जब महिलाएं बिना दबाव के निर्णय लेने में सक्षम होगी तभी वास्तव में सशक्त होंगी-राकेश कुमार आर्या

नशा प्रवृति के खिलाफ लड़ाई में सबकी सामूहिक भागीदारी जरूरी: उपायुक्त

सिरसा, 20 जुलाई।


                जिला से नशे को समाप्त करने तथा नशा तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर गंभीरता के साथ कार्य कर रहा है। नशा प्रवृति के खिलाफ हर वर्ग एकजुट होकर लड़े और प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें, ताकि जिला से नशा को जड़मूल से समाप्त किया जा सके।

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                यह बात उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान सोमवार को सिंगीकाट मोहल्ले में बाल कल्याण परिषद की ओर से बनाए गए नशा मुक्ति केंद्र(आऊटरिच एंड ड्रोप इन सैंटर) का उद्घाटन करने उपरांत कही। इस अवसर पर एसडीएम जयवीर यादव, मंडल बाल कल्याण अधिकारी कमलेश चाहर, जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल, परिषद के आजीवन सदस्य भूपेश महता, आनंद बियानी, दिलीप जैन आदि उपस्थित थे। बाल कल्याण परिषद ने उपायुक्त को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। उपायुक्त ने केंद्र का निरीक्षण किया।

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                उपायुक्त ने कहा कि युवा शक्ति को सही दिशा प्रदान करके उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाकर उन्हें नशे से दूर रखा जा सकता है। नशा एक ऐसी प्रवृति है जो व्यक्ति के साथ-साथ परिवार के सभी सदस्यों को भी प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि  प्रारंभ में युवाओं द्वारा शौकिया तौर पर नशे की शुरुआत होती है और धीरे-धीरे यह लत बन जाती है और बाद में उसे छोडऩा मुश्किल हो जाता है। नशा को समाप्त करने के लिए प्रशासन व पुलिस मिलकर तालमेल के साथ कार्य कर रहा है। इसके लिए अनेक गतिविधियां क्रियान्वित की जा रही है। इसी कड़ी में बाल कल्याण परिषद द्वारा जिला में दो नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इनमें से सिंगीकाट मोहल्ला के नशा मुक्ति केंद्र का आज उद्घाटन किया गया है। जल्द ही दूसरे नशा मुक्ति केंद्र को बाल भवन में स्थापित किया जाएगा। ये नशा मुक्ति केंद्र जिला के युवाओं को नशे से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित होंगे।


                उन्होंने कहा कि सिरसा जिला प्रदेश के अंतिम छोर पर है और इसके साथ राजस्थान तथा पंजाब राज्य  की सीमाएं लगती हैं इस वजह से प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में यहां नशा तस्करी की प्रबल सम्भावनाएं रहती हैं। इसके चलते सिरसा जिला में नशा की प्रवृति बढी है, जो सभ्य समाज के लिए चिंता का विषय है। इसीलिए प्रशासन ने जिला में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना की गई है। जिला से नशा को समाप्त करने के लिए हर वर्ग को प्रशासन का सहयोग करना होगा। कोई भी नशा करता है या नशीले पदार्थों की तस्करी करता है तो उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें। उन्होंने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि नशे के दुष्प्रभाव के बारे में युवाओं को जागरूक कर एक स्वच्छ व सभ्य समाज बनाने में अपनी सकारात्मक भूमिका अदा करें। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपनी ऊर्जा शक्ति का उपयोग सकरात्मक कार्यों में लगाएं, ताकि खुशहाल समाज व सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सके। उन्होंने लॉकडाउन में नशे के खिलाफ की गई कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग की सराहना भी की।


नशा मुक्ति केंद्र इस प्रकार करेंगे काम :


                उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने बताया कि राज्य बाल कल्याण परिषद की सिरसा शाखा द्वारा जिला में स्थापित किए जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों का उद्ेश्य नशा से पीडि़त लोगों को नशे की लत से छुटकारा दिलाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोडऩा है। उन्होंने बताया कि केंद्र के स्टाफ द्वारा नशा से पीडि़त लोगों को चिन्हित करके उन्हें काउसलिंग के माध्यम से नशे की लत से छुटकारा दिलवाया जाएगा। केंद्र में नशे से प्रभावित व्यक्ति का प्राथमिक उपचार भी किया जएगा और अगर जरूरत पडऩे पर उक्त व्यक्ति को अस्पताल में दाखिल करवाकर उपचार करवाया जाएगा। इसके अलावा स्टाफ के सदस्यों द्वारा युवाओं को नशा से दूर रहने के लिए भी जागरूक किया जाएगा।