हुआ आयोजन

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पंचकूला 18 अगस्त। नशे से दूर रहने के लिए मन मस्तिष्क पर संयम होना अत्यंत आवश्यक है और व्यक्ति योग क्रियाओं के माध्यम से इन्हें नियंत्रित करते हुए निरोगी काया पा सकता है। व्यक्ति को नशे से दूर रहने का संकल्प बाल्यकाल से ही लेना चाहिए ताकि जीवन में आगे चलकर भी इससे दूर रहे।

ये विचार हरियाणा के वित्त एवं राजस्व विभाग के आयुक्त तथा सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजेश खुल्लर ने ब्लू बर्ड हाई स्कूल सेक्टर-16 में आयोजित कार्यक्रम में रखें। वे आज इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे थे। यह कार्यक्रम राज्यस्तरीय नुक्कड़ नाटक व मंच प्रतियोगिता के प्रथम चरण में
 सनराइज ग्लोबल फाउंडेशन और करुणा वेलफेयर ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था।

       विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए  अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजेश खुल्लर ने अपने अनुभव सांझे करते हुए बताया कि कोई भी नशा दिमाग में उठने वाली तरंगों से शुरू होता है। यदि मन मस्तिष्क की इन तरंगो पर नियंत्रण हो जाए तो कोई भी व्यक्ति नशा नहीं करेगा। उन्होने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी बच्चे अच्छे काम करें ताकि उनको सारी दुनिया देखे व तारीफ करे। उन्होने बताया कि योग से आदमी निरोगी रहता है और योग क्रियाओ से मन पर संयम रखा जा सकता है और जब मन पर संयम हो तो कोई भी व्यक्ति आसमान को छू सकता है। उन्होने कहा कि अगर एक बुरी आदत को छोडने के लिए एक अच्छी आदत को अपनाया जाए और 20 दिन तक बुरी आदत के बाद एक अच्छा काम करते रहें, 21वें दिन बुरी आदत अपने आप ही खत्म हो जाएगी।

उन्होने बताया कि आजकल वर्तमान की दिनचर्या अपेक्षाकृत तनावपूर्ण है ऐसे में तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करने के लिए अनुलोम-विलोम काफी कारगर सिद्ध हो रहा है। उन्होंने बताया कि दृढ़ इच्छाशक्ति से कोई भी व्यक्ति नशा छोड़ सकता है ।  
उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए और पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिए गए कि नशा बेचने वालों व तस्करों को बख्शा न जाए। वर्ष -2022 में राज्य में नशे की दवाएं बेचने वाले, तस्कर या रिटेलर, ऐसे 6044 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, नशा तस्करों की लगभग 52-53 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी भी अटैच की गई। उन्होंने कहा कि युवाओं को यह समझना चाहिए की नशा उनके लिए जानलेवा है। ऐसे में नशे से दूर रहने का संकल्प बाल्यकाल से ही लेना चाहिए। सरकार द्वारा लोगों को नशे से बचाने के लिए नशा मुक्त भारत अभियान को शुरू किया गया है।  श्री खुल्लर ने इस प्रतियोगिता में हालॅमार्क स्कूल के बच्चों को प्रथम और भवन विद्यालय के बच्चों को द्वितिय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। उन्होने संबोधन के दौरान बच्चों से कई सवाल पूछे, जिनका जवाब देने वाले 3 बच्चों को 100-100 रूपये के नकद ईनाम से भी सम्मानित किया।

पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो परिवारों को जड़ से खत्म कर रही हैं। आज का युवा वर्ग नशे की चपेट में आकर अपने उज्ज्वल भविष्य को नष्ट  कर रहे हैं। हम सबको मिलकर नशे से दूर रहने के हर संभव प्रयास करने चाहिए।

साध्वी डाॅ. अमृता दीदी ने कहा कि 80 प्रतिशत अपराध के पीछे का कारण नशा होता है और ज्यादातर इसका शिकार स्कूल के बच्चे होते हैं। अतः हमें स्कूली बच्चों को नशे से दूर रहने की लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। इस प्रतियोगिता में 9 स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में सनराइज ग्लोबल फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धनेंद्र वशिष्ठ, करुणा वेलफेयर ट्रस्ट की अध्यक्ष मनीषा चैधरी ने प्रतियोगिता में टैगोर थियेटर के निदेशक अभिषेक शर्मा और रंगमंच की कलाकार सुश्री आशा ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई।

इस अवसर पर तरुण भंडारी, पब्लिसिटी एडवाइजर, अति विशिष्ट अतिथि व साध्वी डॉक्टर अमृता दीदी, प्रतियोगिता के ब्लू बर्ड स्कूल के निदेशक विभु भटनागर, सनराइज ग्लोबल फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धनेंद्र वशिष्ठ, करुणा वेलफेयर ट्रस्ट की अध्यक्ष मनीषा चैधरी, ब्लू बर्ड स्कूल की प्रिंसिपल वंदना भटनागर, हॉलमार्क स्कूल निदेशक जिवतेश गर्ग के अलावा विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। 

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