नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल
पंचकूला सितंबर 9: देश की उन्नति और समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा नशे की लत बनती जा रही है। युवाओं को उनके सुनहरे भविष्य से भटका कर नशा उन्हें अंधकार की ओर ले जाता है। नशे की लत के कारण न केवल व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब होता है, बल्कि उसके परिवार, सामाजिक रिश्ते और आर्थिक स्थिति पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा नशा अपराध, हिंसा और आत्महत्या जैसे गंभीर परिणामों को भी जन्म देता है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी ने बताया की सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत अब जिले स्तर पर भी व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है, ताकि नशे के बढ़ते प्रभाव को रोका जा सके और समाज को इससे मुक्त किया जा सके।
उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं, अभिभावकों, शिक्षकों और समाज के सभी वर्गों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना है। माता-पिता और शिक्षक बच्चों में नैतिक मूल्यों की स्थापना करें, उन्हें अच्छे संस्कार दें और नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। समाज के प्रत्येक व्यक्ति की यह जिम्मेदारी है कि वह नशे के विरुद्ध आवाज उठाए और जरूरतमंदों को मदद के लिए प्रेरित करे।
उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे इस अभियान में भाग लेकर समाज को नशा मुक्त बनाने में सहयोग करें व नीचे दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके नशे से दूर रहने के लिए शपथ लें व अपना प्रमाण पत्र डाउनलोड करें।