दुर्घटना का सबसे बडा कारण सड़क लापरवाही है- निर्मल नागर।
कलाएं बनेगी सड़क नियम प्रचार का माध्यम- डा. राम विरंजन।
पंचकूला, 1 सितंबर- परिवहन विभाग की पहल पर शिक्षा विभाग के माध्यम से संयोजित वेबिनार श्रृंखला में आज गुगल मीट प्लेटफार्म पर हरियाणा के सभी स्कूल एज़ुकेशन के शिक्षक एवं प्रधानाध्यापकों को सम्बोधित करते हुए डा. अशोक चौहान, प्रोफेसर अर्थशास्त्र विभाग कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय ने कहा कि सड़क प्रयोग मानव जीवन की आवश्यकता है, इसलिए सडक निर्माण जरूरी है।
उन्होने हरियाणा परिवाहन विभाग के प्रधान सचिव श्री शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में चल रहे सड़क सुरक्षा अभियानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब परिवहन विभाग की कार्य संस्कृति पारदर्शी होती जा रही है, जिसमें लाईसैंस प्रणाली, चालान भुगतान और वाहन पंजीकरण उल्लेखनीय है। प्रख्यात चित्रकार एवं कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के प्रोफेसर डा.रामविरंजन ने कहा कि जीवन से महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। दुर्घटना का सबसे बडा कारण लापरवाही है। इसलिए जन-जागरण के लिए कलाओं का उपयोग होना चाहिए, क्योंकि जो बात एक चित्र के माध्यम से कही जा सकती है उसे हजार शब्दों से भी अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता।
उन्होने कहा कि सड़क दुर्घटना के समाधान में सड़क उपयोगकर्ताओं को सड़क के नियम के प्रति जागरूक करने के लिए कलाएं बडी माध्यम बन सकती है। प्रचार साहित्य वाॅल पैंटिग एवं पोस्टर इत्यादि के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को सड़क के नियमों को जन सामान्य तक पंहुचाया जा सकता है।
अध्यक्षता करते हुए संयुक्त परिवहन आयुक्त श्री निर्मल नागर ने कहा कि प्रधान सचिव परिवहन श्री शत्रुजीत कपूर की प्रेरणा से परिवहन आयुक्त श्री अमिताभ ढिल्लों के मार्ग दर्शन में संचालित यह वेबिनार श्रृंखला हरियाणा के संदर्भों में महत्वपूर्ण पहल है। उन्होने कहा कि विमर्श में उभरे विचार विद्यार्थियों के जिज्ञासाओं को यातायात प्रहरी मंच पर प्रकाशित कर हरियाणा के सभी शिक्षण संस्थाओं को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होने कहा कि सितम्बर माह हिन्दी राज भाषा माह के रूप में मनाया जाता है। इसलिए अभिव्यक्ति के सभी स्वरूपों एवं माध्यमों को सड़क सुरक्षा के लिए समर्पित किये जाने की हम अपील करते है।