जिला में बाल श्रम पर पूर्णतः अंकुश लगाने की दिशा में करें नियमित छापेमारी-उपायुक्त महावीर कौशिक
-स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को बाल मजदूरी की रोकथाम के लिए करें जागरूक
पंचकूला, 5 जनवरी- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जिला में बाल श्रम पर पूर्णतः अंकुश लगाने की दिशा में नियमित छापेमारी सुनिश्चित करें तथा बाल मजदूरी की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक भी करें।
श्री कौशिक आज लघु सचिवालय के सभागार में बाल श्रम से संबंधित मामलों के लिए गठित जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में स्थानीय रेजिडेंट वैलफेयर ऐसोसिएशनों को भी शामिल करें ताकि वे अपने संबंधित सेक्टर में बाल श्रम की जानकारी बाल संरक्षण कमेटी को दे सकें।
उपायुक्त ने कहा कि आज के समय में बच्चे तथा युवा हर कार्य को जोश तथा जिद के साथ करते हैं और इस दिशा में वे सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को बाल मजदूरी की रोकथाम के लिए जागरूक करें कि यदि उन्हें कहीं बाल श्रम होता दिखे तो इसकी सूचना चाईल्ड लाईन नंबर 1098 पर दें। उन्होंने कहा कि बाल श्रम के साथ-साथ चाईल्ड बैगिंग (बच्चों द्वारा भीख मांगना) भी अपराध है। इसलिए विद्यार्थियों को भीख मांगने वाले बच्चों को भीख न देने तथा दूसरों को भी ऐसा न करने के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि बाल श्रम के साथ-साथ भीख मांगने वाले मुख्य स्थानों पर भी छापेमारी करें तथा भीख मांगने वाले बच्चों को ऐसा न करने के लिए जागरूक करें।
बैठक में उपायुक्त को बताया गया कि बाल श्रम की दिशा मे जिला टास्क फोर्स की टीम द्वारा निरंतर छापेमारी की जा रही है और अब तक कुल 27 जगह छापेमारी की जा चुकी है। छापेमारी में 32 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है।
इस अवसर पर एसीपी विजय नेहरा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी आरू वशिष्ट, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण से शिवानी कंवर, श्रम निरीक्षक कृष्ण कुमार व तपिंदर सिंह, बचपन बचाओ आंदोलन से पुनीत शर्मा व गजेन्द्र नौटयाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।