धूमधाम से मनाया गया गंगा उत्सव
देश के कई शहरों में आयोजित किए गए कार्यक्रम
पंचकूला 4 नवंबर 2020, नमामि गंगे और जल शक्ति मंत्रालय के तत्वाधान में आयोजित किए गए तीन दिवसीय गंगा उत्सव कार्यक्रम का तीसरे दिन भी बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान बॉलीवुड अभिनेता राजीव खंडेलवाल ने रग रग में गंगा सीजन 1 में अपने काम करने के अनुभवों को साझा किया। वहीं, गंगा गान तैयार करने वाले त्रिचुर बदर्स ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिती दर्ज कराई।
गंगा उत्सव के तीसरे दिन के कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों के मंत्रियों और राज्यों के प्रमुखों ने वर्चुअल तरीके से शिरकत की। जल शक्ति राज्यमंत्री श्री रतन लाल कटारिया ने कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए कहा कि माँ गंगा की महिलाओं का वर्णन करने वाले इस गंगा उत्सव को देश भर में बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होने बताया कि फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के द्वारा आज न केवल देश से बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग इस उत्सव से जुड़ रहे हैं। इन 6 सालों में यह कार्यक्रम आम जन के बीच इतना लोकप्रिय हो गया है कि लोग अलग अलग तरह से इससे जुड़ रहे हैं. युवा नदियों की स्वच्छता से जुड़ रहे हैं, जोकि बहुत ही हर्ष का विषय है। वहीं, कार्यक्रम में शामिल हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, मुझे उम्मीद है कि इस बार ज्यादा से ज्यादा लोग गंगा उत्सव में शामिल होकर जांकारीयन प्राप्त करेंगे और उसे अन्य लोगों से भी साझा करेंगे।
गंगा उत्सव के तीसरे दिन की थीम यह रही कि नमामि गंगे के साथ मिलकर काम करने से उनके भीतर किस तरह के बदलाव आए हैं और माँ गंगा के साथ उनका बंधन कितना अटूट हुआ है। इस सवाल के जवाब पर अभिनेता राजीव खंडेलवाल ने रिचा अनिरुद्ध को बताया कि मैंने यह काम का पेशेवर के रूप में शुरू किया था, लेकिन समय बीतते माँ गंगा के प्रति मेरे नजरिए में कई सार्थक बदलाव आए और ये मेरे लिए जीवन बदलने वाला अनुभव बन गया। उन्होने आगे बताया कि रंग राग में गंगा का पहला सीजन डीडी नेशनल द्वारा प्रसारित किया गया था, और 3 महीने से कम समय में ही इस शो ने देशभर के 16 मिलियन से अधिक दर्शकों तक अपनी पहुँच बना ली। उन्होने बताया कि इस शो का मुख्य उद्देश्य भारत के लोगों को अपने समृद्ध इतिहास और संस्कृति के माध्यम द्वारा गंगा नदी से जोड़ना है।
सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कहा कि गंगा उत्सव जैसी पहल लोगों को नदी से जोड़ने में बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होने कहा कि हमारी नई पीढ़ी को गंगा के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में पूर्ण रूप से समर्पित होने की जरूरत है। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां भी मां गंगा की भव्यता और महिमा को उसी तरह से जान सकें जैसी कि हमारे पूर्वज उन्हें जानते थे।
गंगा डायलॉग सेगमेंट में पदम भूषण पर्यावरणविद् अनिल जोशी ने नदियों के महत्व और उन्हें संरक्षित करने के महत्व को समझाया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को नदी से किसी भी तरह का लाभ नहीं होता लेकिन लोगों को जरूर होता है, इसलिए उन्हें इसके संरक्षण में शामिल होने की जरूरत है।
कहानी जंक्शन में योर स्टोरी बैग की कहानियों ने दर्शकों को एकदम बांधे रखा। इस दौरान योर स्टोरी बैग से गरिमा और कमल ने कठपुतली शो के जरिये जल संरक्षण का एक अनमोल संदेश दिया। इसके अलावा लाइफ इन रिवर, वी शेयर दि सेम रिवर और दि रिवर ऑफ टुमोरो जैसी शानदार कहानियाँ सोच बदल देने वाली रहीं।